• April 16, 2025

बरेली: कालीबाड़ी मंदिर के शिखर पर चढ़ा सिरफिरा, 40 मिनट तक ड्रामा, नीचे उतरकर भी किया हंगामा

14 अप्रैल, 2025, बरेली
उत्तर प्रदेश के बरेली में रविवार देर रात एक सनसनीखेज घटना ने शहर को सुर्खियों में ला दिया। प्रसिद्ध कालीबाड़ी मंदिर के शिखर पर एक सिरफिरा युवक चढ़ गया और करीब 40 मिनट तक वहाँ ड्रामा करता रहा। इस घटना ने स्थानीय लोगों और मंदिर प्रशासन को सकते में डाल दिया। पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से युवक को किसी तरह सुरक्षित नीचे उतारा गया, लेकिन नीचे आने के बाद भी उसने जमकर हंगामा किया। फिलहाल, उसे बारादरी थाने की हवालात में रखा गया है और प्रारंभिक जाँच में वह मानसिक रूप से अस्वस्थ प्रतीत हो रहा है।
क्या है पूरा मामला?
घटना रविवार रात करीब 10:00 बजे की है, जब बरेली के कालीबाड़ी मंदिर पर एक युवक अचानक मंदिर के शिखर पर चढ़ गया। मंदिर के पुजारी और आसपास के लोगों ने जब उसे देखा, तो हड़कंप मच गया। युवक शिखर पर चढ़कर जोर-जोर से नारे लगाने लगा। उसने “जय माता दी” और “जय श्री राम” के नारे लगाए और समय-समय पर शिखर से कूदने की धमकी भी दी। स्थानीय लोगों ने उसे नीचे उतरने के लिए समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माना और ऊपर ही ड्रामा करता रहा।
मंदिर के शिखर की ऊँचाई और खतरनाक स्थिति को देखते हुए लोग डर गए कि कहीं युवक गिर न जाए। कुछ लोगों ने तुरंत बारादरी थाना पुलिस को सूचना दी। रात 10:30 बजे पुलिस मौके पर पहुँची और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश शुरू की।
पुलिस और स्थानीय लोगों का रेस्क्यू ऑपरेशन
पुलिस ने मंदिर की छत से शिखर तक जाने वाली सीढ़ियों का सहारा लिया। दो सिपाहियों और कुछ स्थानीय लोगों ने मिलकर जोखिम भरा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद, रात 11:00 बजे युवक को सुरक्षित नीचे उतार लिया गया। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया, क्योंकि मंदिर के आसपास सैकड़ों लोग जमा हो गए थे।
नीचे उतरने के बाद भी युवक का ड्रामा खत्म नहीं हुआ। उसने पुलिस और स्थानीय लोगों के साथ बदतमीजी की और हंगामा किया। पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में लिया और बारादरी थाने ले गई। वहाँ उससे पूछताछ की गई, लेकिन उसका व्यवहार असामान्य पाया गया।
युवक की मानसिक स्थिति पर सवाल
प्रारंभिक जाँच में पुलिस को युवक की पहचान और उसकी मानसिक स्थिति के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है। बारादरी थाना प्रभारी ने बताया कि युवक का व्यवहार मानसिक रूप से अस्थिर व्यक्ति जैसा प्रतीत हो रहा है। उसने पूछताछ में कोई ठोस जवाब नहीं दिया और बार-बार असंबद्ध बातें करता रहा। पुलिस ने उसके परिवार वालों की तलाश शुरू कर दी है और उसका मेडिकल परीक्षण कराने की तैयारी कर रही है।
पुलिस ने यह भी बताया कि युवक के पास कोई हथियार या संदिग्ध सामग्री नहीं मिली, जिससे यह प्रतीत होता है कि उसका इरादा किसी को नुकसान पहुँचाने का नहीं था। फिर भी, मंदिर जैसे संवेदनशील स्थान पर इस तरह की हरकत को गंभीरता से लिया जा रहा है।
कालीबाड़ी मंदिर का महत्व
कालीबाड़ी मंदिर बरेली का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहाँ रोजाना सैकड़ों भक्त माँ काली की पूजा के लिए आते हैं। यह मंदिर न केवल स्थानीय लोगों, बल्कि आसपास के जिलों के श्रद्धालुओं के लिए भी आस्था का केंद्र है। मंदिर परिसर में पहले भी छोटी-मोटी घटनाएँ हुई हैं, लेकिन शिखर पर चढ़ने जैसी यह पहली घटना है। मंदिर प्रशासन ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा बढ़ाने की बात कही।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद कालीबाड़ी मंदिर के आसपास के लोगों में तरह-तरह की चर्चाएँ शुरू हो गईं। कुछ लोगों का मानना है कि युवक नशे में था, जबकि अन्य का कहना है कि वह मानसिक रूप से परेशान था। एक स्थानीय निवासी, रमेश शर्मा, ने कहा, “रात को अचानक इतना हंगामा हुआ कि हम सब डर गए। मंदिर में इस तरह की घटना पहले कभी नहीं हुई। पुलिस ने समय रहते कार्रवाई कर ली, वरना कुछ अनहोनी हो सकती थी।”
कुछ लोगों ने मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए। एक अन्य निवासी, शालिनी वर्मा, ने कहा, “मंदिर में इतनी ऊँचाई पर कोई कैसे चढ़ गया? रात के समय सुरक्षा गार्ड या कर्मचारी क्यों नहीं थे? इस पर ध्यान देना चाहिए।”
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
बारादरी थाना पुलिस ने युवक के खिलाफ शांति भंग करने और सार्वजनिक स्थान पर उपद्रव मचाने के आरोप में मामला दर्ज किया है। पुलिस अधीक्षक (शहर) ने बताया कि मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था की जाँच की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों। इसके लिए मंदिर प्रशासन के साथ मिलकर एक सुरक्षा योजना तैयार की जा रही है।
पुलिस ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि वे इस घटना को लेकर अफवाहें न फैलाएँ और शांति बनाए रखें। मंदिर के आसपास अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि स्थिति सामान्य बनी रहे।
सामाजिक और धार्मिक संदेश
यह घटना न केवल एक कानूनी और प्रशासनिक मसला है, बल्कि सामाजिक और धार्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। मंदिर जैसे पवित्र स्थानों की सुरक्षा और सम्मान बनाए रखना हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। साथ ही, मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर भी ध्यान देने की जरूरत है। अगर युवक वाकई मानसिक रूप से अस्वस्थ है, तो उसे उचित उपचार और देखभाल की आवश्यकता है।
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