पाठशाला ने शिक्षक दिवस पर तीन पीढ़ियों के शिक्षकों को किया सम्मानित

फारबिसगंज के मटियारी स्थित शैक्षणिक संस्थान पाठशाला में शिक्षक दिवस पर शिक्षकों के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसमे तीन पीढ़ियों के शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया गया।मौके पर स्कूली छात्राओं ने शिक्षकों के सम्मान में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की पेश की,जिसे मौजूद लोगों ने काफी सराहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि फारबिसगंज नगर परिषद की मुख्य पार्षद वीणा देवी, उप मुख्य पार्षद नूतन भारती,स्कूल के निदेशक पिंटू गोयल, आदर्श गोयल, प्राचार्या भारती सिंह आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।जिसके बाद स्कूल की छात्र छात्राओं में दीपाली, टिया,राशि,अनुषा,अनुश्रुति,साक्षी, वंशिका,वर्तिका,दिव्या,कार्तिक, हितेश,लकी,आयुष,श्रीश,प्रणय,प्रणव,सुमित,मयंक,नमन,सुगम,निशु,अंजली,वैष्णवी आदि ने एकांकी,गीत संगीत के प्रदर्शन से मौजूद लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान तीन पीढ़ियों के बीच शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
सम्मान पाने वाले शिक्षकों और प्राध्यापकों में फारबिसगंज कॉलेज के प्राचार्य रह चुके सेवानिवृत प्राध्यापक डा.सतेंद्र कुमार,प्रो.दीपक सिन्हा,प्रो.सत्येंद्र श्रीवास्तव,देव कुमार दास,संतोष दास,प्रीति वर्मा,ऋतु मिश्रा,आशुतोष प्रसाद,आलम सर,गोकुल नायक,पीतांबर झा,सुरेंद्र झा,दिवाकर चौरसिया,रमेश झा,दीनानाथ झा,रामानंद झा,ज्योतिषजी,ललित यादव, राशिद जुनैद,खुर्शीद खान,अजीत सिन्हा,कुणाल केडिया आदि को सम्मानित किया गया।
मौके पर पार्षद बुलबुल यादव,चांदनी सिंह,पूर्व चेयरमैन गुंजन सिंह,रेणु वर्मा,डा.संजीव यादव, आदर्श गोयल,हरीश गोयल,विजय गोयल,स्कूल की प्राचार्या भारती सिंह,नागेश्वर झा,नवीन राज,सौरभ कुमार सिंह,प्रसेनजीत पॉल,अंजली राठी,रूबी ठाकुर,कौशल शर्मा,के. एन.झा,प्रिया देव,चांदनी कुमारी,मेघा कुमारी,सुषमा कुमारी,रिया कुमारी,लीमा कुमारी,ज्योति कुमारी,स्वाति कुमारी, दिव्या कुमारी,अभिषेक कुमार,राम ठाकुर,रवि सरकार,श्लोक कुमार,निलेश कुमार,विकास कुमार,रतन कुमार,संजीत कुमार आदि मौजूद थे।
मौके पर स्कूल के निदेशक पिंटू गोयल ने कहा कि भारत नेपाल सीमा क्षेत्र पर अवस्थित फारबिसगंज अनुमंडल क्षेत्र में शिक्षा का अलख जगाने वाले इन शिक्षकों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता और शिक्षक दिवस के मौके पर ऐसे विभूतियों को सम्मानित कर स्कूल प्रबंधन अपने को गौरवान्वित महसूस करती है।उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मां पिता बच्चों को जन्म देते हैं,लेकिन उन्हें तराशने और निखारने का काम गुरु का होता है और गुरु के इस योगदान को कभी भूला नहीं जा सकता। वहीं स्कूल की प्राचार्या भारती सिंह ने कहा कि अनादि काल से गुरु की अपनी महत्ता रही है।वेदों में भी इसका जिक्र है और गुरु के बिना जिंदगी जीने की कला का नहीं जान पाना संभव नहीं है।
