ट्रंप का इजरायल दौरा: नेसेट में शांति का ऐलान, गाजा सीजफायर से बंधकों की रिहाई
यरूशलेम, 13 अक्टूबर 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का इजरायल दौरा मध्य पूर्व के लिए नया अध्याय खोल रहा है। नेसेट (इजरायल की संसद) में संबोधन के दौरान उन्होंने गाजा युद्ध के अंत और 20 जीवित बंधकों की रिहाई का जश्न मनाया। हमास के साथ ब्रोकर हुए सीजफायर ने दो साल के संघर्ष को विराम दिया। ट्रंप ने इसे ‘शांति की शुरुआत’ बताया, लेकिन बंधक परिवारों में सिर्फ 4 मृतकों की वापसी पर नाराजगी है। नेतन्याहू ने ट्रंप की तारीफ की, जबकि स्पीकर ने नोबेल के लिए नामांकन का वादा किया। क्या यह मध्य पूर्व का ‘ऐतिहासिक सवेरा’ बनेगा? पूरी घटना की गहराई आगे…
नेसेट में गर्मजोशी: तालियां, नारे और ट्रंप का भावुक संबोधन
ट्रंप ने सोमवार सुबह नेसेट पहुंचे, जहां इजरायली सांसदों ने खड़े होकर तालियां बजाईं और ‘दुनिया को और ट्रंप की जरूरत है’ जैसे नारे लगाए। स्पीकर अमीर ओहाना ने कहा, ‘ट्रंप से ज्यादा नोबेल शांति पुरस्कार का हकदार कोई नहीं। हम अगले साल उन्हें नामित करेंगे।’ ओहाना ने ईरान के साथ 12-दिवसीय युद्ध और हमास सीजफायर में ट्रंप के योगदान को सराहा, बोले, ‘हजारों साल बाद भी यहूदी लोग आपको याद रखेंगे।’ ट्रंप ने जवाब में कहा, ‘यह मेरे लिए बड़ा सम्मान है। आज अपार आनंद और आशा का दिन है, सर्वशक्तिमान ईश्वर को धन्यवाद।’ संबोधन से पहले नेतन्याहू ने ट्रंप को ‘इजरायल का सबसे बड़ा दोस्त’ कहा, जो शांति के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह दौरा हमास के पहले चरण में 20 बंधकों की रिहाई के ठीक बाद हुआ, जो 7 अक्टूबर 2023 हमले से जुड़े थे। ट्रंप का 4 घंटे का विजिट शर्म एल-शेख में शांति समिट के लिए था, जहां वे मिस्र के साथ सह-अध्यक्ष बने।
‘शांति की शुरुआत’: गाजा युद्ध का अंत, लेकिन सवाल बाकी
ट्रंप ने नेसेट में कहा, ‘कई वर्षों बाद इस पवित्र भूमि पर सूर्य उदय हो रहा। शांति स्थापित है, बंदूकें शांत, सायरन धीमे। यह युद्ध का अंत नहीं, आतंक और मृत्यु का अंत है—शांति की शुरुआत। मध्य पूर्व में ऐतिहासिक सवेरा आएगा।’ उन्होंने नेतन्याहू की तारीफ की, ‘बिबी ने साहस से यह संभव बनाया। उनसे निपटना आसान नहीं, लेकिन यही उन्हें महान बनाता।’ नेतन्याहू ने कहा, ‘यहूदी कैलेंडर के अनुसार, दो साल का युद्ध समाप्त हो रहा।’ सीजफायर के तहत 20 जीवित बंधक रिहा हुए, 2000 फिलिस्तीनी कैदी छूटे, और इजरायली सेना गाजा से पीछे हट रही। लेकिन होस्टेज फोरम नाराज—केवल 4 मृत बंधकों की वापसी। ट्रंप ने इसे ‘नए मध्य पूर्व की सुबह’ कहा, जहां इजरायल-अरब सहयोग बढ़ेगा। व्हाइट हाउस के स्पेशल एनवॉय स्टीव विटकॉफ को भी सराहा। यह संबोधन ट्रंप की मिडिल ईस्ट डिप्लोमेसी का प्रतीक, लेकिन ईरान पर बमबारी के बाद सहयोग की अपील ने सवाल खड़े किए।
मध्य पूर्व का नया दौर: चुनौतियां और उम्मीदें
ट्रंप का दौरा गाजा सीजफायर के बाद का पहला बड़ा कदम है, जो अमेरिका-ब्रोकर डील का नतीजा। नेसेट में कुछ सांसदों ने ‘फिलिस्तीन को मान्यता दो’ के प्लेकार्ड दिखाए, जो विवादास्पद रहा। ट्रंप ने कहा, ‘आतंकवाद ने पीछे हटना चुना, इजरायल ने जीत हासिल की।’ नेतन्याहू ने ट्रंप को ‘शांति के योद्धा’ कहा। लेकिन बंधक परिवारों का गुस्सा—पूर्ण रिहाई न होने पर। ट्रंप मिस्र जाएंगे, जहां अंतरराष्ट्रीय समिट में 20-पॉइंट प्लान पर चर्चा होगी। ईरान के न्यूक्लियर साइट्स पर अमेरिकी हमलों के बाद ‘सहयोग’ की अपील ने भौंहें चढ़ाईं। विशेषज्ञों का मानना—यह डील अस्थायी, लंबे शांति के लिए दबाव जरूरी। ट्रंप का संदेश—’एकता से नया मध्य पूर्व’। क्या यह युद्ध का स्थायी अंत बनेगा, या नई आग? आने वाले दिन जवाब देंगे।
