उप्र प्रादेशिक शिक्षक संघ : पुरानी पेन्शन बहाली की मांग को लेकर मौनव्रत रख सरकार को चेताया
एनजेसीए के बैनर तले केन्द्रीय एवं राज्यकर्मियों का समूह ओपीएस की लड़ाई लड़ रहा है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा घटक दल की महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। पुरानी पेंशन बहाली को लेकर शनिवार को इस घटक दल द्वारा मौन व्रत रखकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
प्रान्तीय उपाध्यक्ष व जिलाध्यक्ष जितेन्द्र दीक्षित एवं जिलाध्यक्ष राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद अखिलेश मिश्रा के संयुक्त संयोजन में बड़ी संख्या में शिक्षक-कर्मचारी कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे। जहां प्रधानमन्त्री के नाम संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी सौंपा। साथ ही मौनव्रत रख सरकार की संवेदना जगाने का प्रयास किया गया। आन्दोलन चलाए जाने की जानकारी देते हुए बताया कि यदि ओपीएस बहाल न की गई, तो अगला कदम भारत बन्द का होगा। पेन्शन की लड़ाई को निर्णायक मोड़ पर पहुंचने की जानकारी दी गई।
इस दौरान जिला प्रवक्ता अब्दुल नोमान, संयुक्त मंत्री शिवकुमार पाराशर, कोषाध्यक्ष चरण सिंह पटेल, मृत्युंजय सिंह, देवेश शर्मा, डॉ. अनिरुद्ध रावत, अकील अहमद खान, उमा शंकर शर्मा, रविन्द्र प्रकाश, डॉ. बृजेश दीक्षित, संजीव अरजरिया, संजय पुरोहित, उमेश पाराशर, छाया निरंजन, दीपमाला व्यास, शोभा तिवारी, मंजू धमानिया, पुष्पा तिवारी, रचना गुप्ता, सीमा शर्मा, नीलम चतुर्वेदी, पुष्पा सिंह, शफीक खान, सतीश कुमार, ज्योत्सना सिंह, डॉ. प्रियम्वदा मिश्रा, राजकुमार साहू, मनीष गोस्वामी, मोहित वैद्य, मुकेश वर्मा, पंकज अग्रवाल, शशांक अमर्या, रघु पिपरया, अरुण गुप्ता, विनोद त्रिपाठी, मुकेश सेन, रहीश यादव, बृजेश उपाध्याय, अखिलेश रघुवंशी आदि मौजूद रहे। संचालन भगवानदास कुशवाहा ने व्यक्त किया।




