• December 25, 2025

उत्तर भारत में कोहरे का कोहराम: AAI और इंडिगो ने जारी की ‘ट्रैवल एडवाइजरी’, घर से निकलने से पहले जरूर पढ़ें ये नियम

नई दिल्ली | 18 दिसंबर, 2025 उत्तर भारत के बड़े हिस्से में छाई घनी धुंध और ‘जीरो विजिबिलिटी’ की स्थिति ने विमान सेवाओं को बुरी तरह प्रभावित किया है। कोहरे के कारण उड़ानों में होने वाली देरी और रद्दीकरण से बचने के लिए विमानन क्षेत्र की प्रमुख संस्थाओं ने यात्रियों के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

1. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) की चेतावनी

भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण ने गुरुवार सुबह एक आधिकारिक बयान जारी कर यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी। एएआई ने स्वीकार किया कि उत्तर भारत के कई हवाई अड्डों पर दृश्यता का स्तर काफी नीचे गिर गया है, जिससे परिचालन में तकनीकी बाधाएं आ रही हैं।

AAI ने यात्रियों से निम्नलिखित अनुरोध किए हैं:

  • फ्लाइट स्टेटस की जांच: हवाई अड्डे के लिए निकलने से पहले यात्री अपनी संबंधित एयरलाइन से संपर्क करें और उड़ान की ताजा स्थिति जान लें।

  • सोशल मीडिया पर नजर: किसी भी तत्काल अपडेट के लिए हवाई अड्डे की आधिकारिक वेबसाइट या उनके सोशल मीडिया हैंडल (X, Facebook) को फॉलो करें।

  • अतिरिक्त समय का प्रबंधन: सड़क पर कोहरे और हवाई अड्डे पर सुरक्षा जांच में लगने वाले समय को देखते हुए, यात्री अपनी यात्रा योजना पहले से बनाएं और हाथ में अतिरिक्त समय लेकर चलें।

2. इंडिगो (IndiGo) की एडवाइजरी: इन शहरों पर सबसे ज्यादा असर

देश की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन इंडिगो ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के जरिए अपने यात्रियों को मौसम के मिजाज से अवगत कराया। इंडिगो ने विशेष रूप से पूर्वी और उत्तरी भारत के तीन प्रमुख शहरों का जिक्र किया है।

प्रभावित गंतव्य:

  • रांची, पटना और वाराणसी: इन शहरों में दृश्यता का स्तर बहुत कम है, जिसके कारण यहां आने-जाने वाली उड़ानों के समय में बदलाव हो सकता है।

इंडिगो ने अपने संदेश में कहा, “हम मौसम की स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं। हमारी टीम हर कदम पर आपकी सहायता के लिए मौजूद है। यात्रियों से अनुरोध है कि वे नियमित रूप से वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से अपनी उड़ान की स्थिति की जांच करते रहें।”

3. दिल्ली हवाई अड्डा (IGI): संचालन फिलहाल सामान्य

देश के सबसे व्यस्त इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) ने भी सुबह 9:18 बजे एक अपडेट जारी किया। दिल्ली हवाई अड्डे के अधिकारियों के अनुसार, कोहरा होने के बावजूद फिलहाल उड़ान संचालन सामान्य है।

हालांकि, अधिकारियों ने आगाह किया है कि मौसम कभी भी बदल सकता है, इसलिए यात्रियों को रियल-टाइम अपडेट के लिए अपनी एयरलाइन के सीधे संपर्क में रहना चाहिए। दिल्ली हवाई अड्डे पर CAT III (Category III) लैंडिंग सिस्टम सक्रिय कर दिया गया है, जो पायलटों को कम दृश्यता में भी विमान लैंड करने में मदद करता है।

4. वायु गुणवत्ता और कोहरे की दोहरी मार

यह संकट केवल प्राकृतिक कोहरे तक सीमित नहीं है। दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता (AQI) ‘अत्यंत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। प्रदूषकों के कण और नमी मिलकर ‘स्मॉग’ (Smog) बना रहे हैं, जो सामान्य कोहरे की तुलना में अधिक घना और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। सुबह के समय यह धुंध इतनी गहरी हो जाती है कि रनवे पर लाइटें होने के बावजूद परिचालन चुनौतीपूर्ण हो जाता है।

5. यात्रियों के लिए ‘चेकलिस्ट’: क्या करें और क्या न करें?

हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को असुविधा से बचने के लिए इन सुझावों का पालन करना चाहिए:

  • डिजिटल अपडेट: एयरलाइंस के मोबाइल ऐप इंस्टॉल करें और नोटिफिकेशन चालू रखें।

  • संपर्क जानकारी: सुनिश्चित करें कि आपकी सही ईमेल आईडी और फोन नंबर एयरलाइन के पास है, ताकि किसी भी बदलाव की स्थिति में आपको SMS मिल सके।

  • रिफंड और रिहेड्यूलिंग: यदि आपकी उड़ान कोहरे के कारण रद्द होती है, तो अधिकांश एयरलाइंस ‘प्लान बी’ के तहत मुफ्त रिहेड्यूलिंग या पूर्ण रिफंड का विकल्प देती हैं। इसकी जानकारी एयरलाइन के काउंटर से जरूर लें।

  • खाद्य सामग्री: उड़ानों में देरी की संभावना को देखते हुए अपने साथ हल्का नाश्ता और दवाएं जरूर रखें।

निष्कर्ष

दिसंबर का महीना उत्तर भारत में हवाई यात्रा के लिए हमेशा चुनौतीपूर्ण रहता है। कोहरा और खराब वायु गुणवत्ता न केवल यात्रियों के समय की हानि करते हैं, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी जोखिम भरे होते हैं। प्रशासन और एयरलाइंस पूरी कोशिश कर रहे हैं कि व्यवधान कम से कम हो, लेकिन यात्रियों का धैर्य और सावधानी इस समय सबसे अधिक अनिवार्य है।

याद रखें: सुरक्षा हमेशा सुविधा से ऊपर होती है। खराब मौसम में उड़ानों में देरी तकनीकी रूप से आपकी सुरक्षा के लिए ही की जाती है।

Digiqole Ad

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *