टेक्सचर सरफेसिंग कार्य में लगे कर्मियों की गति धीमी, गुणवत्ता में कमी
उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग की प्रांतीय खंड इकाई की ओर से लखनऊ के प्रमुख चौराहों पर कराये जा रहे टेक्सचर सरफेसिंग के कार्य की गुणवत्ता में कमी देखी जा रही है। वहीं इस कार्य में लगे कर्मियों की गति धीमी होने से निर्माण कार्य में समय लग रहा है।
देश के बड़े महानगरों में टेक्सचर सरफेसिंग का कार्य देखने पर मिलता है कि सड़क से उसकी थोड़ी ऊंचाई होती है। कट स्टोन में गैप भी होता है। लखनऊ में प्रांतीय निर्माण खण्ड की ओर से कराये गये अभी तक के टेक्सचर सरफेसिंग के कार्यों में कट स्टोन को बेहद समीप जोड़ा जा रहा है, ऐसा आईटी चौराहे से परिवर्तन चौक होते हुए हजरतगंज की ओर जाने वाली सड़क पर देखा जा सकता है। वहीं यहां पर कार्य को गति देने वाले कर्मियों की धीमी गति भी सामने आती है, जहां कुछ कार्य करने के बाद उसके दूसरे छोर को पूर्ण करने में वक्त लगाया जा रहा है।
शहर के तेलीबाग, बांग्ला बाजार क्षेत्र में टेक्सचर सरफेसिंग का कार्य पूरा होने वाला है। जहां पर गुणवत्ता का पूरा ध्यान भी रखा गया है। फिर भी वहां सीमेन्ट के उपयोग में कमी देखने को मिल रही है। कुछ स्थानों पर बारिश के पानी से हल्का लगा सीमेन्ट स्वतः बह गया है।
लोक निर्माण विभाग की प्रांतीय निर्माण खंड के अधिकारियों ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और आईआईटी नई दिल्ली के एक्सपर्ट टीम के सर्वे के बाद चिन्हित स्थानों पर टेक्सचर सरफेसिंग का कार्य कराने की शुरुआत की है। टेक्सचर सरफेसिंग के निर्माण कार्य से वाहनों के तेज रफ्तार को रोका जायेगा। जिससे आये दिन होने वाली दुर्घटनाओं पर रोकथाम लग जायेगी।