शामली में पारिवारिक त्रासदी: पिता ने बच्चों संग यमुना में लगाई छलांग
कैराना, उत्तर प्रदेश, 4 अक्टूबर 2025: उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कैराना कस्बे से एक ऐसी घटना सामने आई है, जो मानव हृदय को विदीर्ण कर देगी। एक मजदूर पिता, घरेलू कलह और विश्वासघात की आग में जलते हुए, अपने चार मासूम बच्चों को लेकर यमुना नदी के पुराने पुल पर पहुंचा। वहां से उसने एक ऐसा कदम उठाया, जो पूरे इलाके को सदमे में डुबो दिया। घटना से पहले रिकॉर्ड किए गए वीडियो में उसकी पीड़ा साफ झलकती है—रोते हुए वह बच्चों से विदाई लेता है और जिम्मेदारों पर इल्जाम लगाता है। पत्नी के प्रेमी संग फरार होने का सदमा, ससुराल पक्ष की कथित प्रताड़ना और न्याय की उम्मीद टूटना—ये सब इस हादसे की पृष्ठभूमि हैं। क्या यह सिर्फ एक परिवार का दर्द था, या समाज की उदासीनता का आईना? गोताखोरों की टीम अब भी नदी में तलाश कर रही है। पूरी कहानी आगे खुलती है।
पीड़ा की शुरुआत
कैराना के मोहल्ला खेल कला में रहने वाले 38 वर्षीय मजदूर सलमान की जिंदगी सात महीने पहले नर्क बन गई। उसकी पत्नी खुशनुमा का किसी अन्य व्यक्ति से प्रेम प्रसंग चल रहा था, जो धीरे-धीरे घर तोड़ने लगा। तीन दिन पहले दोनों के बीच जबरदस्त झगड़ा हुआ, और खुशनुमा अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई। सलमान, जो दिहाड़ी मजदूरी से परिवार चलाता था, इस सदमे से टूट गया। उसके चार बच्चे—12 वर्षीय बेटी महक, 5 वर्षीय शिफा, 3 वर्षीय आयान और 8 मास की इनायशा—उसकी आंखों के तारे थे। लेकिन पत्नी के जाने के बाद ससुराल पक्ष के लोग कथित तौर पर उसे और बच्चों को प्रताड़ित करने लगे। सलमान ने पुलिस और कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन न्याय न मिलने पर हताशा बढ़ती गई। शुक्रवार सुबह वह बच्चों को लेकर घर से निकला, बहन गुलिस्ता को बताया कि घूमने जा रहा है। दोपहर तक सब सामान्य लग रहा था, लेकिन अंदरूनी ज्वाला सुलग रही थी। स्थानीय लोग बताते हैं कि सलमान शांत स्वभाव का था, लेकिन इस दर्द ने उसे तोड़ दिया।
अंतिम वीडियो संदेश
शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे सलमान यमुना के पुराने पुल पर पहुंचा। वहां उसने मोबाइल से तीन वीडियो रिकॉर्ड किए—रोते हुए, बच्चों को सीने से लगाए। पहला वीडियो बहन गुलिस्ता को भेजा, जिसमें वह कहता है, ‘महक बेटा, हम सब मर जाएंगे। मौत के जिम्मेदार तुम्हारी अम्मी और उनका प्रेमी हैं। सात महीने से उन्होंने हमारा जीना हराम कर दिया।’ वह ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाता है—धमकियां, मारपीट और बच्चों को छीनने की कोशिश। दूसरे वीडियो में वह कहता है, ‘सरकार से कोई उम्मीद नहीं बची। मैं चाहता हूं कि आगे कोई ऐसा न करे।’ तीसरा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें वह पूरी घटना का खुलासा करता है। गुलिस्ता ने बताया कि दोपहर में वीडियो मिले, लेकिन व्यस्तता में ठीक से न देख पाईं। शाम तक जब फोन बंद हो गया, तो परिजन घबरा गए। वीडियो ने पुलिस में हड़कंप मचा दिया। सलमान का संदेश समाज को आईना दिखाता है—पारिवारिक विवादों में पुरुषों की पीड़ा अक्सर अनदेखी रह जाती है।
खोज अभियान और प्रतिक्रिया
वीडियो मिलने के बाद परिजन और मोहल्लेवासी यमुना पुल पहुंचे, जहां ग्रामीणों ने बताया कि एक पिता चार बच्चों संग नदी में कूदा। सूचना पर कैराना कोतवाली पुलिस, पीएसी और प्राइवेट गोताखोर तुरंत लगे। अपर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार और सीओ श्याम सिंह मौके पर पहुंचे। एसपी ने कहा कि शवों की तलाश तेज है, नदी का जलस्तर ऊंचा होने से चुनौती है। देर रात तक सर्च ऑपरेशन चला, लेकिन रविवार सुबह तक कोई सफलता नहीं। इलाके में सनसनी फैल गई—लोग मासूम बच्चों की याद में व्यथित। गुलिस्ता ने पुलिस को पूरी जानकारी दी, और प्रेमी-पत्नी की तलाश शुरू हो गई। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में काउंसलिंग और त्वरित न्याय जरूरी। यह त्रासदी पारिवारिक कलह के खतरों पर सवाल उठाती है। क्या समाज अब जागेगा? फिलहाल, नदी की लहरें चुप हैं, लेकिन दर्द गूंज रहा है।
