बहराइच में कौड़ियाला नदी में नाव हादसा: एक महिला की मौत, 8 लापता; CM योगी ने लिया संज्ञान
बहराइच, 30 अक्टूबर 2025: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में कौड़ियाला नदी पर एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। 22 यात्रियों से भरी नाव पलटने से एक 60 वर्षीय महिला की मौत हो गई, जबकि 8 लोग, जिनमें 5 बच्चे शामिल हैं, लापता हैं। 13 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। घटना बुधवार शाम घटी, जब नाव तेज बहाव में लकड़ी से टकराकर पलट गई। SDRF, NDRF और SSB की टीमें सर्च ऑपरेशन में जुटी हैं। CM योगी ने तत्काल राहत के निर्देश दिए। लेकिन क्या यह जंगल इलाके की दुर्गमता का नतीजा है? आइए, तीन हिस्सों में इस त्रासदी को समझते हैं।
हादसे का विवरण और शुरुआती बचाव
बहराइच के सुजौली थाना क्षेत्र के भरथापुर गांव के पास कौड़ियाला नदी में बुधवार शाम करीब 6 बजे नाव पलट गई। नाव पर 22 यात्री सवार थे, जो लखीमपुर खीरी के खैरटिया बाजार से खरीदारी कर भरथापुर लौट रहे थे। चश्मदीदों के अनुसार, तेज बहाव में नाव किनारे की लकड़ी से टकराई, संतुलन बिगड़ा और पलट गई। 13 यात्रियों को स्थानीय लोग और पुलिस ने तुरंत बचा लिया। लेकिन 60 वर्षीय रमजैया का शव बरामद हुआ। लापता लोगों में नाविक मिहिलाल यादव (38), शिवनंदन मौर्य (50), सुमन (28), सोहनी (5 वर्ष), शिवम (9 वर्ष), रमजैया के दो पोते और पंचम की 5 वर्षीय बेटी शामिल हैं। घटनास्थल जंगल घने होने से पहुंचना मुश्किल है, लेकिन SDRF और NDRF की टीमें 5 किमी क्षेत्र में सर्च कर रही हैं।
दुर्गम इलाके की मजबूरी और हादसे की वजह
भरथापुर गांव कटर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य के अंदर स्थित है, जो जिले से 122 किमी दूर है। यहां सड़क संपर्क नहीं है, इसलिए ग्रामीण नाव पर ही बाजार जाते हैं। नदी के तेज बहाव को चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज के गेट खुलने का असर बताया जा रहा है। SP रम नयन सिंह ने कहा कि गांव नेपाल सीमा के पास है, और घने जंगल से संचार कठिन है। ऐसे हादसे यहां आम हैं, क्योंकि नावें पुरानी और बिना लाइसेंस की होती हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण की मांग सालों से है, लेकिन जंगल होने से मुश्किल। यह घटना ग्रामीणों की मजबूरी को उजागर करती है, जहां एक छोटी यात्रा जानलेवा साबित हो गई। बचाव कार्य रातभर चला, लेकिन लापता लोगों का पता नहीं चला।
CM योगी के निर्देश और राहत कार्य
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे का तुरंत संज्ञान लिया। उन्होंने पुलिस, प्रशासन को SDRF, NDRF के साथ तत्काल राहत सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। DM और SP घटनास्थल पर डेरा डाले हैं। बचे यात्रियों को चिकित्सा सहायता दी जा रही है। SP ने कहा कि लापता लोगों की तलाश जारी है, और परिवारों को हर संभव मदद मिलेगी। जिला प्रशासन ने मृतक परिवार को 4 लाख रुपये की सहायता और लापता लोगों के लिए विशेष टीम तैनात की। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे इलाकों में नाव सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करना जरूरी है। यह हादसा नदी यात्रा के जोखिमों पर सवाल खड़ा करता है, जहां ग्रामीणों की जिंदगी दांव पर लगी रहती है। सर्च ऑपरेशन जारी है, उम्मीद है कि लापता लोग जल्द मिल जाएं।