तेज प्रताप का बिहार चुनाव पर बयान: ‘जनशक्ति जनता दल लड़ेगा, उम्मीदवारों का ऐलान कल प्रेस कॉन्फ्रेंस में’
पटना, 7 अक्टूबर 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही सियासी हलचल तेज हो गई। लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) के नाम से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों की घोषणा अगले दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में होगी। वहीं, पटना मेट्रो के उद्घाटन पर भी उनका तंज कसा। क्या तेज प्रताप RJD से अलग होकर महागठबंधन को चुनौती देंगे? आइए, उनके बयानों की पूरी कहानी जानते हैं।
चुनाव तारीखों पर तेज प्रताप का ऐलान: ‘JJD लड़ेगी, उम्मीदवार कल घोषित’
चुनाव आयोग ने 6 अक्टूबर को बिहार चुनाव का शेड्यूल जारी किया—पहला चरण 6 नवंबर, दूसरा 11 नवंबर, और गिनती 14 नवंबर। इस पर तेज प्रताप ने कहा, “जनशक्ति जनता दल इसका सामना करेगा और चुनाव लड़ेगा। उम्मीदवारों की घोषणा अगले दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में की जाएगी।” यह बयान 6 अक्टूबर को आया, जब तेज प्रताप ने JJD को बिहार के ‘पूर्ण विकास’ के लिए तैयार बताया। उनकी पार्टी सितंबर 2025 में बनी, और ब्लैकबोर्ड को सिंबल मिला। 2020 में RJD 75 सीटों से सबसे बड़ी बनी थी, लेकिन तेज प्रताप का अलग होना महागठबंधन (RJD-Congress-Left) के लिए चुनौती। तेज प्रताप ने NDA पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार बदलाव चाहता है।
पटना मेट्रो पर तंज: ‘मीठापुर में जमीन धंस गई, लोग डरेंगे’
पटना मेट्रो के उद्घाटन पर तेज प्रताप ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “मीठापुर में जमीन धंस गई। इसलिए देखना होगा कि यह कैसी मेट्रो है। लोग डर जाएंगे, कोई इसमें चढ़ेगा ही नहीं।” यह टिप्पणी मेट्रो प्रोजेक्ट की सुरक्षा पर सवाल उठाती है, जहां हाल ही में भूमि धंसाव की शिकायतें आईं। तेज प्रताप ने विकास के नाम पर ‘दिखावे’ का आरोप लगाया। RJD ने इसे समर्थन दिया, लेकिन BJP ने ‘नकारात्मक राजनीति’ बताया। मेट्रो 6 अक्टूबर को शुरू हुई, लेकिन तेज प्रताप का बयान बहस छेड़ रहा।
तेजस्वी से गुस्सा: ‘बड़े भाई का सम्मान करें, जयचंद सलाहकारों का प्रभाव
तेज प्रताप हाल ही में छोटे भाई तेजस्वी यादव से नाराज हुए। तेजस्वी ने कहा था कि तेज प्रताप RJD में रहते हुए भी पार्टी के खिलाफ उम्मीदवार खड़े करते रहे। जवाब में तेज प्रताप ने कहा, “छोटे भाई हैं तो समझना चाहिए, कौन राम है, कौन लक्ष्मण। मर्यादा देखें, बड़े भाई का सम्मान करें।” उन्होंने तेजस्वी के सलाहकारों को ‘जयचंद’ कहा, “हो सकता है जयचंद लोग बोल रहे हों। बुद्धि-विवेक इस्तेमाल करें।” यह विवाद 2023 में तेज प्रताप के RJD से निष्कासन (सोशल मीडिया पोस्ट के कारण) से जुड़ा। JJD बनाकर वे अब परिवारिक सियासत में नया मोड़ ला रहे। क्या भाईयों का रिश्ता चुनाव में सुधरेगा? सवाल बाकी।
