एडीजीपी की टीम ने ड्रग्स के कुप्रभावों पर फिल्म दिखाकर किया जागरूक

हिसार रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीकांत जाधव के निर्देशन में ड्रग की डिमांड को नियंत्रित करने के लिए चलाए जा रहे व्यापक अभियान के तहत जिला की टीम ने गांव मिर्जापुर, सातरोड व पुलिस जिला हांसी की टीम ने गांव घिराय व सिंघवा को ड्रग मुक्त करने के लिए अभियान शुरू किया है।
अभियान के तहत गांव मिर्जापुर व सातरोड में एडीजीपी की नशा मुक्ति टीम ने ड्रग की लत में पड़े लोगों की पहचान का कार्य शुरू कर दिया है। लोगों को ड्रग के कुप्रभावों बारे जागरूक करने के उद्देश्य से गांव में बड़े स्क्रीन पर फिल्म भी दिखाई गई।
एडीजीपी कार्यालय के प्रवक्ता व अभियान के नोडल अधिकारी सज्जन कुमार ने रविवार को बताया कि जिला हिसार के गांव धांसू, मिर्जापुर व सातरोड में फिल्म के माध्यम से रात्रि आठ से 10 बजे तक लोगों को ड्रग्स के कुप्रभावों बारे जागरूक किया गया। इन गांवों में ड्रग्स की लत में पड़े युवाओं की पहचान के लिए सर्वे किया जा रहा है। गांव धांस में 27 ड्रग पीड़ितों की पहचान हुई है जिनमें से 18 लोगों का उपचार शुरू करवा दिया गया है। गांव मिर्जापुर व सातरोड में टीम ने पहले दिन 15 ऐसे युवाओं की पहचान की है जो किसी न किसी रूप में ड्रग का सेवन करते हैं और उन्होंने स्वेच्छा से अपना उपचार करवाने के लिए पुलिस टीम से सहयोग मांगा है।
ड्रग टीम प्रभारी एएसआई सीमा ने बताया कि गांव सातरोड जो ड्रग्स से काफी प्रभावित है, में सोमवार को सुबह के लिए ड्रग्स से प्रभावित लोगों को समय दिया है। वहीं पर काउंसलिंग उपरांत टीम नागरिक अस्पताल में उपचार के लिए अपने वाहन से लेकर जाएगी।
एडीजीपी कार्यालय के प्रवक्ता ने हांसी टीम के साथ गांव घिराय के सभी शिक्षण संस्थानों का दौरा कर युवाओं को ड्रग की समस्या बारे अवगत करवाया व समाज को इस समस्या से मुक्त करने में युवाओं की भूमिका बारे सविस्तार जानकारी दी। गांवों मे सर्वे के दौरान ड्रग टीम ने गांव के सैकड़ों लोगों से संवाद किया व उन्हें इस समस्या के खिलाफ एकजुट होने बारे प्रेरित किया।
गांव सिंघवा मे टीम ने आठ ड्रग पीड़ित युवाओं की पहचान कर डोजियर फार्म भरे हैं। पहचान किए गए युवाओं की काउंसलिंग करवाई जाएगी व जरुरतानुसार उनका उपचार शुरू करवाया जाएगा। एडीजीपी कार्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस अभियान में गांव के बहुत से युवा बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं। ऐसे युवाओं को एडीजीपी से सम्मानित करवाया जाएगा।
