कानपुर पहुंचे राहुल गांधी: शुभम द्विवेदी के परिजनों से की मुलाकात, प्रियंका वाड्रा से फोन पर करवाई बात
कानपुर, 30 अप्रैल 2025: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी बुधवार को उत्तर प्रदेश के कानपुर पहुंचे। यहां उन्होंने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए शुभम द्विवेदी के परिवार से मुलाकात की। इस दौरान राहुल गांधी ने शुभम के परिजनों को ढांढस बंधाया और उनकी पत्नी ऐशान्या और पिता से घटना के बारे में विस्तार से बात की। मुलाकात के दौरान उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से फोन पर परिजनों की बात भी करवाई। इस भावुक मुलाकात ने स्थानीय लोगों और सोशल मीडिया पर व्यापक ध्यान आकर्षित किया है।
शुभम द्विवेदी की शहादत और परिवार का दर्द
शुभम द्विवेदी, 31 वर्षीय कानपुर निवासी और सीमेंट कारोबार से जुड़े व्यवसायी, 16 अप्रैल को अपनी पत्नी ऐशान्या और परिवार के नौ अन्य सदस्यों के साथ कश्मीर में एक सप्ताह की छुट्टी पर गए थे। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शुभम की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हमले में कुल 26 लोग मारे गए थे। शुभम की शादी इसी साल 12 फरवरी को हुई थी, और उनकी पत्नी ऐशान्या ने बताया कि वह हमले में सबसे पहले गोली का शिकार हुए, जिसके कारण अन्य लोग भागने में सफल रहे। ऐशान्या ने शुभम को शहीद का दर्जा देने की मांग की है।
शुभम के पिता ने राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान भावुक होकर कहा, “आप देश के बड़े नेता हैं, आप कुछ करिए।” शुभम की पत्नी ऐशान्या भी इस दौरान रो पड़ीं, और राहुल गांधी ने उन्हें सांत्वना देते हुए कहा, “हम सब आपके साथ हैं।” इस मुलाकात में शुभम के परिवार ने अपनी बेबसी और दुख को साझा किया, जिसे सुनकर राहुल गांधी ने उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
प्रियंका वाड्रा से फोन पर बात
राहुल गांधी ने मुलाकात के दौरान शुभम के परिजनों को प्रियंका गांधी वाड्रा से फोन पर बात करवाई। प्रियंका ने फोन पर परिवार से बात कर उनकी हिम्मत बढ़ाई और शुभम की शहादत को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने परिवार को भरोसा दिलाया कि कांग्रेस पार्टी इस मुश्किल वक्त में उनके साथ खड़ी है और न्याय के लिए उनकी लड़ाई में साथ देगी। इस बातचीत ने परिवार को भावनात्मक रूप से मजबूती प्रदान की। प्रियंका ने यह भी कहा कि शुभम जैसे नौजवानों की शहादत देश के लिए प्रेरणा है, और उनकी याद को सम्मान देना हम सबकी जिम्मेदारी है।

राहुल गांधी का कानपुर दौरा
राहुल गांधी रायबरेली और अमेठी के दो दिवसीय दौरे पर उत्तर प्रदेश में थे। मंगलवार को लखनऊ हवाई अड्डे पर उतरने के बाद वे सीधे रायबरेली पहुंचे, जहां उन्होंने सिविल लाइंस चौराहे पर सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण किया और स्थानीय लोगों से मुलाकात की। बुधवार को अपने व्यस्त कार्यक्रम के बीच वे दोपहर बाद 3:35 बजे चकेरी एयरपोर्ट, कानपुर पहुंचे। यहां से वे सीधे शुभम द्विवेदी के घर गए। इस दौरे की जानकारी उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख अजय राय ने दी, जिन्होंने बताया कि राहुल गांधी ने पहलगाम हमले के बाद कश्मीर में भी प्रभावित परिवारों से मुलाकात की थी।
अजय राय ने कहा, “राष्ट्रीय एकता के मुद्दों पर कांग्रेस और इसके नेतृत्व ने हमेशा देश को प्राथमिकता दी है। राहुल जी शुभम के परिवार से मिलकर उनका दुख बांटना चाहते थे और उन्हें यह भरोसा दिलाना चाहते थे कि कांग्रेस पार्टी इस दुख की घड़ी में उनके साथ है।” राय स्वयं 23 अप्रैल को शुभम के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और विवाद
राहुल गांधी के इस दौरे से पहले रायबरेली में कुछ भाजपा नेताओं ने उनके खिलाफ पोस्टर लगाए थे, जिनमें लिखा था, “तुम जातिवाद से तोड़ोगे, हम राष्ट्रवाद से जोड़ेंगे।” इसके जवाब में कांग्रेस की सोशल मीडिया पोस्ट ‘गायब’ ने भाजपा की शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधा, जिसे लेकर विवाद भी हुआ। भाजपा नेताओं ने इस पोस्ट की आलोचना की और इसे राजनीतिक स्टंट करार दिया।
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी 23 अप्रैल को शुभम के परिवार से मिलने कानपुर पहुंचे थे। उन्होंने परिवार को आश्वासन दिया था कि पहलगाम हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
शुभम के परिवार की मांग
शुभम के परिवार ने राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान शुभम को शहीद का दर्जा देने और उनकी पत्नी ऐशान्या के लिए आर्थिक सहायता की मांग की। परिवार का कहना है कि शुभम की अचानक मृत्यु ने उनके घर की आर्थिक स्थिति को कमजोर कर दिया है। राहुल गांधी ने इस संबंध में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया और कहा कि वे इस मुद्दे को संसद में भी उठाएंगे।
कांग्रेस की मांग: संसद का संयुक्त सत्र
राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पहलगाम हमले के मुद्दे पर संसद का संयुक्त सत्र बुलाने की मांग की है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस हमले पर चर्चा की आवश्यकता पर जोर दिया है। कांग्रेस का कहना है कि यह हमला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मुद्दा है, और इसे राजनीति से ऊपर उठकर देखा जाना चाहिए।
