यूपी मौसम अपडेट: 58 जिलों में बिजली गिरने की चेतावनी, बारिश और 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा का अलर्ट
लखनऊ, 3 मई 2025: उत्तर प्रदेश के 58 जिलों में आज (3 मई 2025) भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भारी बारिश, बिजली गिरने और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार, इन जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, साथ ही 50-70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इस मौसमी बदलाव का कारण पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाओं का मेल बताया जा रहा है। इस अलर्ट के बीच मुजफ्फरनगर में चल रही भारतीय किसान यूनियन की महापंचायत और राकेश टिकैत के साथ हुई धक्का-मुक्की की घटना पर भी मौसम का असर देखा जा सकता है।
मौसम विभाग का अलर्ट: प्रभावित जिले
मौसम विभाग ने लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, गोरखपुर, अयोध्या, मेरठ, वाराणसी, आगरा, झांसी, बरेली सहित 58 जिलों के लिए बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। इनमें से कुछ प्रमुख जिले हैं:
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पश्चिमी यूपी: मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, सहारनपुर, शामली, गाजियाबाद, नोएडा, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, आगरा।
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पूर्वी यूपी: वाराणसी, गोरखपुर, देवरिया, बलिया, मऊ, आजमगढ़, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, सोनभद्र।
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मध्य यूपी: लखनऊ, कानपुर, उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर, प्रयागराज, कौशांबी।
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बुंदेलखंड: झांसी, जालौन, हमीरपुर, बांदा।
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अवध क्षेत्र: अयोध्या, बाराबंकी, सुल्तानपुर, अमेठी, बस्ती।
मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे खेतों में काम करने से बचें, पेड़ों के नीचे न रुकें और बिजली के खंभों से दूरी बनाए रखें। साथ ही, लोगों से पक्के मकानों में रहने और खुले स्थानों से बचने की अपील की गई है।
मौसम का प्रभाव: तेज हवाएं और बिजली गिरने का खतरा
मौसम विभाग के अनुसार, आज कई इलाकों में 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जो कुछ स्थानों पर 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं। यह तेज हवाएं पेड़ों, बिजली के तारों और कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसके अलावा, वज्रपात की घटनाएं भी खतरनाक हो सकती हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बिजली गिरने से जानमाल का नुकसान हो सकता है, इसलिए लोग सतर्क रहें।
लखनऊ के क्षेत्रीय मौसम केंद्र के एक बुलेटिन में कहा गया है, “3 मई को पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना है। हवा की गति 50-70 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।”

मुजफ्फरनगर में मौसम का असर: महापंचायत पर खतरा
मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान य, जो राकेश टिकैत के साथ शुक्रवार को जन आक्रोश रैली में हुई धक्का-मुक्की के विरोध में आयोजित की गई है, पर भी मौसम का असर पड़ सकता है। राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में हो रही इस महापंचायत में हजारों किसानों के जुटने की उम्मीद है। हालांकि, बारिश और तेज हवाओं के कारण आयोजन में व्यवधान उत्पन्न हो सकता है। भाकियू नेताओं ने कहा है कि वे मौसम की चुनौतियों के बावजूद पंचायत को सफल बनाएंगे।
राकेश टिकैत ने कहा, “मौसम चाहे जैसा हो, हमारा हौसला नहीं डगमगाएगा। यह पंचायत किसानों की एकता और सम्मान की लड़ाई है।” स्थानीय प्रशासन ने भी महापंचायत के लिए सुरक्षा और आपातकालीन व्यवस्थाएं की हैं, जिसमें बारिश से बचाव के लिए तंबू और अन्य इंतजाम शामिल हैं।
कृषि और दैनिक जीवन पर प्रभाव
मौसम के इस बदलाव का असर कृषि और दैनिक जीवन पर भी पड़ रहा है। कई जिलों में गेहूं और अन्य फसलों की कटाई अंतिम चरण में है। बारिश और तेज हवाएं तैयार फसलों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे कटी हुई फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रखें और खेतों में काम करने से बचें।
शहरों में, खासकर लखनऊ, आगरा, मेरठ और वाराणसी जैसे बड़े शहरों में, बारिश और तेज हवाओं के कारण बिजली आपूर्ति और यातायात प्रभावित हो सकता है। दिल्ली-एनसीआर में हाल ही में हुई भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण उड़ानें प्रभावित हुई थीं, और यूपी के हवाई अड्डों पर भी ऐसी स्थिति बन सकती है।
सामाजिक और राजनीतिक माहौल पर प्रभाव
मुजफ्फरनगर में राकेश टिकैत के साथ हुई घटना के बाद मौसम का यह बदलाव सामाजिक और राजनीतिक माहौल को और जटिल बना सकता है। महापंचायत में भारी भीड़ की उम्मीद है, लेकिन बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी के कारण लोग खुले मैदान में जुटने से हिचक सकते हैं। इसके बावजूद, भाकियू ने दावा किया है कि मौसम की मार उनके इरादों को कमजोर नहीं करेगी।
सोशल मीडिया पर भी मौसम और इस घटना को लेकर चर्चा तेज है। एक एक्स पोस्ट में लिखा गया, “मुजफ्फरनगर में बारिश और बिजली का अलर्ट, लेकिन किसानों का गुस्सा मौसम से बड़ा है। टिकैत के साथ हुआ व्यवहार बर्दाश्त नहीं।”
मौसम विभाग की सलाह
मौसम विभाग ने लोगों को निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी है:
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वज्रपात से बचाव: बिजली गिरने की स्थिति में पेड़ों, बिजली के खंभों और खुले मैदानों से दूर रहें।
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यातायात सावधानी: बारिश के कारण सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं, इसलिए वाहन चलाते समय सावधानी बरतें।
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कृषि सावधानी: कटी हुई फसलों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं।
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आपातकालीन तैयारी: बारिश और तेज हवाओं के कारण बिजली गुल हो सकती है, इसलिए टॉर्च और अन्य जरूरी सामान तैयार रखें।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24-48 घंटों तक यूपी के कई हिस्सों में बारिश और तेज हवाओं का दौर जारी रह सकता है। 4 मई तक मौसम में कुछ सुधार की उम्मीद है, लेकिन पूरी तरह से शुष्क मौसम 5 मई के बाद ही संभावित है। तापमान में भी मामूली कमी देखी जा सकती है, जिससे गर्मी से थोड़ी राहत मिलेगी।
