आरिफ खान की अनोखी कहानी: अजय देवगन के विलेन से मौलाना तक, छोड़ा बॉलीवुड, चुनी सुकून की राह
मुंबई, 14 अक्टूबर 2025: कभी अजय देवगन, अक्षय कुमार के साथ स्क्रीन पर धमाल मचाने वाला विलेन रॉकी, जिसकी खूंखार अदा ने 90s में दर्शकों को बांधा, आज मौलाना बन चुका है। आरिफ खान, जिन्होंने ‘फूल और कांटे’ से बॉलीवुड में कदम रखा, ने चकाचौंध छोड़ दी। ड्रग्स की लत, इंडस्ट्री की उपेक्षा और सुकून की तलाश ने उन्हें इस्लाम की राह दिखाई। अब बेंगलुरु में मोटिवेशनल स्पीकर और हज-उमराह ट्रैवल कंपनी के मालिक हैं। हॉलीवुड की ‘ए माइटी हार्ट’ तक पहुंचने वाला ये चेहरा अब धार्मिक संदेशों से प्रेरित करता है। आखिर क्या थी उनकी कहानी और क्यों बदला सब कुछ? पूरी दास्तान आगे…
‘फूल और कांटे’ से चमके, विलेन बन जीते दिल
1991 में रिलीज ‘फूल और कांटे’ ने अजय देवगन को रातोंरात स्टार बनाया, लेकिन विलेन रॉकी के रोल में आरिफ खान ने भी कमाल दिखाया। 2.5 करोड़ के बजट वाली यह फिल्म 11.5 करोड़ कमा ब्लॉकबस्टर बनी। आरिफ ने रॉकी के किरदार से दर्शकों का ध्यान खींचा, उनके डायलॉग और खूंखारी स्टाइल हिट। इसके बाद ‘मोहरा’ (1994) में अक्षय कुमार के साथ, ‘दिलजले’ (1996) में फिर अजय के साथ, ‘वीरगति’ (1995) में सलमान खान के साथ नजर आए। ‘आखिरी मुकाबला’, ‘कसम तुझको मेरी’ जैसे बी-ग्रेड प्रोजेक्ट्स और टीवी सीरियल्स में भी काम। 90s में आरिफ विलेन के चेहरों में जाना-पहचाना नाम। 2007 में हॉलीवुड की ‘ए माइटी हार्ट’ में एंजेलिना जोली के साथ टैक्सी ड्राइवर का छोटा रोल भी किया। लेकिन फिर अचानक गायब।
ड्रग्स, उपेक्षा और सुकून की खोज: बॉलीवुड छोड़ने की वजह
2024 में आरिफ ने यूट्यूब वीडियो में अपनी कहानी बयां की। बोले, ’23 साल की उम्र में ‘फूल और कांटे’ की। नाम, पैसा, शोहरत मिली, लेकिन सुकून नहीं।’ इंडस्ट्री में बड़े बैनर्स ने मौके नहीं दिए, लगातार उपेक्षा झेली। इससे बेचैनी बढ़ी, ड्रग्स की लत लग गई। एक इंटरव्यू में कहा, ‘ड्रग्स ने राहत नहीं दी, और गहरा खालीपन।’ 2000s में काम कम हुआ, फिर 2007 के बाद पूरी तरह गायब। आरिफ ने बताया, ‘अल्लाह ने हिदायत दी, मैंने फिल्में छोड़ीं।’ मुंबई छोड़ बेंगलुरु शिफ्ट हुए, इस्लाम को गहराई से अपनाया। अब मौलाना के रूप में धार्मिक शिक्षाएं देते, मोटिवेशनल स्पीकर बने। उनका प्रोजेक्ट ‘पानी कम चाय’ प्रेरणात्मक वीडियो से भरा, जहां वे जिंदगी की सादगी सिखाते।
मौलाना से मोटिवेटर तक: नया जीवन, नया मकसद
आज आरिफ खान ‘एके टूर्स एंड ट्रैवल्स’ चलाते हैं, जो हज-उमराह यात्राएं आयोजित करती। इंस्टाग्राम पर उनके धार्मिक और प्रेरक पोस्ट लाखों देखते। लंबी दाढ़ी, कुर्ता-पायजामा में अब पहचानना मुश्किल। एक पोस्ट में लिखा, ‘सच्चा सुकून अल्लाह में, न कि चकाचौंध में।’ उनकी जिंदगी अब सादगी और सेवा की। फैंस हैरान—जो कभी अजय के सामने खूंखार विलेन था, वो आज शांति का पैगाम देता। उनकी स्टोरी सिखाती—सपने बदल सकते, सुकून की राह अलग। क्या आरिफ कभी स्क्रीन पर लौटेंगे? शायद नहीं, लेकिन उनका नया रोल लाखों को प्रेरित कर रहा।
