“न तीन में, न तेरह में…” बिहार चुनाव पर केशव मौर्य का तंज, बोले – सपा का सूखा ही सूखा है
पटना, 7 नवंबर: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तीखा वार किया है। उन्होंने कहा कि सपा का बिहार में कोई अस्तित्व नहीं है, फिर भी अखिलेश यादव यहां चुनाव प्रचार में जुटे हैं। मौर्य ने व्यंग्य करते हुए कहा कि सपा “न तीन में है, न तेरह में।” उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। लेकिन इसी बीच पटना एयरपोर्ट पर दोनों नेताओं की एक दिलचस्प मुलाकात ने सियासी हलकों में चर्चा और बढ़ा दी है।
बिहार चुनाव पर सपा को लेकर केशव मौर्य का वार
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के दिन, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर अखिलेश यादव को निशाने पर लिया। उन्होंने लिखा — “बिहार के चुनावी पर्व में सपा बहादुर श्री अखिलेश यादव नाहक ही अपना लड्डू भांज रहे हैं। हकीकत यह है कि इस चुनाव में उनकी सपा न तीन में है और न ही तेरह में। उनकी पार्टी के लिए दूर तक सूखा ही सूखा है।” मौर्य के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। उन्होंने कहा कि सपा का बिहार में कोई जनाधार नहीं है, फिर भी अखिलेश यादव यहां प्रचार में समय और संसाधन दोनों खर्च कर रहे हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि बिहार का चुनावी मैदान पूरी तरह एनडीए के पक्ष में है, जबकि सपा “राजनीतिक दिखावे” में लगी है।
पटना एयरपोर्ट पर दिलचस्प मुलाकात
जहां एक ओर बयानबाजी तेज थी, वहीं मंगलवार को पटना एयरपोर्ट पर सियासत की एक अलग तस्वीर देखने को मिली।
अखिलेश यादव और केशव प्रसाद मौर्य दोनों एक साथ एयरपोर्ट पर नजर आए। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का अभिवादन किया, हाथ मिलाया और मुस्कुराते हुए कुछ देर बातचीत भी की।
इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। कई यूज़र्स ने लिखा — “राजनीति मंच पर अलग है, पर व्यवहार में एकदम अलग।”
सियासी प्रतिद्वंद्वियों की यह दोस्ताना झलक चर्चा का विषय बन गई, जिसने दिखाया कि कटु राजनीतिक बयानबाजी के बावजूद व्यक्तिगत स्तर पर सौहार्द अभी भी बाकी है।
सियासी जुबानी जंग और पुराना रिश्ता
अखिलेश यादव और केशव प्रसाद मौर्य के बीच राजनीतिक तकरार कोई नई बात नहीं है।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में दोनों नेता वर्षों से एक-दूसरे के कट्टर आलोचक रहे हैं। मौर्य अक्सर सपा की नीतियों और नेतृत्व पर निशाना साधते रहे हैं, वहीं अखिलेश यादव भी भाजपा सरकार की कार्यशैली को लेकर तीखे सवाल उठाते हैं। हालांकि पटना एयरपोर्ट पर उनकी मुस्कुराती मुलाकात ने यह दिखाया कि विरोध के बावजूद राजनीतिक शालीनता बनी हुई है। लेकिन जैसे ही तस्वीरें वायरल हुईं, समर्थकों और आलोचकों दोनों ने सोशल मीडिया पर अपनी-अपनी व्याख्याएं शुरू कर दीं — किसी ने इसे “राजनीतिक परिपक्वता” बताया, तो किसी ने “सियासी मजबूरी।”
बिहार चुनाव पर मौर्य की जनता से अपील
अखिलेश यादव पर निशाना साधने के साथ-साथ, केशव प्रसाद मौर्य ने बिहार की जनता से लोकतंत्र को मजबूत करने की अपील भी की।
उन्होंने कहा — “विकसित और आत्मनिर्भर बिहार के निर्माण के लिए पहले मतदान, फिर जलपान।” मौर्य ने लोगों से एनडीए समर्थित सुशासन की सरकार को दोबारा चुनने की अपील की और कहा कि बिहार के विकास की रफ्तार को और गति देने की जरूरत है।mउन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने हमेशा विकास और स्थिरता का साथ दिया है और इस बार भी वे वही जिम्मेदारी निभाएंगे। जैसे-जैसे चुनावी तारीखें नजदीक आ रही हैं, बिहार का माहौल और गरम होता जा रहा है — मंचों पर बयानबाजी, सोशल मीडिया पर जंग और अब एयरपोर्ट पर मुस्कानें… सब मिलकर बता रही हैं कि यह चुनाव सिर्फ वोटों का नहीं, बल्कि सियासी अंदाज़ का भी है।