नागपंचमी पर भगवान महाकाल के गले में विराजे नाग देवता

नागदेवता की पूजन का पर्व नागपंचमी सोमवार को देश-प्रदेश में श्रद्धापूर्वक मनाई जा रही है। नागपंचमी पर भगवान महाकाल का भी विशेष श्रृंगार किया गया। उनके गले में शेषनाग धारण कराकर भगवान को नागचंद्रेश्वर स्वरूप में सजाया गया। श्री महाकालेश्वर मंदिर में नागपंचमी के पर्व पर श्री महाकालेश्वर भगवान को शेषनाग धारण करवाया गया।
भगवान महाकाल को शेषनाग धारण कराने के पूर्व कोटितीर्थ कुंड पर आशीष पुजारी एवं सहयोगियों द्वारा शेषनाग भगवान को स्नान कराया गया। पंचामृत पूजन-अर्चन-आरती के पश्चात सोमवार तड़के भस्मआरती के समय श्री महाकालेश्वर भगवान को शेषनाग धारण करवाया गया। महाकाल मंदिर के पं. आशीष पुजारी ने बताया कि प्रत्येक वर्ष नागपंचमी पर भगवान महाकाल का श्रृंगार नागचंद्रेश्वर स्वरूप में किया जाता है। भस्मआरती के समय भगवान को शेषनाग धारण कराया जाता है। इसके पूर्व नागदेवता का भी विधिवत पूजन किया जाता है।
