बारिश के दिनों में इन्वर्टर और बैटरी का ऐसे रखें ध्यान, वरना हो सकता है मोटा खर्चा!
मानसून के मौसम में इन्वर्टर और उसकी बैटरी का रखरखाव बेहद जरूरी है, क्योंकि बारिश, नमी और बिजली की अनियमितता बैटरी की सेहत को प्रभावित कर सकती हैं। बार-बार पावर कट होने से बैटरी को पूरी तरह चार्ज होने में दिक्कत होती है, जिससे उसका बैकअप समय कम हो जाता है। नमी के कारण बैटरी के टर्मिनल्स में जंग लगने या शॉर्ट सर्किट का खतरा बढ़ जाता है। अगर बैटरी को ठीक से मेंटेन न किया जाए, तो यह जल्दी खराब हो सकती है, जिससे हजारों रुपये का नुकसान हो सकता है। मानसून में बिजली की मांग बढ़ने से इन्वर्टर पर लोड भी बढ़ता है, जिसके लिए बैटरी को पूरी तरह तैयार रखना जरूरी है।
बारिश के मौसम में इन्वर्टर का कम और सावधानीपूर्वक उपयोग करना चाहिए, ताकि बैटरी पर ज्यादा दबाव न पड़े। लंबे समय तक बारिश होने पर बिजली कटौती की समस्या बढ़ सकती है, जिससे बैटरी ओवर-डिस्चार्ज हो सकती है। इससे बचने के लिए बैटरी प्रोटेक्टर का उपयोग करें, जो बैटरी को ज्यादा चार्ज होने या डिस्चार्ज होने से बचाता है और शॉर्ट सर्किट को रोकता है। इन्वर्टर पर जरूरत से ज्यादा लोड न डालें, जैसे कि एक साथ कई भारी उपकरण चलाना। इससे बैटरी का बैकअप समय कम हो सकता है। बैटरी को हवादार जगह पर रखें और इसे धूप या अत्यधिक गर्मी से बचाएं, क्योंकि उच्च तापमान इसकी क्षमता को कम करता है। चार्जिंग के दौरान इन्वर्टर को सूखी और सुरक्षित जगह पर रखें, ताकि नमी से नुकसान न हो। नियमित रूप से इन्वर्टर के केबल्स और टर्मिनल्स की जांच करें और किसी भी तरह के डैमेज को तुरंत ठीक करें। अगर बैटरी पुरानी हो गई है, तो उसे समय पर बदल दें, क्योंकि पुरानी बैटरी का बैकअप समय कम हो जाता है। इन उपायों से आप अपने इन्वर्टर को मानसून में कुशल और सुरक्षित रख सकते हैं।
मानसून में इन्वर्टर और बैटरी को नुकसान से बचाने के लिए कुछ अतिरिक्त सावधानियां बरतनी चाहिए। बैटरी को वॉटरप्रूफ और वेंटिलेटेड जगह पर रखें, ताकि नमी और गर्मी से बचा जा सके। बैटरी के आसपास पानी जमा न होने दें, क्योंकि यह शॉर्ट सर्किट का कारण बन सकता है। बैटरी के टर्मिनल्स पर जंग लगने से रोकने के लिए पेट्रोलियम जेली या एंटी-करोज़न कोटिंग लगाएं। चार्जिंग के समय इन्वर्टर को बारिश के संपर्क में आने से बचाएं और चार्जर को वाहन या नम जगहों पर न रखें। बैटरी की IP रेटिंग (जैसे IP66 या IP68) की जांच करें, जो इसकी पानी और धूल से सुरक्षा की क्षमता दर्शाती है। अगर बैटरी में कोई गड़बड़ी दिखे, जैसे कि लीकेज या कम चार्जिंग, तो तुरंत सर्विस सेंटर से संपर्क करें। नियमित मेंटेनेंस के लिए बैटरी की सफाई और तारों की जांच करें। मानसून में बिजली की अनियमितता से बचने के लिए इन्वर्टर को स्टेबलाइजर के साथ कनेक्ट करें। ये सावधानियां बैटरी को सुरक्षित रखने और उसकी उम्र बढ़ाने में मदद करेंगी। सही रखरखाव से आप बारिश के मौसम में बिजली कटौती की समस्या से निपट सकते हैं और महंगे रिपेयर या रिप्लेसमेंट के खर्चे से बच सकते हैं।
