बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह का विधानसभा में विपक्ष को जवाब: शिक्षामित्रों का अपमान न करें
लखनऊ, 25 फरवरी 2025: उत्तर प्रदेश विधानसभा में बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक द्वारा प्रदेश के शिक्षामित्रों की अपमानजनक टिप्पणी का जवाब दिया। मंत्री ने कहा कि सपा विधायक को शिक्षामित्रों से माफी मांगनी चाहिए और इस प्रकार के अमर्यादित आचरण को नकारा जाना चाहिए।
संदीप सिंह ने विपक्षी विधायक द्वारा शिक्षामित्रों की तुलना पशु से किए जाने की निंदा की और इसे सपा की “पुरानी फितरत” बताया। उन्होंने कहा, “यह कोई पहली बार नहीं है कि विपक्ष ने सदन में शिक्षामित्रों की तुलना पशुओं से की हो। पहले भी इसी तरह की अपमानजनक टिप्पणी की जा चुकी है।”
शिक्षामित्रों का अपमान: सपा की पुरानी फितरत
संदीप सिंह ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी का यह व्यवहार पुरानी आदत बन चुकी है, जिसमें पार्टी के सदस्य शिक्षामित्रों का लगातार अपमान करते हैं। उन्होंने कहा, “यह शिक्षामित्रों का अपमान करना, सपा की पुरानी फितरत बन गई है। इस बार सपा विधायक ने प्रदेश के शिक्षामित्रों की तुलना पशुओं से की, जो बिल्कुल अस्वीकार्य है।”
संदीप सिंह ने यह भी कहा कि विपक्ष को अपने इस आचरण के लिए शिक्षामित्रों से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। “शिक्षामित्रों का अपमान करके सपा ने जो बर्ताव किया है, उसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए,” उन्होंने कहा।
सरकार की तरफ से शिक्षामित्रों की सराहना
बेसिक शिक्षा मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार शिक्षामित्रों के प्रति पूरी तरह सजग और संवेदनशील है। “सरकार शिक्षामित्रों के कार्यों की सराहना करती है और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है,” संदीप सिंह ने कहा।
उन्होंने बताया कि 2017 से पहले प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं का भारी अभाव था, लेकिन उनके शासन में इन विद्यालयों को ऑपरेशन कायाकल्प के तहत बेहतर सुविधाएं प्रदान की गईं। “अगर सपा के लोग सरकारी स्कूलों की चिंता करते तो हमें ऑपरेशन कायाकल्प जैसी योजना की जरूरत नहीं पड़ती,” उन्होंने कहा।
शिक्षामित्रों के समायोजन और सुविधाएं
संदीप सिंह ने यह भी कहा कि शिक्षामित्रों के समायोजन की प्रक्रिया को पूरी संवेदनशीलता से लागू किया जाएगा। “शिक्षामित्रों को दूरस्थ स्थानों पर भेजा गया है, और उनकी इच्छा के अनुसार, उन्हें उनके स्थान पर वापस लाने की प्रक्रिया की जाएगी,” उन्होंने कहा।
इसके साथ ही, मंत्री ने यह बताया कि शिक्षामित्रों के मानदेय में भी महत्वपूर्ण वृद्धि की गई है। “2017 तक शिक्षामित्रों का मानदेय 3,500 रुपये था, जो अब बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया गया है,” उन्होंने कहा।
निष्कर्ष
बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने विधानसभा में विपक्ष के आचरण पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और समाजवादी पार्टी के विधायक द्वारा शिक्षामित्रों के अपमान की कड़ी आलोचना की। उन्होंने शिक्षामित्रों की सराहना करते हुए यह कहा कि सरकार उनकी भलाई के लिए हमेशा तत्पर रहेगी और उनके अधिकारों के प्रति पूरी तरह सजग है। इसके साथ ही, उन्होंने विपक्ष से अपील की कि वे इस प्रकार की अपमानजनक टिप्पणियों से बचें और शिक्षामित्रों से माफी मांगें।
