• October 14, 2025

रायबरेली में राहुल गांधी की दिशा बैठक: 78 विभागों के अफसरों के साथ समीक्षा, पिछले सवालों के जवाब पर जोर

रायबरेली, 29 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश के रायबरेली में कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में हिस्सा लिया। यह बैठक कलेक्ट्रेट स्थित बचत भवन में आयोजित की गई, जिसमें 78 विभागों के अधिकारी मौजूद थे। राहुल गांधी ने इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और पिछली बैठक में उठाए गए सवालों के जवाब पर विशेष ध्यान दिया। यह उनकी रायबरेली सांसद के रूप में दूसरी दिशा बैठक थी, जिसने स्थानीय विकास और राजनीतिक गतिशीलता को लेकर चर्चा को तेज कर दिया है।
बैठक का विवरण: विकास पर चर्चा, पिछले सवालों की जवाबदेही
‘एक्स’ पर उपलब्ध पोस्ट्स और समाचारों के अनुसार, राहुल गांधी सुबह करीब 10:30 बजे रायबरेली पहुंचे। उनके साथ कांग्रेस के अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा, राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी, विधायक अराधना मिश्रा ‘मोना’, और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह (जो पहले कांग्रेस में थे) मौजूद थे। बैठक में जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने राहुल गांधी का स्वागत किया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य रायबरेली में चल रही केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं, जैसे मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन, और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) की प्रगति की समीक्षा करना था। राहुल गांधी ने पिछली दिशा बैठक (5 नवंबर 2024) में उठाए गए मुद्दों, जैसे सड़कों का रखरखाव, जल जीवन मिशन के तहत पाइप्ड वाटर सप्लाई, और AIIMS रायबरेली में दवाओं की उपलब्धता, पर अधिकारियों से जवाब मांगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे उज्ज्वला योजना के तहत सिलेंडर रिफिलिंग और स्वयं सहायता समूहों के कार्यों से संबंधित दावों की सत्यता की जांच करें और विस्तृत रिपोर्ट सौंपें।
राजनीतिक रंग: भाजपा की टिप्पणी और पोस्टर वार
बैठक में भाजपा और समाजवादी पार्टी के स्थानीय विधायकों ने भी हिस्सा लिया, जिन्होंने स्थानीय मुद्दों पर अपनी बात रखी। भाजपा विधायक अदिति सिंह ने बैठक को “सकारात्मक” बताया, लेकिन कुछ मुद्दों पर मामूली असहमति की बात स्वीकारी। उन्होंने कहा, “यह एक प्रशासनिक बैठक थी, जिसमें ज्यादातर चर्चा विकास पर केंद्रित थी।”
हालांकि, बैठक के बाद राजनीतिक तनाव भी देखने को मिला। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और भाजपा नेता दिनेश प्रताप सिंह ने एक पोस्टर के जरिए राहुल गांधी पर निशाना साधा, जिसमें लिखा था, “रायबरेली के राहुल जी, छह महीने में पांच घंटे, पांच साल में 30 घंटे, यानी कुल दो दिन?” इस पोस्टर में राहुल पर रायबरेली में कम समय बिताने का आरोप लगाया गया और उनसे अपने संसदीय क्षेत्र में एक रात रुकने की मांग की गई। सिंह ने यह भी दावा किया कि मोदी सरकार के तहत रायबरेली को यूपीए सरकार की तुलना में अधिक फंड आवंटित किया गया है।
इसके जवाब में कांग्रेस नेताओं ने इसे भाजपा की हताशा करार दिया। प्रमोद तिवारी ने कहा, “राहुल गांधी व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद रायबरेली के लिए समय निकाल रहे हैं। भाजपा के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है, इसलिए वे इस तरह की सस्ती राजनीति कर रहे हैं।”
राहुल गांधी का दौरा: अन्य गतिविधियां
दिशा बैठक से पहले, राहुल गांधी ने रायबरेली में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने डिग्री कॉलेज चौराहे पर नगर निगम के सौंदर्यीकरण प्रोजेक्ट और शहीद चौक का उद्घाटन किया। इसके अलावा, उन्होंने PMGSY के तहत निर्मित नौ सड़कों का लोकार्पण किया। अपने दौरे के दौरान, राहुल ने चुरवा हनुमान मंदिर और श्री पीपलेश्वर महादेवजी मंदिर में पूजा-अर्चना भी की।
राहुल ने अगस्त 2024 में मारे गए दलित युवक अर्जुन पासी के परिवार से भी मुलाकात की और उनकी हत्या के मामले में न्याय की मांग उठाई। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है।
सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव
यह बैठक रायबरेली में राहुल गांधी की सक्रियता को दर्शाती है, जो गांधी परिवार का पारंपरिक गढ़ रहा है। 2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल ने रायबरेली सीट 3,90,030 वोटों के अंतर से जीती थी। उनकी यह दूसरी दिशा बैठक क्षेत्र में विकास कार्यों को गति देने और स्थानीय प्रशासन पर नजर रखने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
हालांकि, भाजपा का पोस्टर वार और उनकी टिप्पणियां यह संकेत देती हैं कि रायबरेली में सियासी जंग तेज हो रही है। भाजपा रायबरेली में अपनी पैठ बढ़ाने की कोशिश कर रही है, और राहुल गांधी की उपस्थिति को कमजोर करने के लिए इस तरह के हमले कर रही है। ‘एक्स’ पर कई यूजर्स ने इस मुद्दे पर चर्चा की, जिसमें कुछ ने राहुल की सक्रियता की तारीफ की, जबकि अन्य ने भाजपा के आरोपों का समर्थन किया। एक यूजर ने लिखा, “राहुल गांधी रायबरेली के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन भाजपा को केवल पोस्टर लगाने की राजनीति आती है।”
पिछली बैठक के सवाल और जवाबदेही
पिछली दिशा बैठक (5 नवंबर 2024) में राहुल गांधी ने जल जीवन मिशन, AIIMS रायबरेली में दवाओं की कमी, और सड़क रखरखाव जैसे मुद्दों को उठाया था। उन्होंने अधिकारियों से इन मुद्दों पर प्रगति रिपोर्ट मांगी थी। इस बार की बैठक में अधिकारियों को इन सवालों के जवाब देने और योजनाओं के कार्यान्वयन की स्थिति पर स्पष्ट जानकारी देने का निर्देश दिया गया। राहुल ने विशेष रूप से उज्ज्वला योजना के तहत 90% सिलेंडर रिफिलिंग के दावे की सत्यता जांचने और स्वयं सहायता समूहों के लिए राज्य सरकार द्वारा आवंटित फंड की जानकारी मांगी।
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Rama Niwash Pandey

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