विजय हजारे ट्रॉफी: रिंकू सिंह का ‘राजकोट में राज’, धमाकेदार शतक से उत्तर प्रदेश की चंडीगढ़ पर प्रचंड जीत
राजकोट। भारतीय क्रिकेट के उभरते हुए सितारे और ‘फिनिशर’ के रूप में अपनी पहचान बना चुके रिंकू सिंह ने एक बार फिर अपने बल्ले का लोहा मनवाया है। शुक्रवार को राजकोट के मैदान पर खेले गए विजय हजारे ट्रॉफी के मुकाबले में रिंकू सिंह ने चंडीगढ़ के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए शानदार शतकीय पारी खेली। रिंकू के इस प्रहार की बदौलत उत्तर प्रदेश ने चंडीगढ़ को 227 रनों के विशाल अंतर से करारी शिकस्त दी। इस जीत के साथ ही उत्तर प्रदेश ने टूर्नामेंट में अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर दी है।
रिंकू सिंह का तूफानी शतक और यूपी का विशाल स्कोर
राजकोट में खेले गए इस हाई-स्कोरिंग मुकाबले में उत्तर प्रदेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। उत्तर प्रदेश के बल्लेबाजों ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया, लेकिन महफिल लूटने का काम किया बाएं हाथ के बल्लेबाज रिंकू सिंह ने। रिंकू सिंह मैदान पर कदम रखते ही बेहतरीन लय में नजर आए। उन्होंने मैदान के चारों ओर आकर्षक शॉट लगाए और देखते ही देखते अपना शतक पूरा कर लिया।
रिंकू की इस शतकीय पारी और टीम के अन्य ऊपरी क्रम के बल्लेबाजों के उपयोगी योगदान की मदद से उत्तर प्रदेश ने निर्धारित 50 ओवरों में मात्र 4 विकेट खोकर 367 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया। चंडीगढ़ के गेंदबाज पूरे समय असहाय नजर आए और रिंकू की बल्लेबाजी ने उन्हें मैच से पूरी तरह बाहर कर दिया।
ताश के पत्तों की तरह ढह गई चंडीगढ़ की पारी
368 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी चंडीगढ़ की टीम दबाव को झेलने में पूरी तरह नाकाम रही। उत्तर प्रदेश के गेंदबाजों ने सटीक लाइन-लेंथ के साथ गेंदबाजी करते हुए चंडीगढ़ के बल्लेबाजों को हाथ खोलने का कोई मौका नहीं दिया। चंडीगढ़ की शुरुआत बेहद खराब रही और नियमित अंतराल पर उनके विकेट गिरते रहे।
पूरी टीम मात्र 29.3 ओवरों में सिर्फ 140 रन बनाकर सिमट गई। उत्तर प्रदेश के अनुशासित गेंदबाजी आक्रमण के सामने चंडीगढ़ का कोई भी बल्लेबाज टिक कर खेलने का साहस नहीं दिखा सका। इस तरह उत्तर प्रदेश ने 227 रनों के बड़े अंतर से जीत दर्ज कर अपनी नेट रन-रेट में भी जबरदस्त सुधार किया है।
टीम इंडिया के लिए फिर ठोका दावा
रिंकू सिंह का यह प्रदर्शन ऐसे समय में आया है जब भारतीय टीम के भविष्य के सफेद गेंद क्रिकेट (White Ball Cricket) के समीकरण तैयार किए जा रहे हैं। घरेलू क्रिकेट में रिंकू की यह निरंतरता चयनकर्ताओं के लिए एक सकारात्मक संकेत है। राजकोट की यह शतकीय पारी न केवल उत्तर प्रदेश की जीत में निर्णायक रही, बल्कि इसने एक बार फिर साबित कर दिया कि रिंकू सिंह केवल टी20 के ही नहीं, बल्कि 50 ओवर के फॉर्मेट के भी मंझे हुए खिलाड़ी हैं।