• October 16, 2025

मुंबई में ड्रग माफिया का काला साम्राज्य: ईडी की छापेमारी से खुलासे, दाऊद का पुराना नेटवर्क फिर निशाने पर

मुंबई, महाराष्ट्र – 8 अक्टूबर, 2025: मुंबई की गलियों में ड्रग्स का साया फिर गहरा गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार सुबह एक बड़े नेटवर्क पर शिकंजा कसा, जो नशे की तस्करी से अरबों कमाई कर सफेद धन बना रहा था। कुख्यात ड्रग तस्कर फैसल जावेद शेख और उनकी साथी अल्फिया फैसल शेख के आठ ठिकानों पर छापे मारे गए, जहां से करोड़ों की ड्रग मनी के सुराग मिलने की उम्मीद है। लेकिन यह सिर्फ शुरुआत है—इस चेन में जुड़ा है दाऊद इब्राहिम का करीबी सलीम डोला, जो दुबई से हाल ही प्रत्यर्पित हुआ। क्या यह कार्रवाई मुंबई के अंडरवर्ल्ड को झकझोर देगी? एक तरफ ड्रग्स का जाल, दूसरी तरफ केरल में लक्जरी कारों की तस्करी का खेल। आइए, इस अपराध की दुनिया की परतें खोलें, जो कानून की नजरों में आ रही है।

ड्रग नेटवर्क का पर्दाफाश: फैसल-अल्फिया की जोड़ी पर ईडी का डंडा

ईडी की मुंबई जोनल ऑफिस-I ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत फैसल जावेद शेख और अल्फिया फैसल शेख के ड्रग तस्करी नेटवर्क पर धावा बोला। आठ ठिकानों—मुख्य रूप से डोंगरी और आसपास के इलाकों में—पर छापेमारी में दस्तावेज, बैंक रिकॉर्ड्स और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए। जांच से पता चला कि फैसल लंबे समय से मेफेड्रोन (MD या ‘म्याओ म्याओ’) नामक सिंथेटिक ड्रग की तस्करी कर रहा था, जो युवाओं को नशे की लत लगाने वाला खतरनाक पदार्थ है। 2017 में 68 ग्राम, 2023 में 20 किलो मेफेड्रोन और 2024 में 940 ग्राम कोकीन उसके पास से बरामद हो चुकी। मई 2025 में NCB ने उसे PIT-NDPS एक्ट के तहत हिरासत में लिया, और मुंबई पुलिस ने MCOCA लगाया। अल्फिया उसकी साथी थी, जो नेटवर्क को फाइनेंस करती। ईडी को शक है कि इस नेटवर्क ने करोड़ों की कमाई को प्रॉपर्टी और हवाला रूट्स से सफेद किया। फैसल का बैकग्राउंड अंडरवर्ल्ड से जुड़ा—वो दाऊद गैंग से लिंक्ड केसों में नामित रहा। छापों से मिले सुरागों से पता चला कि ये ड्रग्स पार्टी सर्कल और युवाओं तक पहुंचाई जातीं। अधिकारियों ने कहा, “यह नेटवर्क अच्छी तरह संगठित था, लेकिन अब इसके फंड्स ट्रेस हो रहे।” कुल मिलाकर, यह कार्रवाई मुंबई के ड्रग सर्कल को कमजोर करने की दिशा में बड़ा कदम है, जहां एक गिरफ्तारी कई राज खोल सकती है।

सलीम डोला का काला चेहरा: दाऊद का करीबी, ड्रग्स का सरगना

फैसल के नेटवर्क की जड़ें जाती हैं सलीम डोला तक, जो ड्रग तस्करी का कुख्यात सरगना है और दाऊद इब्राहिम का करीबी। सलीम पर ₹252 करोड़ के ड्रग मैन्युफैक्चरिंग केस में RCN जारी था। नवंबर 2024 में इंटरपोल ने नोटिस जारी किया, जनवरी 2025 में UAE में गिरफ्तार हुआ, और जून 2025 में दुबई से प्रत्यर्पित कर मुंबई लाया गया। NCB ने उसकी गिरफ्तारी पर इनाम घोषित किया, क्योंकि वो अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट को फंड करता रहा। सलीम तुर्की-दुबई के बीच घूमता, जहां से MD सप्लाई करता। फैसल उसके जरिए ड्रग्स खरीदता, जो सांघली फैक्टरी से आतीं—जहां मार्च 2025 में 122 किलो MD जब्त हुआ। सलीम का बैकग्राउंड दाऊद के इकबाल मिर्ची से जुड़ा, जो 2013 में मरा। ईडी की जांच में सलीम के हवाला रूट्स और प्रॉपर्टीज पर नजर है, जो दाऊद गैंग की फंडिंग से लिंक्ड। प्रत्यर्पण के बाद मुंबई पुलिस ने LOC जारी किया। विशेषज्ञ कहते हैं, सलीम जैसे तस्कर ड्रग्स को हवाला से वैध बनाते, जो आतंक फंडिंग से जुड़ सकता। ईडी अब फैसल-सलीम के लिंक्स ट्रेस कर रही, ताकि पूरा चेन टूटे। कुल मिलाकर, सलीम का प्रत्यर्पण इस नेटवर्क को कमजोर करने का टर्निंग पॉइंट है, जो मुंबई के अंडरवर्ल्ड को फिर निशाने पर ला खड़ा करता है।

केरल में लक्जरी कारों का काला खेल: सेलेब्स के ठिकानों पर ईडी का छापा

ईडी की कार्रवाई सिर्फ मुंबई तक सीमित न रही—केरल में भूटान से लक्जरी कारों की तस्करी के मामले में 17 ठिकानों पर धावा बोला। FEMA, 1999 के तहत एर्नाकुलम, त्रिशूर, कोझिकोड, मलप्पुरम, कोट्टायम और कोयंबटूर में छापे मारे, जहां अभिनेता पृथ्वीराज सुकुमारन, दुलकर सलमान, अमित चक्कलकल और वर्कशॉप्स निशाने पर थे। सितंबर 2025 के ‘ऑपरेशन नुमखोर’ में कस्टम्स ने 37 हाई-वैल्यू कारें जब्त कीं, जो फर्जी दस्तावेजों (आर्मी-US एम्बेसी सील्स) से भूटान से लाई गईं। दुलकर की लैंड रोवर डिफेंडर और निसान पेट्रोल, अमित की टोयोटा लैंड क्रूजर सहित कई जब्त। पृथ्वीराज के घर छापा पड़ा, लेकिन कोई जब्ती न हुई। कुल 150-200 कारें संदिग्ध, जो हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स के पास रजिस्टर्ड। कस्टम्स ने GST चोरी, मनी लॉन्ड्रिंग और गोल्ड-ड्रग्स तस्करी के लिंक्स पाए। दुलकर ने हाईकोर्ट में अपील की कि कार 2004 में रेड क्रॉस के लिए वैध आयातित थी। अमित ने कहा, सिर्फ एक कार उनकी, बाकी वर्कशॉप में आईं। ईडी अब हवाला ट्रांजेक्शन्स और टैक्स चोरी ट्रेस कर रही। कुल मिलाकर, यह कार्रवाई सेलेब कल्चर के ग्लैमर के पीछे छिपे अपराध को उजागर करती, जहां लक्जरी की चमक में अरबों की चोरी दबी है।
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Rama Niwash Pandey

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