मिर्जापुर में दुखद घटना: मामा के घर से शादी का निमंत्रण न मिलने पर युवक ने खाया कीटनाशक, हालत गंभीर
मिर्जापुर, 19 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां मामा के घर से शादी का निमंत्रण न मिलने से आहत एक युवक ने कीटनाशक का सेवन कर लिया। इस घटना के बाद युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है, और उसे तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह मामला जिले के हलिया थाना क्षेत्र के एक गांव का है, जहां पारिवारिक विवाद ने एक युवक को आत्मघाती कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, हलिया थाना क्षेत्र के एक गांव के रहने वाले 24 वर्षीय युवक (नाम गोपनीय रखा गया है) को अपने मामा के घर में होने वाली एक शादी समारोह का निमंत्रण नहीं मिला। युवक के परिजनों ने बताया कि वह अपने मामा से गहरे भावनात्मक जुड़ाव रखता था और उनके परिवार के साथ अच्छे संबंधों की उम्मीद करता था। हालांकि, मामा के परिवार की ओर से निमंत्रण न मिलने से वह गहरे अवसाद में चला गया।
शुक्रवार देर रात, युवक ने घर में रखे कीटनाशक का सेवन कर लिया। परिजनों को जब इसकी जानकारी हुई, तो वे उसे तुरंत स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे मिर्जापुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, युवक की हालत गंभीर बनी हुई है, और उसे गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रखा गया है। डॉक्टर उसकी स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं।
परिजनों का बयान
युवक के पिता ने बताया, “हमारा बेटा मामा के परिवार से बहुत प्यार करता था। उसे उम्मीद थी कि शादी में उसे जरूर बुलाया जाएगा, लेकिन जब निमंत्रण नहीं आया, तो वह बहुत दुखी हो गया। हमने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह अंदर ही अंदर टूट चुका था।” परिजनों ने यह भी बताया कि युवक पिछले कुछ दिनों से कम बोल रहा था और अकेले में समय बिताने लगा था।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
हलिया थाना प्रभारी ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, “हमने परिजनों के बयान दर्ज किए हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि युवक ने यह कदम क्यों उठाया। प्रथम दृष्टया यह पारिवारिक विवाद का मामला प्रतीत होता है।” पुलिस ने कीटनाशक की बोतल को कब्जे में लेकर उसकी जांच शुरू कर दी है।
जिला प्रशासन ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। जिला मजिस्ट्रेट ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं कि युवक को बेहतर से बेहतर इलाज मुहैया कराया जाए। साथ ही, उन्होंने सामाजिक संगठनों से अपील की है कि वे लोगों में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाएं।

मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक दबाव
यह घटना समाज में बढ़ते मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों और पारिवारिक रिश्तों में संवादहीनता की गंभीरता को उजागर करती है। मिर्जापुर के मनोचिकित्सक डॉ. अनिल शर्मा ने कहा, “पारिवारिक अपेक्षाएं और सामाजिक दबाव कभी-कभी युवाओं को गहरे अवसाद की ओर धकेल देते हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की कमी है, ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं।” उन्होंने सुझाव दिया कि परिवारों को अपने सदस्यों के साथ खुलकर बात करनी चाहिए और छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
मिर्जापुर में हाल के वर्षों में आत्महत्या के प्रयासों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। सामाजिक कार्यकर्ता रमेश पांडेय ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की कमी और मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच न होना इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की कि प्रत्येक ब्लॉक में मानसिक स्वास्थ्य काउंसलिंग सेंटर स्थापित किए जाएं।
सामाजिक और सांस्कृतिक संदर्भ
मिर्जापुर जैसे ग्रामीण और परंपरागत समाज में, मामा-भांजे का रिश्ता विशेष महत्व रखता है। शादी-ब्याह जैसे अवसरों पर परिवार के सभी सदस्यों को आमंत्रित करना एक सामाजिक परंपरा है, और इसमें चूक को अपमान के रूप में देखा जाता है। इस घटना ने समाज में संवाद और समझ की कमी को भी उजागर किया है। स्थानीय निवासी रामलाल ने कहा, “ऐसी छोटी-छोटी बातें अगर समय रहते सुलझा ली जाएं, तो इतना बड़ा कदम उठाने की नौबत नहीं आती।”
प्रशासन से अपील
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि युवक के परिवार को हर संभव मदद दी जाए। साथ ही, उन्होंने मामा के परिवार से भी अपील की है कि वे इस मामले में संवेदनशीलता दिखाएं और युवक के स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करें।
