• October 14, 2025

दिल्ली-NCR में गैंगस्टर्स के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई: बुलेटप्रूफ गाड़ियां, लग्जरी कारें और लाखों का कैश जब्त

नई दिल्ली, 15 सितंबर 2025: दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में अपराध की दुनिया में सक्रिय गैंगस्टर्स पर पुलिस ने जोरदार प्रहार किया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीमों ने एक बड़े ऑपरेशन में कई गैंग्स को धर दबोचा और उनके पास से बुलेटप्रूफ गाड़ियां, महंगी लग्जरी कारें और भारी मात्रा में नकदी बरामद की। यह कार्रवाई द्वारका, पूर्वी दिल्ली और गाजियाबाद जैसे इलाकों में हुई, जिसमें कुल 20 से ज्यादा बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस का कहना है कि ये गैंग वाहन चोरी, जबरन वसूली और अवैध हथियारों के धंधे में लिप्त थे। इस सफलता से शहरवासियों में राहत की सांस बही है, लेकिन पुलिस ने चेतावनी दी है कि अपराधियों के खिलाफ सख्ती जारी रहेगी।दिल्ली पुलिस के डिप्टी कमिश्नर (क्राइम) ने बताया कि यह ऑपरेशन 14 सितंबर की रात से शुरू हुआ था। द्वारका जिले की टीम ने 25 स्पेशल दलों के साथ मिलकर गैंगस्टर्स के नेटवर्क पर छापेमारी की। सूत्रों के अनुसार, मुख्य आरोपी एक अंतरराज्यीय गैंग का सरगना था, जो दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में सक्रिय था। इनके पास से एक बुलेटप्रूफ वाहन बरामद हुआ, जो गैंग लीडर्स की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल होता था। इसके अलावा, मर्सिडीज, ऑडी और बीएमडब्ल्यू जैसी लग्जरी कारें जब्त की गईं, जिनकी कीमत करोड़ों रुपये बताई जा रही है। सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि छापेमारी में 50 लाख रुपये से ज्यादा का कैश भी मिला, जो संभवतः अवैध कमाई का हिस्सा था।

पूर्वी दिल्ली के एंटी-नारकोटिक्स स्क्वाड ने भी एक अंतरराज्यीय वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश किया। इस गैंग के सरगना कासिम उर्फ गुड्डू को दिल्ली के ओखला विहार से पकड़ा गया। कासिम पहले से कई बार जेल जा चुका था और वह लग्जरी कारें चुराकर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर छोटे शहरों में बेचता था। पुलिस ने उसके साथियों खुशनवाज, ताज मोहम्मद, अबुजर उर्फ सोनू (बिहार से) और अलीगढ़ के दो रिसीवर आमिर व शाहिद को भी गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से तीन चोरी हुई लग्जरी कारें बरामद हुईं, जिनकी कीमत एक करोड़ रुपये से ज्यादा थी। आरोपी नकली चाबियां और फर्जी आरसी (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) का इस्तेमाल करते थे। पूछताछ में खुलासा हुआ कि गैंग दुबई से संचालित होता था, जहां मास्टरमाइंड शारिक साठा बैठा है।गाजियाबाद के टीला मोड़ इलाके में भी पुलिस ने वाहन चोर गैंग पर नकेल कसी। यहां सरगना सद्दाम समेत पांच बदमाशों को दबोचा गया। इनके पास से चोरी की बाइकें, स्कूटर और मोबाइल फोन बरामद हुए। आरोपी एनसीआर के विभिन्न इलाकों में रेकी करते थे और वाहनों को सस्ते दामों पर बेच देते थे। सद्दाम पर आठ मुकदमे दर्ज हैं, जबकि उसके साथी साजन, समीर उर्फ बर्गर, सूरज और नदीम पर भी चोरी व एनडीपीएस एक्ट के तहत कई केस हैं।

पुलिस ने जंगल में छुपाई गई चीजें भी बरामद कीं।इस कार्रवाई के पीछे कई महीनों की मेहनत थी। दिल्ली पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि ये गैंग्स लग्जरी कारें चुराकर उन्हें उत्तर भारत के दूर-दराज इलाकों में खपाते हैं। कुछ गैंग्स जबरन वसूली भी करते थे, जहां वे अमीर लोगों को धमकाकर पैसे वसूलते। बुलेटप्रूफ गाड़ी का इस्तेमाल मुख्य रूप से गैंग लीडर्स की सुरक्षा के लिए होता था, ताकि पुलिस की गोलियों से बच सकें। जब्त कैश में कई नोट गिनकर चेक किए गए, जो अवैध सट्टेबाजी और ड्रग्स से जुड़े होने का शक है। पुलिस ने अभी तक ड्रग्स या हथियारों की कोई बरामदगी नहीं बताई, लेकिन जांच जारी है।शहरवासी इस कार्रवाई से खुश हैं। द्वारका की रहने वाली रीता शर्मा ने कहा, “हम लोग रात को डरते थे कि कहीं गैंगस्टर्स न आ जाएं। अब लगता है सुरक्षित हैं।” पूर्वी दिल्ली के एक दुकानदार ने बताया, “लग्जरी कार चोरी का डर हमेशा रहता था। पुलिस का यह एक्शन सराहनीय है।” हालांकि, कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं कि इतनी महंगी गाड़ियां कहां से आ रही हैं और कैश का स्रोत क्या है।

पुलिस ने कहा कि सभी आरोपी दिल्ली, यूपी, बिहार और यहां तक कि महाराष्ट्र से पकड़े गए हैं। मास्टरमाइंड दुबई भागा हुआ है, जिसकी तलाश अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से की जा रही है।पुलिस का यह ऑपरेशन दिल्ली-एनसीआर में अपराध दर को कम करने की दिशा में बड़ा कदम है। पिछले कुछ महीनों में वाहन चोरी के मामले बढ़े थे, खासकर लग्जरी कारों के। आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी से सितंबर तक एनसीआर में 500 से ज्यादा वाहन चोरी के केस दर्ज हुए। लेकिन इस कार्रवाई से 20 से ज्यादा चोरी के वाहन बरामद हो चुके हैं। बुलेटप्रूफ गाड़ी की जब्ती खास तौर पर महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह गैंग्स की ताकत को कमजोर करती है। कैश की बरामदगी से मनी लॉन्ड्रिंग की जांच भी शुरू हो गई है।दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमारी टीमें 24 घंटे अलर्ट पर हैं। गैंगस्टर्स को कोई छूट नहीं मिलेगी। जनता से अपील है कि संदिग्ध गतिविधि देखें तो सूचना दें।” इस ऑपरेशन में कई डिपार्टमेंट्स ने साथ दिया, जैसे क्राइम ब्रांच, एंटी-नारकोटिक्स और लोकल पुलिस। गिरफ्तार बदमाशों को कोर्ट में पेश किया जाएगा और रिमांड पर लेकर और पूछताछ होगी।यह कार्रवाई न सिर्फ अपराधियों को सबक देगी, बल्कि अन्य गैंग्स को भी डराएगी। दिल्ली-एनसीआर जैसे व्यस्त क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाना जरूरी है। सड़कों पर लग्जरी कारें देखकर अब लोग सोचेंगे कि ये वैध हैं या चोरी की। पुलिस ने चेतावनी दी है कि आगे भी ऐसी कार्रवाइयां होती रहेंगी। शहर की शांति बनाए रखने के लिए यह प्रयास जारी रहेगा।

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Rama Niwash Pandey

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