ओमप्रकाश राजभर यूपी में फिर बन सकते हैं बीजेपी के साथी? डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने सौंपी ये अहम जिम्मेदारी
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के बाद समाजवादी पार्टी गठबंधन से अलग हुए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर यूपी में एक बार फिर बीजेपी के साथी बन सकते हैं। राजनीतिक गलियारों में इसकी अटकलें तेज हो गई हैं। इसकी वजह डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से उनकी ताजा मुलाकात और इसके बाद राजभर को मिली अहम जिम्मेदारी है।
इसे बीजेपी और राजभर के बीच कम होती दूरियों के तौर पर देखा जा रहा है। बता दें कि सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने सोमवार को डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की। हालांकि दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई यह अभी तक सामने नहीं आया है। इस मुलाकात के कुछ समय बाद ही डिप्टी सीएम ने ओमप्रकाश राजभर को अटल बिहारी फाउंडेशन को को-चेयरमैन नियुक्त किए जाने की घोषणा की। डिप्टी सीएम के इस ऐलान के बाद ओमप्रकाश राजभर ने अटल बिहारी फाउंडेशन का को-चेयरमैन बनाए जाने पर प्रतिक्रिया में कहा कि यह एक गैर राजनीतिक कार्यक्रम है। इसमें सभी की भागीदारी होनी चाहिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम राजनीतिक व्यक्ति हैं। कहां राजनीति नहीं है। हर जगह राजनीति है।
ओमप्रकाश राजभर इसके पहले बीजेपी से गठबंधन पर कह चुके हैं कि राजनीतिक में क्या किसी ने कभी कुछ निश्चित किया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में बीजेपी और पीडीपी के बीच हुए गठबंधन का उल्लेख किया था। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के बाद से वह कई बार सीएम योगी की तारीफ कर चुके हैं। जबकि विधानसभा चुनाव सपा से गठबंधन करके लड़ने वाले राजभर चुनाव के बाद से ही सपा मुखिया अखिलेश यादव पर हमलावर रहे हैं। अब डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से उनकी मुलाकात और अटल बिहार वाजपेयी फाउंडेशन को को-चेयरमैन बनाए जाने के बाद उनके एक बार फिर बीजेपी के साथ जाने को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।