‘रात होते ही इच्छाधारी नागिन बन जाती है पत्नी, मुझे बचा लो साहब’, युवक ने DM के सामने खोला राज
सीतापुर, 7 अक्टूबर 2025: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले से एक फिल्मी कहानी जैसा मामला सामने आया है, जहां एक पति ने डीएम के सामने अपनी पत्नी को ‘इच्छाधारी नागिन’ बताते हुए जान बचाने की गुहार लगाई। शनिवार को महमूदाबाद तहसील के समाधान दिवस में मेराज ने प्रार्थना पत्र देकर कहा कि रात में उसकी पत्नी नागिन बनकर डसने की कोशिश करती है, जिससे वह सो नहीं पाता। डीएम अभिषेक आनंद ने जांच के आदेश दिए, लेकिन क्या यह मानसिक तनाव की आहट है या कुछ और? पत्नी मायके में है, लेकिन सस्पेंस बरकरार। इलाके में चर्चाएं जोरों पर हैं—झाड़-फूंक और पंचायत के बावजूद हल नहीं। पूरी सच्चाई क्या है? आगे पढ़ें।
समाधान दिवस पर फूट पड़ी फरियादी की व्यथा
4 अक्टूबर को महमूदाबाद तहसील के लोधासा गांव के मेराज ने डीएम अभिषेक आनंद की अध्यक्षता वाले समाधान दिवस में एक प्रार्थना पत्र दाखिल किया। कांपते हाथों से लिखे पत्र में मेराज ने गुहार लगाई, ‘साहब, मुझे मेरी पत्नी नसीमुन से बचा लीजिए। वह रात में इच्छाधारी नागिन बन जाती है और मुझे डसने की कोशिश करती है।’ मेराज ने बताया कि शादी थानगांव के राजपुर गांव की नसीमुन से हुई थी। शुरुआती दिन सामान्य थे, लेकिन कुछ महीनों बाद पत्नी का व्यवहार बदल गया। रात होते ही वह फुफकारने लगती, नागिन जैसी आवाजें निकालती और हमला करने की कोशिश करती। मेराज का दावा है कि कई बार उसकी आंख खुल जाती, जिससे जान बच जाती। डीएम ने पत्र पढ़कर अधिकारियों के होश उड़ा दिए। प्रभारी अधिकारी ने तुरंत जांच के आदेश दिए, क्योंकि मेराज बेहद डरा-सहमा नजर आ रहा था। यह घटना समाधान दिवस को फिल्मी बना दी, जहां अफसर भी हैरान थे कि ऐसे सनसनीखेज दावे का क्या समाधान हो।
झाड़-फूंक और पंचायत बेकार, पत्नी पर बढ़े आरोप
मेराज ने प्रार्थना पत्र में विस्तार से अपनी पीड़ा बयां की। उसका कहना है कि पत्नी मानसिक रूप से अस्थिर है, जो रात में डराने-धमकाने का खेल खेलती रहती है। ‘वह नागिन बनकर मुझे घूरती है, फुफकारती है और कभी-कभी दौड़कर काटने की कोशिश करती,’ मेराज ने बताया। इस डर से वह रातों को सो नहीं पाता, मानसिक तनाव में जी रहा है। पत्नी पर शक होने के बाद मेराज ने झाड़-फूंक भी करवाई, ओझाओं से इलाज कराया, लेकिन कुछ फर्क नहीं पड़ा। महमूदाबाद कोतवाली में पंचायत भी हुई, जहां परिवार वालों ने बातचीत की, लेकिन हल नहीं निकला। अब नसीमुन मायके में है, लेकिन मेराज का भय कम नहीं हुआ। इलाके के लोग इस बात को लेकर आश्चर्यचकित हैं—कुछ इसे अंधविश्वास बता रहे हैं, तो कुछ मानसिक स्वास्थ्य समस्या। मेराज ने पत्र में अपील की कि पुलिस कार्रवाई करे, वरना जान का खतरा है। यह मामला अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जहां लोग मीम्स बना रहे हैं।
डीएम के आदेश पर जांच, इलाके में सनसनी
डीएम अभिषेक आनंद ने मेराज की शिकायत को गंभीरता से लिया और तहसील प्रशासन को जांच का निर्देश दिया। प्रभारी अधिकारी ने मौखिक रूप से कहा कि मामले की गहन पड़ताल होगी, जिसमें पत्नी, परिवार और चिकित्सकों की राय ली जाएगी। पुलिस ने भी कोतवाली में बयान दर्ज करने शुरू कर दिए हैं। मेराज का दावा है कि स्थानीय थाने ने पहले शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिससे वह डीएम तक पहुंचा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा हो सकता है—शायद पत्नी को कोई विकार हो या पति का भ्रम। लेकिन अंधविश्वास की जड़ें गहरी हैं, जहां नागिन वाली कहानियां आम हैं। इलाके में चर्चा का विषय बन चुका यह मामला महिलाओं के अधिकारों पर भी सवाल खड़े कर रहा है। फिलहाल नसीमुन मायके में सुरक्षित है, लेकिन जांच रिपोर्ट का इंतजार है। यह घटना यूपी के ग्रामीण इलाकों में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता की जरूरत बताती है।
