राहुल गांधी का रवैया भारत विरोधी: यूएसएआईडी फीडिंग विवाद पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच बढ़ा संघर्ष
कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर अपनी टिप्पणियों को लेकर सुर्खियों में हैं, इस बार उनके बयान को लेकर राजनीतिक हलकों में तकरार तेज हो गई है। हाल ही में राहुल गांधी ने अमेरिकी सहायता संगठन यूएसएआईडी (USAID) को लेकर कुछ बयान दिए, जिन्हें लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक हो रही है। उनका बयान इस समय भारत की संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को लेकर बड़ा मुद्दा बन गया है। बीजेपी ने इस बयान को भारत विरोधी करार देते हुए राहुल गांधी के रवैये पर सवाल उठाए हैं, जबकि कांग्रेस पार्टी ने इसे संदर्भ से बाहर निकालने का आरोप लगाया है।
राहुल गांधी ने यूएसएआईडी के फीडिंग विवाद पर सवाल उठाते हुए यह कहा था कि भारत सरकार ने अमेरिकी सहायता संस्थाओं के जरिए देश में आंतरिक राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत दी है। उनका यह बयान उस समय आया जब यूएसएआईडी की एक रिपोर्ट में भारत में उनके कार्यक्रमों और उनके प्रभाव की चर्चा की गई थी। राहुल गांधी के अनुसार, यह भारत के लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्वतंत्रता और संप्रभुता पर खतरा है।
इस बयान के बाद बीजेपी ने तीखा हमला करते हुए राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए। बीजेपी नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी का यह बयान भारत के राष्ट्रीय हितों और स्वतंत्रता को कमजोर करने की कोशिश है। पार्टी ने यह आरोप भी लगाया कि राहुल गांधी इस तरह के बयानों से विदेशी शक्तियों के पक्ष में काम कर रहे हैं, जो भारत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी का रवैया भारतीय राजनीति और विदेश नीति के लिए खतरनाक हो सकता है। उन्होंने इसे एक तरह से “भारत विरोधी” बयान करार दिया और कांग्रेस से सवाल किया कि वह आखिर किसके पक्ष में खड़ी है, भारत के या विदेशी ताकतों के।
वहीं, कांग्रेस ने राहुल गांधी के बयान का बचाव किया और आरोप लगाया कि बीजेपी ने उनके शब्दों को गलत संदर्भ में प्रस्तुत किया है। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि राहुल गांधी ने किसी भी तरह से भारत की संप्रभुता पर हमला नहीं किया है, बल्कि उनका उद्देश्य सिर्फ यह था कि भारत में विदेशी संस्थाओं की अनावश्यक गतिविधियों पर ध्यान दिया जाए। पार्टी ने यह भी कहा कि बीजेपी, राहुल गांधी के बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है, ताकि उनका ध्यान भटकाया जा सके और वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटा सके। कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी ने कभी भी भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा नहीं की और राहुल गांधी हमेशा भारत की संप्रभुता के पक्ष में खड़े रहे हैं।
इस पूरे विवाद ने भारतीय राजनीति में एक नया मोड़ लिया है, जहां एक ओर बीजेपी राहुल गांधी के बयानों पर उन्हें भारत विरोधी करार दे रही है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने इसे एक सामान्य राजनीतिक बयान के रूप में प्रस्तुत किया है। इस मुद्दे पर बहस अभी भी जारी है और दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही हैं।
यह विवाद आगामी चुनावों के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण हो सकता है, क्योंकि दोनों पार्टियों के नेता इस विषय को अपने-अपने तरीके से राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं। बीजेपी जहां इसे राहुल गांधी की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने के लिए इस्तेमाल कर रही है, वहीं कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी राहुल गांधी के बयानों को सनसनीखेज बनाकर ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
सवाल यह है कि क्या इस प्रकार के विवाद भारतीय राजनीति को और अधिक जटिल बनाएंगे, या क्या यह इस पर नए सिरे से बहस शुरू करने का एक अवसर होगा? इस पर राजनीति के जानकारों की राय अलग-अलग है, लेकिन यह साफ है कि राहुल गांधी के बयान ने भारतीय राजनीति में नया बवाल खड़ा कर दिया है।
