उत्तराखंड में भूस्खलन प्रबंधन एवं जोखिम न्यूनीकरण विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ

उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) की ओर से बुधवार को उत्तराखंड में भूस्खलन प्रबंधन एवं जोखिम न्यूनीकरण विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। इस दौरान वक्तताओं ने भूस्खलन के प्रभाव और बचाव पर विस्तार से प्रकाश डाला।
राजपुर रोड स्थित एक होटल में यूएलएमएमसी के निदेशक डॉ. शांतनु सरकार, एसीईओ (प्रशासन) यूएसडीएमए आनंद स्वरूप, और ईडी यूएसडीएमए डॉ. पियूष रौतेला सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। कार्यशाला का आयोजन चार सत्रों में हो रहा है।
शांतनु सरकार ने कहा कि कार्यशाला में आपदा के दौरान मेजर घटनाओं और डैमेज पर चिंतन किया जा रहा है। आगामी मानसून सीजन में विभिन्न संस्थाएं जो कार्य कर रही हैं उनको अलर्ट किया जाएगा। इन संस्थाओं को आवश्यक जानकारी दी जाएगी।
अपर सचिव आपदा आनंद स्वरूप ने कहा कि उत्तराखंड पर्वतीय क्षेत्र के नाते यहां आपदा से वर्षभर आपदा प्रभाव बना रहता है। लैंडस्लाइड के प्रभाव को कम करने और बचाव के लिए विभाग की ओर और से प्रभाव को रोकथाम कम किया जा सके, इस पर काम किया जा रहा है। इसी को लेकर आज कार्यशाला का आयोजन किया गया है।
13 जून को फील्ड वर्क-ग्लोगी और कैंपटी पर कार्यशाला आयोजित की जाएगी।
