आंध्र प्रदेश: पटाखा फैक्ट्री में भीषण आग लगने से 7 लोगों की झुलसकर मौत, PM मोदी और CM नायडू ने जताया दुख
रायवरम, 9 अक्टूबर 2025: आंध्र प्रदेश के डॉ. बीआर आंबेडकर कोनासीमा जिले में एक पटाखा फैक्ट्री में दोपहर के वक्त लगी आग ने इलाके को दहला दिया। विस्फोटों की श्रृंखला से धुआं छा गया, और 7 लोग झुलसकर मारे गए। 3 अन्य गंभीर रूप से जख्मी। क्या यह लाइसेंसी फैक्ट्री की लापरवाही थी या चेतावनी के बावजूद जारी काम का नतीजा? PM मोदी और CM चंद्रबाबू नायडू ने शोक जताया, विपक्ष ने सहायता की मांग की। जांच में क्या राज खुलेगा? पूरी घटना की परतें आगे जानें।
दोपहर का हादसा: चिंगारी से विस्फोट, 7 की दर्दनाक मौत
दोपहर करीब 1 बजे रायवरम मंडल के वी. सवारम गांव में श्री गणपति ग्रैंड फायर वर्क्स फैक्ट्री में काम जोरों पर था। 10 से ज्यादा मजदूर रासायनिक पाउडर भर रहे थे, जब अचानक चिंगारी लगी। देखते ही देखते पटाखों के भंडार में श्रृंखला विस्फोट हो गए। आग की लपटें 20 फीट ऊंची उठीं, काला धुआं पूरे इलाके में फैल गया। SP राहुल मीना ने बताया, ‘6-7 शव पूरी तरह जल चुके, पहचान मुश्किल।’ मृतकों में 3 महिलाएं और मालिक शामिल। ग्रामीणों ने पानी और रेत से आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन देरी से। 3 घायलों को राजमहेंद्रवरम हॉस्पिटल रेफर, जहां 2 क्रिटिकल। फैक्ट्री लाइसेंसी थी, लेकिन सुरक्षा मानक ढीले। स्थानीय रामचंद्रपुरम SDPO बी. रघुवीर ने कहा, ‘पिछले 15 दिन में दो चेतावनी दीं, नोटिस जारी, फिर भी काम चला।’ यह हादसा दिवाली से पहले पटाखा उद्योग की लापरवाही उजागर कर रहा।
जांच तेज: चेतावनी नजरअंदाज, पुलिस ने दर्ज किया केस
घटना की सूचना मिलते ही रामचंद्रपुरम SDPO और SP राहुल मीना टीम के साथ पहुंचे। फॉरेंसिक और बम डिस्पोजल स्क्वायड ने मलबा चेक किया। प्रारंभिक जांच में स्पष्ट: रासायनिक पाउडर भरते समय स्पार्क से विस्फोट। फैक्ट्री मालिक पर लापरवाही का केस—IPC 304A (लापरवाही से मौत) और एक्सप्लोसिव एक्ट। SDPO रघुवीर ने खुलासा किया, ‘राजस्व विभाग ने 15 दिन पहले नोटिस दिया, काम बंद करने को कहा। लेकिन जारी रहा।’ मजदूरों ने बताया, ‘सुरक्षा गियर न था, वेंटिलेशन कम।’ आग बुझाने में ग्रामीणों का योगदान सराहनीय, लेकिन देरी से 7 जिंदगियां चली गईं। CMO ने 5 लाख मुआवजा और घायलों के इलाज का ऐलान किया। विपक्षी YSRCP चीफ जगन मोहन रेड्डी ने शोक जताते हुए तत्काल सहायता मांगी। पुलिस ने फैक्ट्री सील, अन्य यूनिट्स चेक। यह हादसा पटाखा लाइसेंसिंग पर सवाल खड़ा कर रहा।
नेताओं का शोक: मोदी-नायडू की संवेदना, सहायता का वादा
PM नरेंद्र मोदी ने X पर पोस्ट कर दुख जताया: ‘कोनासीमा हादसे पर गहरा शोक। पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना, घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना।’ CM एन चंद्रबाबू नायडू ने अधिकारियों को तुरंत राहत का निर्देश दिया: ‘बचाव कार्य निगरानी में रखें, परिवारों को हर मदद।’ नायडू ने कलेक्टर को दौरा करने को कहा। YSRCP चीफ जगन ने कहा, ‘ट्रेजडी, सरकार तत्काल सहायता दे।’ घटना ने पटाखा उद्योग की सुरक्षा पर बहस छेड़ दी—दिवाली से पहले सख्ती की मांग। SP मीना ने कहा, ‘जांच पूरी होने पर रिपोर्ट।’ ग्रामीण इलाके में यह पहला बड़ा हादसा, जो मजदूर सुरक्षा पर जोर दे रहा। परिवार रो रहे: ‘मजदूरी के चक्कर में जिंदगी गई।’ सरकार का वादा: दोषियों पर कार्रवाई।
