अयोध्या: 21 तस्वीरों में देखें रामलला जन्मोत्सव की धूम, लाखों लोग सूर्य तिलक के बने गवाह
अयोध्या, 6 अप्रैल 2025: राम नवमी के पावन अवसर पर अयोध्या नगरी एक बार फिर भक्ति और उत्साह के रंग में सराबोर हो उठी। श्री राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के जन्मोत्सव का उत्सव ऐतिहासिक और भव्य रहा। इस बार लाखों श्रद्धालुओं ने मंदिर में उपस्थित होकर और दुनिया भर से लाइव प्रसारण के माध्यम से रामलला के ‘सूर्य तिलक’ के दर्शन किए। यह अद्भुत क्षण दोपहर 12 बजे हुआ, जब सूर्य की किरणों ने रामलला के मस्तक को चार मिनट तक प्रकाशित किया। इस लेख में हम 21 तस्वीरों के जरिए आपको अयोध्या के इस अलौकिक उत्सव की झलक दिखाएंगे।
रामनगरी में उत्सव की शुरुआत
सुबह 3:30 बजे मंगला आरती के साथ श्री राम जन्मभूमि मंदिर में उत्सव का आगाज हुआ। मंदिर को फूलों, रोशनी और रंगोली से सजाया गया था। मंदिर परिसर में घंटे-घड़ियाल और शंखनाद की गूंज के बीच श्रद्धालु भक्ति में डूबे नजर आए। तस्वीरों में मंदिर का भव्य स्वरूप और सुबह की शांति स्पष्ट दिखाई देती है।

रामलला का शृंगार और अभिषेक
सुबह 9:30 बजे से रामलला का विशेष अभिषेक शुरू हुआ। पुजारियों ने पारंपरिक मंत्रोच्चार के साथ भगवान को स्नान कराया और उन्हें पीले वस्त्रों, आभूषणों और फूलों से सजाया। एक तस्वीर में रामलला की मूर्ति पर सूर्यवंशी राजकुमार की छवि साकार होती दिख रही है, जिसमें उनकी मासूम मुस्कान और दिव्य आभा हर किसी को मंत्रमुग्ध कर रही थी।
सूर्य तिलक: विज्ञान और आस्था का संगम
दोपहर 12 बजे का वह क्षण ऐतिहासिक था, जब सूर्य की किरणें एक जटिल दर्पण और लेंस प्रणाली के जरिए रामलला के मस्तक पर ‘सूर्य तिलक’ के रूप में प्रकट हुईं। यह दृश्य करीब चार मिनट तक रहा और लाखों श्रद्धालुओं ने इसे प्रत्यक्ष और लाइव प्रसारण के जरिए देखा। तस्वीरों में सूर्य तिलक की यह प्रक्रिया और भक्तों की भावुकता साफ झलक रही है। मंदिर के गर्भगृह में मौजूद लोग “जय श्री राम” के जयघोष के साथ इस पल का स्वागत करते दिखे।
लाखों श्रद्धालुओं की भीड़
अयोध्या में इस बार 25-30 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद थी, और तस्वीरों में मंदिर के बाहर लंबी कतारें और सड़कों पर उमड़ा जनसैलाब इसकी गवाही दे रहा था। सुबह से ही लोग मंदिर के प्रवेश द्वार पर जमा थे। प्रशासन ने पांच प्रवेश बिंदुओं और कड़े सुरक्षा इंतजामों के साथ व्यवस्था संभाली।
