यूपी: राहुल गांधी के अमेठी पहुंचने से पहले लगे आपत्तिजनक पोस्टर, पुलिस ने तुरंत हटवाए
अमेठी, उत्तर प्रदेश | 29 अप्रैल 2025:कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अमेठी दौरे से ठीक पहले शहर में कुछ आपत्तिजनक पोस्टर लगाए गए, जिनमें उन्हें ‘आतंक का साथी’ बताते हुए कड़े आरोप लगाए गए थे। घटना के सामने आते ही स्थानीय पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी पोस्टरों को हटवा दिया है और इस संबंध में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।
राहुल गांधी, जो अपने पूर्व संसदीय क्षेत्र अमेठी के एक दिवसीय दौरे पर आने वाले हैं, यहां विभिन्न जनसभाओं और कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। लेकिन उनके आगमन से पहले शहर के कई प्रमुख चौराहों, दीवारों और बिजली के खंभों पर ऐसे पोस्टर लगाए गए, जिनमें न केवल अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया था, बल्कि उनकी राष्ट्रभक्ति पर भी सवाल उठाए गए थे।
पोस्टरों में क्या लिखा था?
इन पोस्टरों में राहुल गांधी पर कथित तौर पर “देशद्रोहियों के समर्थन” और “राष्ट्रविरोधी मानसिकता” फैलाने जैसे आरोप लगाए गए थे। पोस्टर में उन्हें “आतंक का साथी” कहते हुए राजनीतिक कटाक्ष किए गए थे। हालांकि इन पोस्टरों पर किसी संगठन या व्यक्ति का नाम या हस्ताक्षर नहीं था।
पुलिस की तत्परता से रोकी गई अशांति
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन हरकत में आ गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने खुद घटनास्थल का निरीक्षण किया और पोस्टरों को तत्काल हटवाया गया।
एसपी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हम मामले की गंभीरता को समझते हैं। किसी भी तरह की आपत्तिजनक और भड़काऊ सामग्री को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है और जांच शुरू कर दी गई है।”
राजनीतिक माहौल में गर्मी
राहुल गांधी का अमेठी दौरा पहले से ही राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसे में इन पोस्टरों के सामने आने से राजनीतिक माहौल और अधिक गरम हो गया है। कांग्रेस नेताओं ने इसे एक “सुनियोजित साजिश” बताया है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने बयान जारी करते हुए कहा, “यह भाजपा या उनके समर्थकों की घबराहट को दर्शाता है। राहुल गांधी एक जन नेता हैं और अमेठी की जनता उन्हें अच्छी तरह जानती है। ऐसे घटिया हथकंडे जनता को भ्रमित नहीं कर सकते।”
बीजेपी ने किया पल्ला झाड़
वहीं भाजपा के स्थानीय नेताओं ने इस घटना से खुद को अलग करते हुए कहा कि पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “हम लोकतंत्र में विश्वास करते हैं और किसी भी प्रकार की अभद्रता या निजी हमले का समर्थन नहीं करते। प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना पर स्थानीय लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया रही। कुछ लोगों ने इसे ‘राजनीतिक नौटंकी’ बताया, तो कुछ ने इसे ‘गंभीर साजिश’ कहकर निंदा की। अमेठी के एक व्यापारी अजीत सिंह ने कहा, “इस तरह की चीजें चुनावी माहौल में अक्सर देखी जाती हैं, लेकिन यह गलत है। नेताओं को मुद्दों पर बात करनी चाहिए, न कि व्यक्तिगत हमलों पर।”
चुनावी नजदीकियों से जुड़ी साजिश?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आगामी लोकसभा चुनावों को देखते हुए यह घटना बेहद रणनीतिक रूप से घटित हुई है। अमेठी, जो कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था, अब चुनावी दृष्टिकोण से एक हाई-प्रोफाइल सीट बन चुका है।
