राहुल गांधी का बड़ा बयान! बोले मर चूका है UP का इलेक्शन सिस्टम, सीटों पर धांधली से बने मोदी PM’,
लखनऊ / 2 अगस्त : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 2 अगस्त 2025 को दिल्ली में आयोजित ‘संवैधानिक चुनौतियां- दृष्टिकोण और समाधान’ नामक वार्षिक कानूनी सम्मेलन में भारत की चुनावी व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए। खबरों के मुताबिक उन्होंने दावा किया कि “भारत का इलेक्शन सिस्टम मर चुका है” और 2024 के लोकसभा चुनाव में 70-80 सीटों पर धांधली हुई, जिसके कारण नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने। राहुल ने कहा कि उनके पास “एटम बम” जैसा सबूत है, जो जल्द ही सामने लाया जाएगा। जवाब में, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तंज कसते हुए कहा, “अगर राहुल जी के पास सबूतों का एटम बम है, तो उसे तुरंत फोड़ देना चाहिए।” इस बयान ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज कर दी है।
राहुल गांधी का दावा
ख़बरों के अनुसार राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा, “मैंने 2014 से ही चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी की आशंका जताई थी। गुजरात, राजस्थान, और मध्य प्रदेश में कांग्रेस का एक भी सीट न जीतना हैरान करने वाला था। 2024 के लोकसभा चुनाव में हमने जीत हासिल की, लेकिन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हमारी तीन मजबूत पार्टियां (कांग्रेस, शिवसेना-UBT, NCP-SP) अचानक हार गईं। हमने 6 महीने की गहन जांच की और पाया कि महाराष्ट्र में लोकसभा और विधान सभा चुनाव के बीच 1 करोड़ नए वोटर जोड़े गए, जिनका बड़ा हिस्सा BJP को गया।”उन्होंने चुनाव आयोग (ECI) पर निशाना साधते हुए कहा, “चुनाव आयोग अब एक स्वतंत्र संस्था नहीं रही। यह BJP के लिए ‘वोट चोरी’ कर रहा है। हमारे पास 100% सबूत हैं, और जब यह ‘एटम बम’ फटेगा, तो ECI कहीं नहीं दिखेगा।” राहुल ने ECI अधिकारियों को चेतावनी दी, “इसमें शामिल लोग, चाहे रिटायर हों या कहीं भी हों, हम उन्हें ढूंढ लेंगे। यह देशद्रोह से कम नहीं है।”
राहुल ने बिहार के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर भी सवाल उठाए, जिसमें 65 लाख वोटरों के नाम हटाए गए। उन्होंने इसे BJP और नीतीश सरकार की साजिश बताया, जिसका मकसद गरीब, दलित, और अल्पसंख्यक वोटरों को वोटिंग से वंचित करना है।
राजनाथ सिंह और ECI का जवाब
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राहुल के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है, जिसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाना विपक्ष के नेता को शोभा नहीं देता। अगर राहुल जी के पास ‘एटम बम’ जैसा सबूत है, तो उसे तुरंत सार्वजनिक करें।”चुनाव आयोग ने भी राहुल के दावों को “निराधार और गैर-जिम्मेदाराना” करार दिया। ECI ने कहा, “हम रोजाना ऐसे निराधार आरोपों को नजरअंदाज करते हैं और अपने अधिकारियों से पारदर्शी और निष्पक्ष काम करने को कहते हैं।” ECI ने यह भी बताया कि राहुल ने 12 जून को भेजे गए उनके पत्र का जवाब नहीं दिया और कभी औपचारिक शिकायत नहीं की।
विपक्ष और सत्ता पक्ष की प्रतिक्रिया
खबरों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “ECI और BJP की मिलीभगत से बिहार में करोड़ों वोटरों के अधिकार छीने जा रहे हैं। यह दलितों और पिछड़ों के खिलाफ साजिश है।” RJD नेता तेजस्वी यादव ने भी बिहार SIR को “वोटबंदी” करार दिया। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल पर “लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश” का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “राहुल बार-बार संवैधानिक संस्थाओं को धमकाते हैं। 2014 में BJP ने कैसे जीत हासिल की, तब तो हमारी सरकार नहीं थी।” BJP नेता दिलीप जायसवाल ने कहा, “मृत और फर्जी वोटरों को हटाना जरूरी है। क्या राहुल चाहते हैं कि ये नाम लिस्ट में रहें?
