स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के कड़े प्रबंध

स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए जम्मू-कश्मीर में शांति को बाधित करने के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए विशेष रूप से पाकिस्तान के साथ सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर पूरे जम्मू कश्मीर में विशाल तिरंगा रैलियां आयोजित की जा रही हैं।
स्वतंत्रता दिवस पर आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए सुरक्षा कर्मियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए है। संवेदनशील स्थलों पर विशेष नजर रखी जा रही है जहां खुफिया तंत्र भी अपना काम कर रहा है। जम्मू संभाग में मौजूदा समय पुलिस के साथ सेना, सीआरपीएफ, बीएसएफ व अन्य अर्ध सैनिक बलों ने भी विभिन्न जगहों पर मोर्चों को संभाल लिए है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के तहत भीतरी इलाकों में नाके लगाकर जांच भी बढ़ा दी गई है। इस बीच घुसपैठ की आशंका को देखते हुए अंतरराष्टीय सीमा पर नाइट वीजन कैमरों की मदद से नजर रखी जा रही है ताकि रात के अंधेरे का लाभ उठाकर आतंकी घुसपैठ न कर सकें। इस बीच सीमावर्ती क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं।
पुलिस ने सभी सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा सलाह जारी की है जिसमें चेकिंग के दौरान लोगों से सहयोग मांगा गया है और उनसे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या वस्तु की सूचना तुरंत सुरक्षा एजेंसियों को देने को भी कहा गया है।
इसी बीच जम्मू शहर में मुख्य स्वतंत्रता दिवस समारोह स्थल मौलाना आज़ाद स्टेडियम को पुलिस और अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त तैनाती के साथ ही सील कर दिया गया है। यहां पर रविवार को फुल ड्रेस रिहर्सल की गई थी।
इस दौरान श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में इस बार पांच साल बाद स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित किया जाएगा। स्वतंत्रता दिवस समारोहों की सुरक्षा के चलते पूरे कश्मीर में त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है। हालांकि इस दौरान घाटी में कहीं भी प्रशासनिक पाबंदी लागू नहीं होगी और न हीं इंटरनेट व मोबाइल फोन सेवाएं बंद की जाएंगी। वहीं बख्शी स्टेडियम में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में इस बार किसी भी पास को दिखाने की जरूरत नहीं होगी जबकि इससे पहले समारोह में भाग लेने वालों के लिए पास जारी किए जाते थे।
