तीस्ता नदी से हुई तबाही पिछली सरकार के विकास मॉडल की विफलता का प्रमाणः मुख्यमंत्री

सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि तीस्ता नदी से हुई तबाही पिछली सरकार के विकास मॉडल की विफलता का प्रमाण है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को सिंगताम और रंगपो में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए उक्त आरोप लगाए।
मुख्यमंत्री तमांग ने तीस्ता नदी से हुई तबाही के लिए पिछली सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि अगर पिछली सरकार ने गुणवत्तापूर्ण काम किया होता तो ऐसी तबाही नहीं होती। उन्होंने कहा कि गत 3 अक्टूबर की रात को बादल फटने और दक्षिण ल्होनाक झील फटने के बाद झील के पानी ने चुंगथांग में तीस्ता स्टेज-3 जलविद्युत परियोजना के बांध को पूरी तरह से नष्ट कर दिया।
उन्होंने कहा कि अगर बांध का निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण होता तो बांध इस तरह नष्ट नहीं होता। पिछली सरकार में काम अच्छा नहीं होने के कारण ऐसा हुआ। उन्होंने कहा कि तीस्ता स्टेज-3 बांध के टूटने के बाद तेज वेग से निकले पानी ने डिक्चू, सिंगताम और रंगपो में तबाही मचाई। चुंगथांग बांध को छोड़ कर तीस्ता नदी पर बने अन्य सभी बांध सुरक्षित हैं।
मुख्यमंत्री तमांग ने अपने दौरे में सिंगताम, बारदांग और रंगपो में बाढ़ से हुए नुकसान का निरीक्षण किया। उन्होंने राहत शिविरों का भी दौरा किया और प्रभावित लोगों का हाल जाना। इस दौरान उन्होंने बारदांग में उस स्थान का भी दौरा किया जहां सेना के जवान लापता हुए।
