• October 27, 2025

संभल में आज फिर गरजेगा बुलडोजर, 80 घरों और मस्जिद को किया जाएगा ध्वस्त, लगाए गए लाल निशान

संभल, 8 अक्टूबर 2025: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन का बुलडोजर अभियान तेज हो गया है। सदर तहसील के हातिम सराय मोहल्ले में सरकारी तालाब की आठ बीघा जमीन पर बने करीब 80 मकानों और एक मस्जिद पर लाल निशान लगाए गए हैं। 15 दिनों का नोटिस जारी होने के बाद बुधवार को ध्वस्तीकरण शुरू हो सकता है। भूमाफियाओं द्वारा अनाधिकृत प्लॉटिंग का आरोप है, जिससे स्थानीय निवासियों में दहशत फैल गई। लेकिन क्या यह कार्रवाई सिर्फ अतिक्रमण हटाने तक सीमित रहेगी या सांप्रदायिक तनाव को नई हवा मिलेगी? हाल के ध्वस्तीकरणों के बाद इलाके में तनाव क्यों बढ़ रहा? पूरी कार्रवाई की परतें आगे जानें।

हातिम सराय में हड़कंप: तालाब की जमीन पर बने मकानों पर निशाना

संभल के सदर तहसील अंतर्गत हातिम सराय मोहल्ला, जो समाजवादी पार्टी के प्रभाव क्षेत्र के रूप में जाना जाता है, आज सुबह से ही चर्चा का केंद्र बना हुआ है। तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम ने सरकारी तालाब की आठ बीघा जमीन पर बने अवैध निर्माणों का सर्वे किया। यहां करीब 80 मकान, ज्यादातर मुस्लिम परिवारों के, अनाधिकृत प्लॉटिंग का शिकार बताए जा रहे हैं। टीम ने 40 मकानों पर लाल निशान चिह्नित किए, जबकि बाकी पर भी जल्द कार्रवाई की चेतावनी दी। स्थानीय निवासी अहमद खान ने बताया, ‘हमने टैक्स देकर घर बनाए, लेकिन अब सब उजड़ने को है।’ प्रशासन का दावा है कि भूमाफियाओं ने 10-15 साल पहले तालाब भरकर प्लॉट बेचे। नोटिस में दस्तावेज मांगे गए हैं—भूमि खरीद के कागज, म्यूटेशन रिकॉर्ड। 15 दिनों में संतोषजनक जवाब न मिलने पर बुलडोजर चलेगा। इलाके में एसपी जावेद रजा और भारी फोर्स तैनात है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।

मस्जिद पर लाल निशान: धार्मिक भावनाओं का टकराव

हातिम सराय की एक पुरानी मस्जिद भी इस कार्रवाई की जद में आ गई है। तहसीलदार की टीम ने मस्जिद पर लाल निशान लगाते हुए नोटिस चस्पा किया, जिसमें कहा गया कि यह तालाब की सरकारी भूमि पर बनी है। मस्जिद कमेटी ने दावा किया कि निर्माण 20 साल पुराना है और दान से हुआ, लेकिन प्रशासन ने इसे अवैध करार दिया। यह घटना राया बुजुर्ग गांव की गौसुलवाड़ा मस्जिद के ध्वस्तीकरण की याद दिला रही, जहां 29 सितंबर को 510 वर्ग मीटर पर बनी मस्जिद को खुद कमेटी ने तोड़ा था। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 4 अक्टूबर को स्टे से इनकार कर दिया। हातिम सराय में मस्जिद के इमाम ने कहा, ‘यह हमारी आस्था का केंद्र है, ध्वस्तीकरण से समुदाय टूट जाएगा।’ प्रशासन ने स्पष्ट किया कि कार्रवाई भूमि से जुड़ी है, न कि धर्म से। लेकिन विपक्षी नेता इसे ‘चुनिंदा कार्रवाई’ बता रहे, जो सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ सकती है। नोटिस पीरियड में स्थानीय अदालत में अपील का रास्ता खुला है।

बुलडोजर की तैयारी: जांच और भविष्य की चेतावनी

बुधवार सुबह से बुलडोजर मशीनें हातिम सराय पहुंच चुकी हैं, लेकिन ध्वस्तीकरण नोटिस पीरियड के बाद ही होगा। डीएम अंकित अग्रवाल ने कहा, ‘कानून सबके लिए बराबर है, अतिक्रमण हटाना हमारा कर्तव्य।’ तहसीलदार ने मौके पर जाकर निवासियों से संवाद किया, दस्तावेज जमा करने को कहा। 80 परिवारों में से कई ने दावा किया कि उनके पास रजिस्ट्री है, लेकिन सर्वे में अवैध पाया गया। जून में चंदौसी की रजा-ए-मुस्तफा मस्जिद और 34 घरों का ध्वस्तीकरण इसी श्रृंखला का हिस्सा था। प्रशासन ने भूमाफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए रेवेन्यू टीम गठित की है। विपक्ष ने हाईकोर्ट जाने की धमकी दी, जबकि बीजेपी ने इसे ‘कानून का राज’ बताया। यह कार्रवाई संभल में अतिक्रमण मुक्ति अभियान को तेज करेगी, लेकिन तनाव से बचाव के लिए ड्रोन निगरानी और शांति समितियां सक्रिय हैं। निवासियों की चिंता बरकरार—घर उजड़ने का डर।
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Rama Niwash Pandey

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