पाक आर्मी चीफ के अफसरों ने आतंकियों के जनाजे में हिस्सा लिया: जैश कमांडर इलियास कश्मीरी का चौंकाने वाला खुलासा
नई दिल्ली, 17 सितंबर 2025: पाकिस्तान की सेना और आतंकवाद के बीच गहरे रिश्तों का एक नया राज सामने आया है। जैश-ए-मोहम्मद के कुख्यात कमांडर इलियास कश्मीरी ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। उनके मुताबिक, पाकिस्तान आर्मी के चीफ ने अपने अफसरों को आतंकवादियों के जनाजे में भेजा था। यह दावा न सिर्फ भारत के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है। इलियास कश्मीरी, जो लंबे समय से लश्कर-ए-तैयबा और जैश जैसे संगठनों से जुड़ा रहा है, ने कहा कि पाकिस्तानी सेना आतंकवाद को खुलेआम समर्थन देती है।इलियास कश्मीरी का यह बयान हाल ही में एक वीडियो संदेश के जरिए सामने आया है। इस वीडियो में वह पाकिस्तानी सेना पर कई गंभीर आरोप लगाते दिखाई दे रहे हैं। कश्मीरी ने बताया कि 2019 के पुलवामा हमले के बाद कई आतंकवादियों की मौत हो गई थी। उनके जनाजे में पाकिस्तान आर्मी के हाई रैंकिंग अफसर पहुंचे थे। यह सब आर्मी चीफ के आदेश पर हुआ था। कश्मीरी ने नाम लिए बिना कहा, “हमारे भाइयों के शवों को कंधा देने के लिए आर्मी के अफसर खुद आए। यह पाकिस्तान की नीति का हिस्सा है, जहां आतंकवाद को जिहाद का नाम दिया जाता है।”यह खुलासा तब आया जब कश्मीरी ने पाकिस्तानी सरकार पर गुस्सा जाहिर किया। वह कहते हैं कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ जंग लड़ने के बहाने आतंकियों को ट्रेनिंग देता है, लेकिन जब बात पैसे या मदद की आती है, तो पीठ दिखा देता है।
कश्मीरी का यह बयान अंतरराष्ट्रीय मीडिया में सुर्खियां बटोर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह पाकिस्तान की दोहरी नीति को उजागर करता है। एक तरफ वह दुनिया को कहता है कि वह आतंकवाद के खिलाफ है, दूसरी तरफ अपनी ही सेना आतंकियों के साथ खड़ी नजर आती है।इलियास कश्मीरी कौन है? यह सवाल कई लोगों के मन में है। कश्मीरी को दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादियों में गिना जाता है। वह 2000 के दशक से सक्रिय है। उसके नाम पर कई बड़े हमलों का इल्जाम है, जैसे 2008 का मुंबई हमला और 2016 का उरी हमला। अमेरिका ने उसे ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया है। कश्मीरी ने अल-कायदा से भी जुड़ाव माना है। लेकिन अब वह पाकिस्तानी सेना पर उंगली उठा रहा है। विशेषज्ञ कहते हैं कि कश्मीरी का यह बयान शायद आंतरिक कलह का नतीजा हो। पाकिस्तान में आतंकी संगठनों और सेना के बीच कभी-कभी टकराव होता रहता है।पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर पर यह आरोप भारी पड़ सकता है। जनरल मुनीर 2022 से आर्मी चीफ हैं। उनके कार्यकाल में भारत-पाकिस्तान तनाव कई बार बढ़ा है। पुलवामा हमले के बाद भारत ने बालाकोट एयरस्ट्राइक की थी, जिसमें जैश के कई कैंप तबाह हो गए थे। कश्मीरी का दावा है कि उस हमले में मारे गए आतंकियों के जनाजे में आर्मी के अफसरों ने फूल मालाएं चढ़ाईं। यह वीडियो पाकिस्तानी बॉर्डर के पास कहीं रिकॉर्ड किया गया लगता है।
कश्मीरी ने कहा, “आर्मी चीफ ने हमें हथियार दिए, ट्रेनिंग दी, लेकिन अब जब हम जरूरत में हैं, तो चुप हैं। जनाजे में अफसर भेजकर उन्होंने अपना रंग दिखा दिया।”भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इस खुलासे पर नजर रखी है। सूत्रों के मुताबिक, रॉ और आईबी इस वीडियो की जांच कर रही हैं। भारत सरकार ने पहले भी पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थन करने का आरोप लगाया है। विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, “पाकिस्तान की सेना और आइएसआई आतंकवाद के पीछे हैं। यह नया खुलासा उनकी साजिशों को बेनकाब करता है।” भारत ने संयुक्त राष्ट्र में भी इस मुद्दे को उठाने की योजना बनाई है।दुनिया भर में इस बयान की प्रतिक्रिया आ रही है। अमेरिका ने कहा कि वह पाकिस्तान पर नजर रखेगा। यूरोपीय संघ ने भी चिंता जताई है। लेकिन पाकिस्तान सरकार ने अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया। वहां के मीडिया में यह खबर दबाने की कोशिश हो रही है। कुछ पाकिस्तानी चैनलों ने इसे फेक न्यूज बताया, लेकिन वीडियो वायरल हो चुका है। सोशल मीडिया पर #KashmiriRevelation ट्रेंड कर रहा है। लोग पूछ रहे हैं कि क्या पाकिस्तान कभी सुधरेगा?इस घटना से भारत-पाकिस्तान रिश्ते और खराब हो सकते हैं।
सीमा पर तनाव बढ़ सकता है। विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि भारत को अपनी सुरक्षा मजबूत करनी चाहिए। कश्मीरी जैसे लोग अभी भी सक्रिय हैं। उनका यह खुलासा शायद बदले की भावना से हो, लेकिन सच्चाई तो यही लगती है कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता है।इलियास कश्मीरी का यह बयान सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि एक बड़ी सच्चाई का हिस्सा है। सालों से भारत पाकिस्तान को फटकार लगाता आया है। 26/11 हमले से लेकर हाल के हमलों तक, हर बार पाकिस्तानी हाथ नजर आता है। कश्मीरी ने कहा कि आर्मी चीफ के अफसर जनाजे में इसलिए गए ताकि आतंकियों को मनोबल दें। “यह दिखाने के लिए कि हम उनके साथ हैं,” उन्होंने जोड़ा।पाकिस्तान में आर्मी का रोल हमेशा से विवादास्पद रहा है। वहां सेना सरकार से ज्यादा ताकतवर है। आइएसआई के जरिए वह अफगानिस्तान और कश्मीर में दखल देती है। कश्मीरी का दावा साबित करता है कि आतंकवाद उनकी रणनीति का हिस्सा है। भारत को अब और सतर्क रहना होगा।इस खुलासे से कई सवाल उठे हैं। क्या कश्मीरी का बयान सही है? क्या पाकिस्तान कभी आतंकवाद छोड़ेगा? जवाब ढूंढना मुश्किल है, लेकिन इतना साफ है कि शांति के लिए पाकिस्तान को अपनी नीति बदलनी होगी। दुनिया देख रही है। भारत मजबूती से खड़ा रहेगा।
