राजधानी लखनऊ में विधानसभा में शुक्रवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक और ठहाके, आरोप-प्रत्यारोप का दौर
लखनऊ, 22 फरवरी 2025: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित विधानसभा में शुक्रवार को एक बार फिर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार बहस देखने को मिली। इस दौरान कभी तीखी नोकझोंक हुई तो कभी हलके-फुलके ठहाके भी गूंजे। आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा और सदन का माहौल गरमाया रहा। विधानसभा में सवाल-जवाब की प्रक्रिया के दौरान विपक्षी दलों ने राज्य सरकार के कार्यों पर कड़ी टिप्पणी की, जबकि सत्ता पक्ष ने इसे नकारते हुए अपना पक्ष रखा।
सवालों का जवाब न मिलने पर विपक्ष की नाराजगी
विपक्षी नेताओं ने कई अहम मुद्दों पर सवाल उठाए, जिनमें प्रदेश में विकास कार्यों की स्थिति, कानून-व्यवस्था, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित विषय शामिल थे। विपक्ष ने सरकार से स्पष्ट जवाब मांगा, लेकिन जब इन सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो नाराज विपक्षी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान विपक्षी नेता लगातार आरोप लगाते रहे कि सरकार ने अपनी जिम्मेदारी निभाने में कोई सुधार नहीं किया है।
सत्ता पक्ष ने किया पलटवार
सत्ता पक्ष के नेताओं ने विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने हर क्षेत्र में सुधार और विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। सत्ता पक्ष के नेताओं का कहना था कि विपक्ष बिना किसी ठोस आधार के आरोप लगा रहा है और राजनीतिक कारणों से इस तरह की बातें कर रहा है। सत्ता पक्ष के सदस्य यह भी कहते रहे कि विपक्षी दल सिर्फ हंगामा करना चाहते हैं, लेकिन सरकार अपने कामों में पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
नोकझोंक और ठहाकों का माहौल
इस दौरान विधानसभा में कभी तीखी नोकझोंक तो कभी हलके-फुल्के ठहाके भी सुनाई दिए। विपक्ष और सत्ता पक्ष के विधायक एक-दूसरे पर आरोप लगाने के दौरान कभी मजाकिया अंदाज में टिप्पणियां करते हुए नजर आए, तो कभी तकरार बढ़ गई और सदन में शोर-शराबा होने लगा। जब सवालों का जवाब नहीं मिला तो कुछ विधायकों ने चुटकी लेते हुए टिप्पणी की, जिस पर सदन में हलकी हंसी भी गूंज उठी। हालांकि, स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को शांतिपूर्वक चलाने के लिए लगातार प्रयास किया।
विपक्ष की शिकायत और सरकार का बचाव
विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार सवालों का सही जवाब देने से बच रही है और सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी कर रही है। विपक्षी नेता ने कहा कि जनता की समस्याओं का समाधान किए बिना सरकार केवल घोषणाएं करने में व्यस्त है। इस पर सत्ता पक्ष के नेताओं ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष केवल आलोचना करने के लिए मुद्दे उठा रहा है, जबकि सरकार के द्वारा किए गए विकास कार्यों को अनदेखा किया जा रहा है।
निष्कर्ष
लखनऊ विधानसभा में शुक्रवार का दिन राजनीति के तीखे मोड़ों और तकरार के बीच गुजरा। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहा, और सदन में कभी नोकझोंक तो कभी ठहाकों की गूंज सुनाई दी। यह स्थिति राज्य सरकार और विपक्ष के बीच संवाद की कमी और राजनीतिक मतभेदों को दर्शाती है। हालांकि, अब यह महत्वपूर्ण है कि विधानसभा में विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों मिलकर सदन की कार्यवाही को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाएं और जनता के मुद्दों पर सार्थक चर्चा करें।