यूपी में SIR पर सियासी घमासान: डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक बोले- अखिलेश यादव हार से डरकर कर रहे अनर्गल बयानबाजी
लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गुरुवार को लखीमपुर खीरी में विशेष गहन मतदाता पुनरीक्षण (SIR) को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला। पाठक ने कहा कि अखिलेश अपनी संभावित हार को देखकर SIR पर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं और विधानसभा चुनाव से पहले मुंह छिपाने का बहाना ढूंढ रहे हैं। हेलीपैड पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने SIR को लोकतंत्र की शुद्धता के लिए जरूरी बताया।
“बिहार में SIR से 65 लाख फर्जी वोटर हटे, NDA को मिला प्रचंड बहुमत”
ब्रजेश पाठक ने बिहार का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां SIR के बाद हुए चुनाव में 65 लाख फर्जी वोटर हटाए गए, जिनमें घुसपैठिए और मृतक शामिल थे। शुद्ध वोटर लिस्ट से चुनाव होने पर NDA को प्रचंड बहुमत मिला। उन्होंने कहा, “जैसे मन की शुद्धता के लिए योग आवश्यक है, वैसे ही लोकतंत्र की शुद्धता के लिए SIR जरूरी है।” पाठक ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव से पहले ही वे मुंह छिपाने के बहाने ढूंढ रहे हैं, इसलिए कभी SIR, कभी चुनाव आयोग तो कभी EVM पर आरोप लगाते हैं।
“विपक्ष जीतता है तो EVM ठीक, हारता है तो दोषी”
डिप्टी सीएम ने EVM पर उठाए जा रहे सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जब विपक्ष चुनाव जीतता है तो EVM पर सवाल नहीं उठाता, लेकिन हारने पर आरोप लगाता है। उन्होंने पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु का उदाहरण दिया, जहां विपक्ष ने EVM से जीत हासिल की। बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग पर पाठक ने कहा, “कल ही गृह मंत्री अमित शाह ने बताया है कि EVM कांग्रेस सरकार लेकर आई थी। तब कोई सवाल नहीं उठा। EVM में कोई खराबी नहीं है।”
घुसपैठियों पर सख्ती: “अवध क्षेत्र से सही जगह भेजेंगे”
पाठक ने कहा कि भाजपा का लक्ष्य शुद्ध वोटर लिस्ट का है, इसलिए कार्यकर्ता चुनाव आयोग के सहयोग से लगे हुए हैं। उन्होंने अवध क्षेत्र में घुसपैठियों को चिह्नित करने का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें कानूनी कार्रवाई के बाद सही जगह (देश से बाहर) भेजा जाएगा।
2027 चुनाव से पहले बढ़ती तल्खीयह बयान ऐसे समय में आया है जब SIR प्रक्रिया पर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने SIR को “वोट कटाने की साजिश” बताते हुए चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं। वहीं, योगी सरकार ने SIR को घुसपैठियों और फर्जी वोटरों को हटाने का माध्यम बताया है। लखीमपुर खीरी में पाठक की बैठक SIR की प्रगति की समीक्षा के लिए थी, जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर सक्रिय रहने के निर्देश दिए। उत्तर प्रदेश में SIR अभियान 4 नवंबर से चल रहा है और 12 दिसंबर तक एन्यूमरेशन पीरियड है। विपक्ष इसे अल्पसंख्यक विरोधी बताता है, जबकि भाजपा इसे पारदर्शी चुनाव की गारंटी मानती है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और गरमाने की संभावना है।