UP में 25 फीट की ऊंचाई से रेलवे ट्रैक पर गिरा ट्रक, बिहार जा रही ट्रेन के सैकड़ों यात्री बाल-बाल बचे
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बाराबंकी (Barabanki) जिले में बुधवार शाम एक भीषण हादसा होते-होते टल गया, जिसने सैकड़ों यात्रियों की जान खतरे में डाल दी थी। रामनगर थाना क्षेत्र में एक तेज रफ्तार डंपर ट्रक ने रेलवे ओवरब्रिज की रेलिंग तोड़ दी और करीब 25 फीट की ऊंचाई से सीधा नीचे रेलवे ट्रैक पर जा गिरा। घटना उस वक्त हुई जब पंजाब के अमृतसर (Amritsar) से बिहार के सहरसा (Saharsa) जा रही गरीब रथ एक्सप्रेस (Garib Rath Express) उसी ट्रैक से गुजर रही थी। ट्रक के गिरते ही रेलवे की बिजली लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं, जिससे ट्रेनों का आवागमन तुरंत रुक गया। पुलिस और बचाव दल ने मौके पर पहुँचकर ट्रक में फंसे ड्राइवर को तुरंत बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि, बगल के ट्रैक पर ट्रेन गुजरने के बावजूद, यात्रियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद रेल यात्रा की सुरक्षा पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। तो चलिए जानते हैं पूरा मामला क्या है, जानते हैं विस्तार से…
घटना की पृष्ठभूमि और डंपर का नियंत्रण खोना
यह चौंकाने वाली घटना उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बाराबंकी (Barabanki) जिले के रामनगर (Ramnagar) थाना क्षेत्र में स्थित रेलवे ओवरब्रिज पर बुधवार देर शाम लगभग 9 बजे हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्लाईवुड से लदा एक तेज रफ्तार डंपर ट्रक ओवरब्रिज पार कर रहा था, तभी ड्राइवर ने किसी कारणवश वाहन पर से अपना नियंत्रण खो दिया। डंपर अनियंत्रित होकर तेजी से पुल की सुरक्षा रेलिंग से टकराया और उसे तोड़ता हुआ लगभग 25 फीट की ऊंचाई से सीधे नीचे रेलवे ट्रैक पर जा गिरा। इस अप्रत्याशित घटना से आसपास हड़कंप मच गया। ट्रक के ट्रैक पर गिरने की वजह से रेलवे की ओवरहेड बिजली लाइनें (Overhead Electric Lines) बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं, जिसके कारण इस रूट पर ट्रेनों का संचालन तुरंत प्रभाव से रोकना पड़ा। बाराबंकी पुलिस अधीक्षक (SP Barabanki) अर्पित विजयवर्गीय (Arpit Vijayvargiya) ने इस पूरे घटनाक्रम की पुष्टि की।
मुख्य खुलासा: गरीब रथ एक्सप्रेस और सैकड़ों यात्रियों का बाल-बाल बचना
हादसे की भयावहता तब कई गुना बढ़ गई, जब यह सामने आया कि जिस समय डंपर ट्रैक पर गिरा, ठीक उसी समय बगल की लाइन से गरीब रथ एक्सप्रेस (Garib Rath Express) ट्रेन तेज गति से गुजर रही थी। यह ट्रेन पंजाब (Punjab) के अमृतसर (Amritsar) से चलकर बिहार (Bihar) के सहरसा (Saharsa) की ओर जा रही थी और इसमें सैकड़ों यात्री सवार थे। सौभाग्य से, ट्रक बगल के ट्रैक पर गिरा और ट्रेन से उसकी सीधी टक्कर नहीं हुई। ट्रक के गिरने और बिजली लाइनों के टूटने के कारण ट्रेन तुरंत वहीं रुक गई, जिसने एक बड़े संभावित हादसे को टाल दिया। एसपी अर्पित विजयवर्गीय (SP Arpit Vijayvargiya) ने बताया कि ट्रेन को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और ट्रेन में सवार सभी यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं। यह मात्र कुछ सेकंड का अंतर था, जिसने सैकड़ों यात्रियों को एक बड़ी आपदा के मुंह से बचा लिया।
जांच, बचाव कार्य और पुलिस का आधिकारिक बयान
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस (Police) और रेलवे (Railway) के अधिकारी तुरंत घटनास्थल (Accident Site) पर पहुंचे। पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय (SP Arpit Vijayvargiya) ने बताया कि प्राथमिकता के आधार पर सबसे पहले ट्रक में फंसे ड्राइवर को सुरक्षित बाहर निकाला गया। ड्राइवर को गंभीर चोटें आई थीं, जिसके बाद उसे तत्काल इलाज के लिए जिला अस्पताल (District Hospital) में भर्ती कराया गया। मौके पर पहुंची बचाव टीम (Rescue Team) ने ट्रैक से ट्रक के मलबे और टूटी हुई बिजली लाइनों को हटाने का काम शुरू किया। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि मामले की तफ्तीश शुरू कर दी गई है ताकि यह पता चल सके कि ड्राइवर ने नियंत्रण क्यों खोया। रेलवे ने भी अपनी तरफ से घटना की आंतरिक जांच शुरू कर दी है, जिसका मुख्य उद्देश्य क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे (Damaged Infrastructure) का आकलन करना और जल्द से जल्द ट्रैक को परिचालन के लिए तैयार करना है।
वर्तमान स्थिति और आगे की कार्रवाई
हादसे के कारण बाधित हुई रेल सेवाओं को बहाल करने के लिए रेलवे के इंजीनियरिंग और बिजली विभाग (Engineering and Electric Department) की टीमें युद्ध स्तर पर काम कर रही हैं। क्षतिग्रस्त बिजली लाइनों की मरम्मत का कार्य तेजी से चल रहा है। रेलवे अधिकारियों ने शुरुआती जांच के बाद गरीब रथ एक्सप्रेस (Garib Rath Express) को आगे जाने की अनुमति दे दी, लेकिन चूंकि ट्रेन का इंजन भी प्रभावित हुआ था, इसलिए यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ट्रेन को आगे की यात्रा जारी रखने के लिए एक वैकल्पिक इंजन (Alternative Engine) की व्यवस्था की गई। इस दुर्घटना के कारण कई घंटों तक ट्रेनों का आवागमन प्रभावित रहा, जिससे इस रूट पर चलने वाली अन्य ट्रेनों के शेड्यूल में भी देरी हुई। जिला प्रशासन (District Administration) और रेलवे ने अब यह सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त प्रयास शुरू कर दिए हैं कि भविष्य में ऐसे ओवरब्रिज (Overbridges) पर सुरक्षा मानकों को कड़ा किया जाए।