• October 29, 2025

यूट्यूबर एल्विश यादव के घर पर फायरिंग करने वाला शूटर एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार

लखनऊ/ 22 अगस्त, 2025 : गुरुग्राम के सेक्टर-57 में मशहूर यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 विजेता एल्विश यादव के घर पर 17 अगस्त 2025 को तड़के सुबह हुई ताबड़तोड़ फायरिंग की घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी मचा दी थी। इस मामले में फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी शूटर इशांत उर्फ इशू गांधी को एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। मुठभेड़ के दौरान आरोपी के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। ख़बरों के अनुसार इस घटना की जिम्मेदारी हिमांशु भाऊ गैंग ने ली थी, जिसने सोशल मीडिया पर दावा किया कि फायरिंग का कारण एल्विश द्वारा सट्टेबाजी ऐप का प्रचार करना था। यह घटना न केवल एक आपराधिक मामला है, बल्कि सोशल मीडिया प्रभावशाली लोगों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल उठा रही है।

परिचय

एल्विश यादव के घर पर फायरिंग और एनकाउंटरगुरुग्राम के पॉश इलाके सेक्टर-57 में 17 अगस्त 2025 को सुबह करीब 5:30 बजे यूट्यूबर एल्विश यादव के घर के बाहर बाइक सवार तीन नकाबपोश बदमाशों ने 20 से 25 राउंड गोलियां चलाईं। इस घटना ने न केवल स्थानीय निवासियों में दहशत पैदा की, बल्कि सोशल मीडिया पर भी तहलका मचा दिया। खबरों के मुताबिक, फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी इशांत उर्फ इशू गांधी को 22 अगस्त 2025 को एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ फरीदाबाद के बीपीटीपी थाना क्षेत्र में हुई, जहां पुलिस और आरोपी के बीच कई राउंड फायरिंग हुई। इस दौरान इशांत के पैर में गोली लगी, और उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह घटना न केवल एक आपराधिक वारदात है, बल्कि यह सोशल मीडिया स्टार्स और उनके प्रभाव को लेकर भी कई सवाल खड़े करती है।

घटना का विवरण

तड़के सुबह हुई ताबड़तोड़ फायरिंग17 अगस्त को सुबह 5:30 से 6:00 बजे के बीच, जब अधिकांश लोग नींद में थे, गुरुग्राम के सेक्टर-57 में एल्विश यादव के घर के बाहर तीन बाइक सवार बदमाश पहुंचे। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, दो नकाबपोश हमलावरों ने हेलमेट पहनकर घर के गेट, बालकनी, खिड़कियों और दरवाजों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। इस दौरान करीब 20 से 25 राउंड फायरिंग हुई, जिसके निशान घर की दीवारों और खिड़कियों पर साफ देखे जा सकते थे। सौभाग्यवश, इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ, क्योंकि एल्विश उस समय घर पर मौजूद नहीं थे। उनके माता-पिता और केयरटेकर घर में थे, जो गोलीबारी की आवाज सुनकर दहशत में आ गए। एल्विश के पिता राम अवतार यादव ने बताया कि उन्हें कोई पूर्व धमकी नहीं मिली थी, और यह हमला पूरी तरह अप्रत्याशित था।

घटना की सूचना मिलते ही गुरुग्राम पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी की, फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र किए, और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि फायरिंग के समय तीन नकाबपोश बदमाशों ने दर्जनों राउंड गोलियां चलाईं, और उनकी तलाश के लिए विशेष टीमें गठित की गईं। इस घटना के बाद एल्विश के घर पर चार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई ताकि भविष्य में ऐसी वारदात को रोका जा सके।

हिमांशु भाऊ गैंग की जिम्मेदारी और मकसद

फायरिंग के कुछ घंटों बाद, हिमांशु भाऊ गैंग ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए इस हमले की जिम्मेदारी ली। गैंग ने दावा किया कि एल्विश यादव ने एक सट्टेबाजी ऐप का प्रचार किया, जिसके कारण कई परिवार बर्बाद हुए। पोस्ट में लिखा गया, “जय भोले की, राम राम! आज जो एल्विश यादव के घर गोली चली, वो हमने चलवाई। इसने बेटिंग ऐप का प्रचार कर कई घर बर्बाद किए हैं। बाकी के सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को भी चेतावनी है कि सट्टेबाजी का प्रचार करने वालों को गोली या कॉल का सामना करना पड़ सकता है।” इस पोस्ट ने न केवल पुलिस की जांच को एक नई दिशा दी, बल्कि यह भी सवाल उठाया कि क्या सोशल मीडिया प्रभावशाली लोगों को अब संगठित अपराधियों का निशाना बनाया जा रहा है।

हिमांशु भाऊ, जो इस गैंग का सरगना बताया जा रहा है, वर्तमान में पुर्तगाल में छिपा हुआ है। इसके अलावा, गैंग के अन्य सदस्य नीरज फरीदपुरिया और राव इंद्रजीत यादव भी इस हमले से जुड़े हो सकते हैं। नीरज फरीदपुरिया, जो हरियाणा के पलवल का रहने वाला है, पर 25 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह वर्तमान में अमेरिका में है। पुलिस ने दिल्ली और हरियाणा की जेलों में बंद गैंग के अन्य सदस्यों से भी पूछताछ की, ताकि शूटरों तक पहुंचा जा सके।

एनकाउंटर और गिरफ्तारी

फरीदाबाद क्राइम ब्रांच की कार्रवाई22 अगस्त 2025 को फरीदाबाद क्राइम ब्रांच की सेक्टर-30 टीम को गुप्त सूचना मिली कि फायरिंग का मुख्य आरोपी इशांत उर्फ इशू गांधी फरीदाबाद के बीपीटीपी थाना क्षेत्र में छिपा हुआ है। पुलिस ने तुरंत इलाके की घेराबंदी की और आरोपी को पकड़ने की कोशिश की। सूत्रों के अनुसार, इशांत ने पुलिस को देखते ही ऑटोमेटिक पिस्टल से आधा दर्जन से अधिक गोलियां चलाईं। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें इशांत के पैर में गोली लगी। घायल होने के बाद उसे तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया।

इशांत उर्फ इशू गांधी फरीदाबाद के जवाहर कॉलोनी का रहने वाला है और इस घटना का मुख्य शूटर बताया जा रहा है। पुलिस अब उसके नेटवर्क और साजिशकर्ताओं की जानकारी जुटा रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला कि इशांत हिमांशु भाऊ गैंग से जुड़ा हो सकता है, और यह फायरिंग रंगदारी या धमकी देने के उद्देश्य से की गई थी। पुलिस सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी निगरानी, और मुखबिरों की मदद से अन्य संदिग्धों की तलाश कर रही है।

एल्विश यादव: विवादों से पुराना नाता

एल्विश यादव, जो 26 वर्षीय यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता हैं, पहले भी कई विवादों में घिर चुके हैं। 2023 में उन पर नोएडा में रेव पार्टियों में सांप के जहर की अवैध सप्लाई का आरोप लगा था, जिसके चलते उन्हें वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था। छापेमारी के दौरान नौ सांप और 20 मिलीलीटर जहर जब्त किया गया था। हालांकि, बाद में उन्हें जमानत मिल गई, लेकिन यह मामला अभी भी अदालत में चल रहा है। इसके अलावा, एल्विश को 2023 में 1 करोड़ रुपये की फिरौती और जान से मारने की धमकी भी मिली थी, जिसके बाद एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था।

एल्विश ने अपनी यूट्यूब और सोशल मीडिया गतिविधियों के जरिए लाखों प्रशंसकों का दिल जीता है। उनके व्लॉग्स, रोस्ट वीडियो, और म्यूजिक वीडियो ने उन्हें देशभर में लोकप्रिय बनाया है। हालांकि, उनकी लोकप्रियता और विवादास्पद छवि ने उन्हें अपराधियों के निशाने पर भी ला दिया है। इस फायरिंग की घटना के बाद एल्विश ने अपने प्रशंसकों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और पुलिस की कार्रवाई पर भरोसा रखें।

सामाजिक और कानूनी प्रभावयह घटना न केवल एक आपराधिक वारदात है, बल्कि यह सोशल मीडिया प्रभावशाली लोगों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल उठाती है। हिमांशु भाऊ गैंग की धमकी और इस तरह की फायरिंग की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि सोशल मीडिया स्टार्स अब संगठित अपराधियों के निशाने पर हैं। पुलिस का मानना है कि इस तरह के हमले रंगदारी वसूलने या डराने के लिए किए जा रहे हैं। इस घटना ने यह भी सवाल उठाया कि क्या सोशल मीडिया पर प्रचार करने वाले प्रभावशाली लोगों को अपनी गतिविधियों को लेकर अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।

कानूनी रूप से, पुलिस ने इस मामले में हत्या के प्रयास, आपराधिक साजिश, और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। इशांत की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब अन्य संदिग्धों की तलाश में है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या यह हमला किसी बड़ी साजिश का हिस्सा था। गुरुग्राम और फरीदाबाद पुलिस की संयुक्त टीमें इस मामले की गहन जांच कर रही हैं।

भविष्य की दिशा

सुरक्षा और जागरूकता की जरूरतइस घटना ने सोशल मीडिया स्टार्स और उनके प्रशंसकों के बीच सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि प्रभावशाली लोगों को अपने निजी जीवन, जैसे घर के लेआउट और ठिकाने, को सार्वजनिक करने से बचना चाहिए। एल्विश ने तीन साल पहले अपने यूट्यूब चैनल पर अपने घर का वीडियो साझा किया था, जिसमें उन्होंने घर का पूरा लेआउट दिखाया था। पुलिस का मानना है कि इस जानकारी ने हमलावरों को फायरिंग की योजना बनाने में मदद की हो सकती है।

इसके अलावा, सरकार और स्थानीय प्रशासन को संगठित अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए और सख्त कदम उठाने होंगे। गैंगस्टरों के विदेश में छिपने और सोशल मीडिया के जरिए धमकियां देने की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि अपराध का स्वरूप बदल रहा है। पुलिस को तकनीकी निगरानी और अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने की जरूरत है ताकि ऐसे अपराधियों को

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Rama Niwash Pandey

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