प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात में दी चैत्र नवरात्रि की शुभकामनायें
30 मार्च 2025 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज, अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 120वें संस्करण में देशवासियों को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने चैत्र नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं और इसे एक पावन दिन बताया। प्रधानमंत्री ने भारतीय नववर्ष की शुरुआत और विभिन्न त्योहारों के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
चैत्र नवरात्रि और नवसंवत्सर की शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा, “आज चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है, जो चैत्र नवरात्रि की शुरुआत का प्रतीक है।” उन्होंने आगे कहा, “यह दिन भारतीय नववर्ष की शुरुआत का भी प्रतीक है, जिसे हम नवसंवत्सर के रूप में मनाते हैं।” इस अवसर पर उन्होंने सभी देशवासियों को नवसंवत्सर की शुभकामनाएं दीं और आशा व्यक्त की कि यह नया वर्ष सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह लेकर आए।
विभिन्न त्योहारों की चर्चा
प्रधानमंत्री ने भारत के विभिन्न हिस्सों में मनाए जाने वाले नए वर्ष के त्योहारों का भी उल्लेख किया। उन्होंने उगादी, गुड़ी पड़वा, नवरेह और चेती चंद जैसे त्योहारों के माध्यम से देश की विविधता और एकता को सराहा। इन त्योहारों के माध्यम से हमारे समाज की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित किया जाता है।
‘मन की बात’ कार्यक्रम की विशेषताएं
‘मन की बात’ कार्यक्रम की शुरुआत अक्टूबर 2014 में हुई थी, जिसका उद्देश्य प्रधानमंत्री और देशवासियों के बीच सीधा संवाद स्थापित करना था। अब तक इसके 120 संस्करण प्रसारित हो चुके हैं, जिनमें प्रधानमंत्री ने समाज के विभिन्न वर्गों, विशेष रूप से महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों, से संवाद किया है। इस कार्यक्रम के माध्यम से कई सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की गई है और सकारात्मक बदलाव की दिशा में कदम उठाए गए हैं।
कार्यक्रम में नागरिकों की भागीदारी
प्रधानमंत्री मोदी ने इस महीने के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के लिए नागरिकों से सुझाव आमंत्रित किए थे। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था, “इस महीने के मन की बात के लिए नागरिकों से सुझाव मिल रहे हैं, जो सामूहिक प्रयासों की शक्ति को प्रदर्शित करते हैं।” उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से अपने विचार साझा करने की अपील की थी।
समाज के विभिन्न क्षेत्रों में चर्चा
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने कई विषयों पर चर्चा की, जिनमें महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति, और सामाजिक समरसता शामिल थे। उन्होंने विशेष रूप से युवाओं से अपील की कि वे अपने कौशल का विकास करें और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं। इसके अलावा, उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों द्वारा किए जा रहे सकारात्मक कार्यों को सराहा और उन्हें प्रेरणास्रोत बताया।
नवीनतम तकनीकी पहल
प्रधानमंत्री ने डिजिटल इंडिया अभियान के तहत की गई प्रगति पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे तकनीकी नवाचारों के माध्यम से सरकारी सेवाओं की पहुंच आम आदमी तक बढ़ाई गई है और भ्रष्टाचार में कमी आई है। इसके अलावा, उन्होंने स्टार्टअप इंडिया और मेक इन इंडिया जैसे अभियानों की सफलता पर भी चर्चा की और युवाओं से इनसे जुड़ने की अपील की।
स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण
स्वच्छ भारत मिशन के तहत किए गए कार्यों की सराहना करते हुए, प्रधानमंत्री ने सभी नागरिकों से अपने आस-पास स्वच्छता बनाए रखने और पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने की अपील की। उन्होंने बताया कि कैसे छोटे-छोटे प्रयास बड़े बदलाव ला सकते हैं और हमारे आने वाले पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और हरा-भरा भारत छोड़ सकते हैं।
