• October 19, 2025

डबल मर्डर में फरार चल रहा आरोपित गिरफ्तार

 डबल मर्डर में फरार चल रहा आरोपित गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने वेलकम थाना अंतर्गत जनता कॉलोनी से ऑनर किलिंग में डबल मर्डर के आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। 43 वर्षीय आरोपित दिलशाद बहुत दिनों से फरार चल रहा था। आरोपित दिलशाद को मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, लेकिन वो इस दोहरे हत्याकांड में मिली पैरोल के बाद से पुलिस गिरफ्त से बाहर था।

पिछले तीन वर्षों से पुलिस की आंख में धूल झोंक रहे इस पैरोल जंपर को अब क्राइम ब्रांच टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। पूरा मामला बहन के जाति से अलग लव मैरिज करने की वजह से की गई ऑनर किलिंग से जुड़ा है। डीसीपी (क्राइम) अमित गोयल के मुताबिक नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के जनता कॉलोनी के रहने वाले मोहम्मद इमरान की ओर से शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया था कि आरोपित दिलशाद ने अपने परिवार के सदस्यों और दोस्त के साथ मिलकर उसके भाई और मां को गोली मार दी। उसकी बहन की गर्दन में सरिया भी घोंप दिया था।

आरोपित का पता लगाने के लिए टीम रिकॉर्ड के अनुसार उसके ठिकाने पर पहुंची, जहां पर पता चला कि आरोपित का परिवार 18 साल पहले उस घर को छोड़ चुका है। उसके बाद पता चला कि आरोपित कैलाश नगर में कहीं रह रहा है। उसके बारे में सुराग ढूंढने के लिए टीम ने कैलाश नगर में कई जगहों पर दबिश दी, लेकिन उसका कोई पता नहीं लग पाया।

क्राइम ब्रांच टीम को ठोस जानकारी मिली कि वह 18 माह पहले फिर से कैलाश नगर से यमुना विहार में शिफ्ट हो गया है और रात के वक्त सीलमपुर से भजनपुरा तक ऑटो चलाता है। इसके बाद टीम के सदस्य हेड कांस्टेबल सुरेंद्र ने आरोपित की जानकारी को और पुख्ता करने के लिए कई सीलमपुर से भजनपुरा के बीच ऑटो से सफर किया। इसके बाद 30 मई को उसके घर पर छापेमारी की गई और उसे पकड़ लिया गया।

पूछताछ करने पर आरोपित दिलशाद ने बताया कि बहन के प्रेम विवाह करने से वह बहुत नाराज था और बदला लेने के लिए 27 मार्च 2006 को उसने अपने परिवार के सदस्यों और करीबी दोस्तों के साथ लड़के के घर पर हमला कर दिया था और उसके भाई और मां को गोली मार दी थी। इस हमले में उसकी बहन (ननद) भी गंभीर रूप से घायल हुई थी। इस मामले में उसको आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।

10 मार्च, 2021 को उसे पैरोल पर रिहा किया गया था और उसे 6 अप्रैल, 2021 को जेल में सरेंडर करना था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया था। पुलिस से अपनी पहचान छिपाने के लिए वह सीलमपुर से भजनपुरा तक रात के समय ऑटो चलाता था और मोबाइल फोन का भी इस्तेमाल नहीं करता था ताकि उसे ट्रैक न किया जा सके। वह मूल रूप से मुज्जफर नगर (यूपी) का रहने वाला है। इस मामले से पहले आरोपित दिलशाद आजीविका के लिए रिक्शा किराए पर देता था। फिलहाल वह दिल्ली के नॉर्थ-ईस्ट डिस्ट्रिक्ट में ऑटो चलाता था।

Digiqole Ad

Rama Niwash Pandey

https://ataltv.com/

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *