UP Nikay Chunav 2023: भाजपा के लिए चुनौती बना परिवारवाद
यूपी: प्रदेश में निकाय चुनाव का बिगुल बजते ही सभी पार्टियों से दावेदारों ने ताल ठोकनी शुरू कर दी है | पहले चरण के लिए होने वाले मतदान के लिए दावेदार अब लखनऊ से दिल्ली तक चक्कर लगा रहे है | सरकार ने एक बार फिर परिवाद रोकने के लिए मंत्री, सांसद और विधायकों के रिश्तेदारों को टिकट नहीं देने का निर्णय लिया है। लेकिन भाजपा के लिए निकाय चुनाव में परिवारवाद को रोकना आसान नहीं होगा।
आपको बता दें कि निकाय चुनाव में प्रदेश सरकार के मंत्री, सांसद और नेता अपने निकाय चुनाव में पत्नी बच्चों के जरिए राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाना चाहते हैं। राजधानी लखनऊ की बात करें तो कई दावेदार सामने आये है जो पहले से ही पार्टी के लिए काम कर रहे हैं वहीँ संगम नगरी प्रयागराज में महापौर का पद अनारक्षित है।
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सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक नन्द गोपाल नंदी की पत्नी तीसरी बार भाजपा से टिकट की मांग कर महापौर के लिए दावेदारी कर रही है | प्रयागराज से नंदी अपनी पत्नी के लिए लखनऊ से दिल्ली तक टिकट के लिए पूरी ताकत झोंक दी है | जबकि राजधानी लखनऊ से महापौर का पद सामान्य महिला के लिए आरक्षित हो जाने के बाद विधायक नीरज बोरा ने भी अपनी पत्नी के लिए टिकट की मांग की है |