लखनऊ में गिरेगी कोचिंग सेंटर पर गाज
लखनऊ 9 फ़रवरी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बहुत से छोटे-बड़े करीब पांच हजार कोचिंग सेंटर चल रहे हैं. करीब 12 लाख छात्र-छात्राएं यहां पर अपना भविष्य बनाने के लिए जाते हैं. जगह-जगह खुले कोचिंग सेंटरों पर बच्चों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं है जिसके चलते हादसे हो सकते हैं. इस कड़ी में रिहायशी जगहों पर चल रहे 12 कोचिंग सेटरों पर गाज गिरने वाली है. जानकारी के मुताबिक जो कोचिंग सेंटर रडार पर हैं उनमें आग से बचाव के इंतजाम नहीं है. सीएफओ ने 12 कोचिंग सेंटर के लाइसेंस निरस्त करने के लिए डीआईओएस को पत्र लिखा है. ये कोचिंग सेंटर 10 बिंदुओं की जांच में कोचिंग फेल साबित हुए हैं.लखनऊ के हजरतगंज, कपूरथला, अलीगंज और आसपास के इलाकों के रिहायशी भवनों में कोचिंग सेंटर चल रहे हैं. यहां पर आने वाले बच्चे अपना भविष्य बनाने के लिए आते हैं. पर इन सेंटरों पर आग से बचाव के कोई इंतजाम नहीं हैं. आग लगने पर कभी भी बड़ी घटना हो सकती है. फायर विभाग की चेतावनी के बाद भी कोचिंग संचालक के कान पर जूं नहीं रेंग रही. ऐसे में सीएफओ ने 12 कोचिंग सेंटर के लाइसेंस निरस्त करने के लिए डीआईओएस को लेटर लिखा है.10 बिंदुओं की जांच में कोचिंग सेंटर फेल हो गए हैं. आग लगने के इंतजाम नहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन कोचिंगों में अगर कभी आग लगती है तो उस पर काबू पाने के इंतजाम नहीं हैं. ऐसे 12 कोचिंग सेंटर को चिह्नित किया गया है जहां फायर के इंतजाम नहीं थे. इसके साथ इमरजेंसी गेट भी नहीं है और न ही आग लगने पर फायर की गाड़ी भी पहुंचने की व्यवस्था है. सीएफओ मंगेश कुमार के मुताबिक पहले फेज में डीआईओएस को 12 कोचिंग सेंटर के लाइसेंस निरस्त करने के लिए पत्र लिखा गया है. जल्द दूसरी लिस्ट भी भेजी जाएगी.
