• December 26, 2025

‘मराठवाड़ा में अकेले दांव?’: BJP की निकाय चुनाव रणनीति पर सस्पेंस, मराठवाड़ा नेताओं ने गठबंधन न करने की सलाह दी

संभाजी नगर, 11 अक्टूबर 2025 : महाराष्ट्र में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर BJP के सीनियर नेताओं ने संभाजी नगर में मराठवाड़ा यूनिट के पदाधिकारियों से बैठक की, जहां क्षेत्रीय नेताओं ने गठबंधन न करने की सलाह दी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले की मौजूदगी में हुई इस चर्चा में मराठवाड़ा के 8 जिलों के नेता मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक, स्थानीय कार्यकर्ताओं ने कहा कि BJP की स्थिति मजबूत है, इसलिए अकेले लड़ें तो बेहतर नतीजे मिलेंगे। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के 31 जनवरी 2026 तक चुनाव कराने के निर्देश के बाद रणनीति पर सस्पेंस बरकरार है। क्या BJP महायुति के साथ चलेगी या अकेले? आइए, इस सियासी बैठक की पूरी कहानी जानते हैं।

मराठवाड़ा बैठक: फडणवीस ने लिया तैयारी का जायजा, नेताओं ने खोली दिल की बात

संभाजी नगर में शुक्रवार रात देर तक चली BJP की उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले और मराठवाड़ा के सभी 8 जिलों (औरंगाबाद, जालना, परभणी, हिंगोली, नांदेड़, लातूर, बीड, उस्मानाबाद) के पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक का मुख्य एजेंडा आगामी निकाय चुनावों की रणनीति था, जहां फडणवीस ने स्थानीय स्तर पर तैयारियों का जायजा लिया। मराठवाड़ा नेताओं ने साफ कहा कि क्षेत्र में BJP की पकड़ मजबूत है, और अकेले चुनाव लड़ने से न केवल अच्छे नतीजे मिलेंगे, बल्कि वर्षों से मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं को मौका भी मिलेगा। उन्होंने जोर दिया कि अगर गठबंधन जरूरी हो तो एकनाथ शिंदे की शिवसेना के साथ करें, क्योंकि उससे ट्यूनिंग अच्छी रहेगी। लेकिन अजित पवार की NCP के साथ गठबंधन से परहेज करें, क्योंकि इससे स्थानीय स्तर पर असर पड़ सकता है। फडणवीस ने नेताओं की भावनाओं को सुना और कहा कि पार्टी हाई कमांड फैसला लेगी। यह बैठक महायुति की एकजुटता पर सवाल खड़ी करती है।

अकेले लड़ने की सलाह: मजबूत स्थिति का दावा, शिंदे सेना को हरी झंडी

मराठवाड़ा के BJP पदाधिकारियों ने बैठक में खुलकर अपनी राय रखी। उनका तर्क था कि 2024 विधानसभा चुनावों में महायुति की भारी जीत (235 सीटें) के बाद BJP की स्थिति मजबूत है, खासकर मराठवाड़ा जैसे सूखाग्रस्त और किसान बहुल क्षेत्र में। अकेले लड़ने से पार्टी के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को प्रमोशन मिलेगा, जो लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। शिंदे शिवसेना के साथ गठबंधन को वे स्वीकार्य मानते हैं, क्योंकि दोनों में मराठा-कुणबी वोटरों पर अच्छी पकड़ है। लेकिन अजित पवार की NCP को लेकर असंतोष साफ था—उन्हें ‘अवसरवादी’ बताते हुए कहा गया कि इससे BJP की छवि खराब हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, फडणवीस ने सहमति जताई लेकिन अंतिम फैसला दिल्ली से होगा। जून 2025 में फडणवीस ने कहा था कि महायुति साथ लड़ेगी, लेकिन जहां संभव न हो वहां फ्रेंडली फाइट होगी। मराठवाड़ा की सलाह से सस्पेंस बढ़ गया है।

सुप्रीम कोर्ट का दबाव: 31 जनवरी 2026 तक 29 निगमों समेत सभी चुनाव, दिवाली बाद ऐलान

महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों का इंतजार खत्म होने वाला है। सुप्रीम कोर्ट ने मई 2025 में OBC कोटा विवाद के कारण रुके चुनावों को 31 जनवरी 2026 तक पूरा करने का निर्देश दिया। इसमें 29 नगर निगम (जैसे BMC, पुणे, नागपुर), 32 जिला परिषदों, 248 नगर पालिकाओं और 336 पंचायत समितियां शामिल हैं। ये चुनाव 2020-24 के बीच होने थे, लेकिन कोर्ट केस से टल गए। दिवाली (अक्टूबर 2025) के तुरंत बाद राज्य निर्वाचन आयोग घोषणा कर सकता है। फडणवीस ने कहा कि महायुति विकास के मुद्दे पर लड़ेगी, लेकिन MNS के राज ठाकरे से फरवरी 2025 की मुलाकात से गठबंधन की अफवाहें हैं। विपक्ष MVA (शिवसेना UBT, NCP SP, कांग्रेस) अकेले लड़ने की तैयारी में है। मराठवाड़ा की सलाह से BJP की रणनीति पर असर पड़ सकता है, जो BMC जैसे बड़े चुनावों को प्रभावित करेगी।
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