जमुआ पंचायत में जनसंवाद के दौरान ग्रामीणों के निशाने पर रहे कृषि अधिकारी
अररिया के जमुआ पंचायत में जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान लोगों ने प्रखंड कृषि पदाधिकारी के समक्ष जमकर नाराजगी जाहिर किया। लोगों ने कहा कि इस क्षेत्र में कृषि विभाग निष्क्रिय है, मिट्टी जांच की बात सिर्फ कागजों में सिमटा हुआ है।
अररिया ग्रामीण क्षेत्र के किसी भी किसानों के खेतों से मिट्टी का नमूना नहीं लिया गया है। जिसके कारण लोगों को लागत के अनुरूप खेती में बचत नहीं हो पा रहा है। लोगों ने पीएचडी विभाग के कार्यपालक अभियंता के विरुद्ध जमकर बोला और कहा कि कार्यपालक अभियंता किसी के फरियाद को नहीं सुनते हैं। मोबाइल भी रिसीव नहीं करते। सरकार की ओर चलाई जा रही लोक कल्याणकारी योजनाओं और गांव में विकास कार्यों के फीडबैक को लेकर शनिवार को जन संवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता बीडीओ धीरज कुमार ने किया।
इस मौके पर सीओ गोपीनाथ मंडल सहित प्रखंड स्तरीय सभी विभाग के अधिकारी व कर्मी और बड़ी संख्या में पंचायत के महिला-पुरुष तथा जनप्रतिनिधि मौजूद थे। जीविका, मत्स्य पालन, बकरी पालन, जन वितरण, पंचायती राज, स्वास्थ्य विभाग, स्वच्छता मिशन, शिक्षा विभाग, अल्पसंख्यक विभाग, नल जल, पीएचडी, कृषि सहित विभिन्न विभाग के अधिकारियों ने लोगों की समस्या को सुनते हुए सरकार द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया गया। साथ ही योजना का लाभ लेने के लिए लोगों को जागरूक भी किया गया। मुखिया प्रो. भीमनाथ झा ने पंचायत में संचालित व चयनित योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी दी। मौके पर डीपीआरओ अजय कुमार झा, पशुपालन के हिमांशु कुमार, रूपेश निराला, अजय कुमार झा, पीएचईडी के अरविंद कुमार, स्वच्छता के सुभाष कुमार, मत्स्य विभाग के शिंपी रानी, जीविका विकास प्रखंड कल्याण विभाग के लक्ष्मी कुमारी, सरपंच कृष्णमणि चौधरी, सूर्यकांत पाठक, प्रवीण चौधरी उर्फ ठक्कन चौधरी, पंचायत के वार्ड सदस्य, कार्यपालक सहायक, पीआरएस एवं बड़ी संख्या में पंचायत के लोग मौजूद थे।