तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को बम से उड़ाने की धमकी: जांच में जुटी पुलिस, सुरक्षा व्यवस्था सख्त
तिरुवनंतपुरम, 27 अप्रैल 2025: केरल के तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को आज (27 अप्रैल 2025) एक बम धमकी मिली, जिसके बाद हवाई अड्डे पर हड़कंप मच गया। यह धमकी हवाई अड्डे के प्रबंधन को एक ईमेल के जरिए प्राप्त हुई, जिसमें दावा किया गया कि हवाई अड्डे पर विस्फोटक रखे गए हैं। इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है, और हवाई अड्डे पर सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया गया है।
धमकी का विवरण और तत्काल कार्रवाई
तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) ने बताया कि यह धमकी भरा ईमेल आज सुबह हवाई अड्डे के मैनेजर के आधिकारिक मेलबॉक्स में प्राप्त हुआ। ईमेल में हवाई अड्डे के परिसर में बम होने की बात कही गई थी, जिसके बाद तुरंत पुलिस और बम निरोधक दस्तों को सूचित किया गया। बम निरोधक दस्ते और स्निफर डॉग यूनिट्स ने हवाई अड्डे के सभी टर्मिनलों की गहन जांच शुरू कर दी है। अभी तक किसी भी संदिग्ध वस्तु या विस्फोटक की जानकारी नहीं मिली है, लेकिन जांच पूरी सतर्कता के साथ जारी है।
हवाई अड्डे के अधिकारियों ने यात्रियों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जा रहा है। इस घटना के कारण हवाई अड्डे पर यात्रियों की आवाजाही प्रभावित हुई है, और कई उड़ानों में देरी की खबरें भी सामने आ रही हैं। हालांकि, अभी तक हवाई अड्डे को पूरी तरह बंद करने या उड़ानें रद्द करने का कोई फैसला नहीं लिया गया है।

हाल के महीनों में बढ़ती बम धमकियां
यह पहला मौका नहीं है जब तिरुवनंतपुरम में इस तरह की धमकी मिली है। हाल के महीनों में, केरल में कई सरकारी कार्यालयों, कोर्ट परिसरों और अन्य सार्वजनिक स्थानों को बम धमकियां मिली हैं, जो बाद में झूठी साबित हुईं। उदाहरण के लिए, 26 अप्रैल 2025 को तिरुवनंतपुरम के कई होटलों, जिनमें सेंट्रल इलाके का हिल्टन होटल भी शामिल था, को इसी तरह के धमकी भरे ईमेल प्राप्त हुए थे। उस घटना में भी बम निरोधक दस्तों ने जांच की, लेकिन कोई विस्फोटक नहीं मिला।
इसी तरह, 23 अप्रैल 2025 को काक्कनाड के केंद्रीय भवन में डिप्टी एक्सप्लोसिव कमिश्नर के कार्यालय को एक धमकी भरा ईमेल मिला था, जिसे बाद में फर्जी घोषित किया गया। मार्च 2025 में तिरुवनंतपुरम कलेक्ट्रेट को भी एक बम धमकी मिली थी, जिसके दौरान जांच के बीच मधुमक्खियों के हमले ने स्थिति को और जटिल बना दिया था। इन सभी घटनाओं के बाद पुलिस ने साइबर अपराध विशेषज्ञों की मदद से धमकी भेजने वालों की तलाश शुरू की थी, लेकिन अभी तक कई मामलों में दोषियों का पता नहीं चल सका है।
पहलगाम आतंकी हमले से बढ़ा तनाव
यह बम धमकी ऐसे समय में आई है, जब देश में सुरक्षा को लेकर पहले से ही तनाव का माहौल है। हाल ही में, 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। उस हमले में 26 लोग मारे गए थे, और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) इसकी जांच में जुटी हुई है। पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है, और भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने जैसे सख्त कदम उठाए हैं। इस पृष्ठभूमि में, तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे को मिली धमकी को गंभीरता से लिया जा रहा है, भले ही यह फर्जी होने की संभावना हो।
जांच और सुरक्षा उपाय
पुलिस ने इस धमकी भरे ईमेल की जांच शुरू कर दी है और साइबर फॉरेंसिक विशेषज्ञों की मदद से इसकी उत्पत्ति का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। अतीत की घटनाओं को देखते हुए, यह संभावना जताई जा रही है कि यह धमकी भी फर्जी हो सकती है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां कोई जोखिम नहीं लेना चाहतीं। हवाई अड्डे पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं, और यात्रियों की स्क्रीनिंग प्रक्रिया को और सख्त कर दिया गया है।
तिरुवनंतपुरम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम इस धमकी को हल्के में नहीं ले रहे हैं। सभी संभावित पहलुओं की जांच की जा रही है, और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हवाई अड्डा और यात्री पूरी तरह सुरक्षित रहें।” साइबर अपराध शाखा इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या यह धमकी हाल की अन्य धमकियों से जुड़ी हुई है, क्योंकि पहले भी एक ही ईमेल आईडी (जैसे ‘मद्रास टाइगर’) से कई धमकियां भेजी गई थीं।
जनता और यात्रियों की प्रतिक्रिया
हवाई अड्डे पर मौजूद यात्रियों में इस घटना को लेकर डर और चिंता का माहौल है। एक यात्री, जो मध्य पूर्व से तिरुवनंतपुरम पहुंचा था, ने कहा, “हमें अचानक बताया गया कि सुरक्षा जांच के कारण देरी होगी। यह सुनकर डर लग रहा है, लेकिन हमें उम्मीद है कि यह सिर्फ एक अफवाह है।” वहीं, एक अन्य यात्री ने कहा कि सुरक्षा के लिए कड़े कदम जरूरी हैं, लेकिन बार-बार ऐसी धमकियां यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन रही हैं।
स्थानीय लोग भी इस घटना से चिंतित हैं। तिरुवनंतपुरम के एक निवासी ने कहा, “पिछले कुछ महीनों में ऐसी धमकियां बढ़ गई हैं। सरकार को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि लोग सुरक्षित महसूस करें।”
तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे का महत्व
तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा केरल की राजधानी का एक महत्वपूर्ण हवाई अड्डा है, जो देश के अन्य हिस्सों के साथ-साथ मध्य पूर्व, यूरोप और दक्षिण-पूर्व एशिया से आने-जाने वाली उड़ानों का एक प्रमुख केंद्र है। यह हवाई अड्डा अपनी अनूठी परंपराओं के लिए भी जाना जाता है, जैसे कि साल में दो बार एक धार्मिक जुलूस के लिए अपनी उड़ानें रोकना। हाल के दिनों में, हवाई अड्डे ने डिजी यात्री पहल को लागू किया है, जो चेहरा पहचान तकनीक के जरिए पेपरलेस और तेज यात्रा अनुभव प्रदान करता है।
हालांकि, हवाई अड्डे को समय-समय पर कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जैसे कि पक्षी टकराव की समस्या और अब बढ़ती बम धमकियां। इन घटनाओं ने हवाई अड्डे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, और प्रशासन को इन खतरों से निपटने के लिए और सख्त कदम उठाने पड़ रहे हैं।
भविष्य की चिंताएं और सुझाव
तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे को मिली यह बम धमकी हाल के महीनों में इस तरह की कई घटनाओं का हिस्सा है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी धमकियां न केवल सुरक्षा बलों और प्रशासन के संसाधनों को प्रभावित करती हैं, बल्कि जनता में डर और अविश्वास का माहौल भी पैदा करती हैं। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि ऐसी धमकियों को रोकने के लिए साइबर अपराधियों पर नकेल कसने की जरूरत है। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग और उन्नत तकनीक का उपयोग करना होगा, क्योंकि कई बार ऐसी धमकियां विदेशी सर्वरों से भेजी जाती हैं।
साथ ही, हवाई अड्डों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा प्रणालियों को और मजबूत करने की जरूरत है। यात्रियों को भी जागरूक करना होगा कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें। सरकार को चाहिए कि ऐसी धमकियों के पीछे के मकसद को समझने के लिए एक विशेष टास्क फोर्स बनाए, जो इन घटनाओं के पैटर्न का विश्लेषण करे और दोषियों को जल्द से जल्द पकड़े।
