सरयू एक्सप्रेस के मामले में पुलिस ने कहा नहीं हुआ कोई सेक्सुअल हैरेसमेंट
सरयू एक्सप्रेस में घायल मिली महिला सिपाही के मामले में डीजीपी विजय कुमार और एसीएस होम संजय प्रसाद ट्रामा सेंटर पहुचें। इस पुरे मामले को लेकर पुलिस ने कहा कि महिला के साथ कोई सेक्सुअल हैरेसमेंट नहीं हुआ है।
धार्मिक नगरी अयोध्या में एक पैसेंजर ट्रेन में खून से लथपथ एक महिला कांस्टेबल के मिलने के बाद सनसनी मच गई। महिला कांस्टेबल अर्धनग्न अवस्था में बेहोश पड़ी थी। यह पैसेंजर ट्रेन मनकापुर से चलकर तड़के 4 बजे अयोघ्या पहुंची थी। इस ट्रेन की एक खाली बोगी में यह महिला कांस्टेबल पड़ी मिली। महिला के कपड़े अस्त-व्यस्त थे। उसके सिर और चेहरे के अलावा शरीर के दूसरे भागों पर भी चोट के निशान थे। इन सब के बीच पीड़ित महिला के भाई का बयान भी सामने आया है। जिसमें उसने कहा है की मेरी बहन के साथ कोई दुष्कर्म संबंधी घटना नहीं हुई थी, मीडिया चैनल व सोशल मीडिया पर लोग इस तरह खबरें चलाकर उनके परिवार की छवि धूमिल कर रहे है।
बता दे कि पीड़िता का लखनऊ ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है। जहां हो रहे इलाज से पहले से स्थिति ठीक है। पुलिस विभाग भी सहयोग कर रहा है, साथ ही साथ उन्होंने मीडिया कर्मियों से गलत खबर न चलाने की अपील भी की है। बता दे कि बीते रविवार रात को इलाहाबाद HC के चीफ जस्टिस ने सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में महिला कांस्टेबल के साथ हुई बर्बरता के मामले में, अपने घर पर स्पेशल बेंच बुलाकर सुनवाई की। कोर्ट ने इस मामले की नाराज़गी ज़ाहिर की है। वही अयोध्या एसपी का कहना है कि महिला कांस्टेबल के साथ रेप जैसी कोई वारदात नहीं हुई है।



