यूपी: शहर की जनता को पसंद आई ट्रिपल इंजन की सरकार- सीएम योगी
- सभी 17 नगर निगमों में भाजपा के मेयर जीते
- हिट रही, “नो कर्फ्यू, नो दंगा, यूपी सब चंगा” की पंचलाइन
लखनऊ : 24 अप्रैल 2023 को नगरीय निकाय के लिए चुनावी दौरे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक जनसभा आयोजित थी। उसमें उन्होंने एक पंचलाइन बोली थी। पंचलाइन यह थी, “नो कर्फ्यू, नो दंगा, यूपी सब चंगा”। उनके संबोधन का यह हिस्सा खूब हिट रहा। इसका निहितार्थ वह सुशासन है जिसमें अपने पहले कार्यकाल से ही अपराधियों, माफिया एवं भ्रष्टाचारियों के प्रति उनकी जीरो टॉलरेंस नीति के प्रति प्रतिबद्धता रही। यह प्रतिबद्धता प्रदेश सरकार के ऐक्शन में दिखती भी है।
कानून-व्यवस्था और विकास के मुद्दे को जनता का भरपूर समर्थन
नगरीय निकाय चुनाव में मुख्यमंत्री जहां भी गये स्थानीयता को जोड़ते हुए उन्होंने कानून व्यवस्था और विकास को ही केंद्र में रखा। मसलन कानपुर में कहा कि पहले यहां कट्टा बनता था, अब डिफेन्स कॉरिडोर में सेना के लिए अत्याधुनिक हथियार बनेंगे। गोरखपुर में माफिया के जमाने की गैंगवार की ओर इशारा किया तो हरदम की तरह आजमगढ़ में बताया किस तरह यहां के दुर्दांत अपराधियों की वजह से यहां के युवाओं के लिए देश में पहचान का संकट खड़ा हो गया। आज (शनिवार) को आए नगर निकाय के नतीजों के जरिए करोड़ों लोगों ने इस बात की तस्दीक कर दी कि उनको योगी का सुशासन पसंद है। क्योंकि यह शहर के विकास की बुनियादी शर्तों में से एक है।
एक बार फिर सफल कप्तान साबित हुए योगी
अगर प्रचार के लिहाज से देखा जाय तो यह योगी की सफलतम कप्तान जैसी पारी रही। चुनाव की घोषणा होते ही वह पूरी ऊर्जा के साथ मैदान में उतर गये। सरकार के उनके अन्य सहयोगियों एवं संगठन ने भी ट्रिपल इंजन की सरकार के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी। पर हर खेल की तरह जीत-हार का श्रेय कप्तान को ही जाता है।
योगी ने की कुल 50 जनसभाएं
इस लिहाज से देखें तो दो चरणों में संपन्न इस चुनाव में योगी ने कुल 50 जनसभाएं और सम्मेलन किये। वह भी तब जब पिछले चुनाव में 16 नगर निगमों में से 14 पर भाजपा के मेयर जीते थे। बीच में अगर तीन दिन कर्नाटक के चुनाव में व्यस्तता नहीं होती तो इनकी संख्या और अधिक होती।