मरीज की साइकोलॉजी समझ मां की तरह दर्द का निवारण करते हैं फिजियोथैरेपिस्ट: राकेश सिन्हा

विश्व फिजियोथैरेपी दिवस पर शुक्रवार को बेगूसराय जिला इकाई द्वारा रिफाइनरी टाउनशिप स्थित सूरज भवन में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर जहां 25 से अधिक मरीज के बीच सहायक सामग्री का वितरण किया गया। वहीं, बेहतर कार्य करने वाले फिजियोथैरेपिस्ट को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद प्रो. राकेश सिन्हा ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में फिजियोथेरेपी का अत्यधिक महत्व है। रोग से बचाना है तो फिजियोथैरेपी को अपनाना होगा। फिजियोथैरेपिस्ट को कंपाउंडर के रूप में देखने वालों को इनके उपयोगिता की समझ नहीं है। फिजियोथैरेपी योग से मेडिकल साइंस तक फैला हुआ है। आम लोगों को इसके प्रति जागरूक करना होगा।
उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जो सभी अंग का इलाज करता है। शरीर और बीमारी के सभी कार्य में इसकी उपयोगिता है। डॉक्टर और मरीज का संबंध डायग्नोसिस देने एवं सर्जरी तक सीमित रहता है। लेकिन फिजियोथैरेपिस्ट का संबंध लंबे समय तक रहता है। यह पहले मरीज की साइकोलॉजी समझते हैं, उसके बाद उनके समस्या का समाधान करते हैं, मां के रूप में दर्द महसूस कर उसका निदान करते हैं।
अभी भारत में करीब 30 हजार फिजियोथैरेपिस्ट हैं, यह संख्या जनसंख्या के अनुपात में काफी कम है। इसके प्रोत्साहन और अलग-अलग जगहों पर प्रशिक्षण केंद्र की आवश्यकता है। परिश्रम के अनुसार प्रतिफल नहीं मिलता है। संगठन की ताकत अभी कमजोर है, इसके लिए मजबूत होना होगा। भारत में सुश्रुत ने छह सौ वर्ष पूर्व चिकित्सा के क्षेत्र की पुस्तक सूत्र संहिता लिखा था। दुनिया में उस पुस्तक पर अध्ययन चल रहा है।
सभी फिजियोथैरेपिस्ट सुश्रुत संहिता का अध्ययन करें। आपका काम सिर्फ अपने व्यवसाय को बढ़ाना नहीं है, बल्कि रिसर्च और डेवलपमेंट भी है। मरीजों के साथ का अनुभव एक-दूसरे से साझा करें तो प्रोत्साहन और प्रतिष्ठा मिलेगी। आज नई आर्थिक नीति और तकनीक से बदलाव आ रहे हैं। न्यूरोलॉजी में भी अब आपकी जरूरत बढ़ रही है। वैलनेस और हीलिंग इंडस्ट्री भारत में तेजी से बढ़ रहा है।
ट्रायवल एरिया का हीलिंग मेथड काफी इफेक्टिव हो रहा है। इसलिए बगल के राज्य झारखंड जाकर हीलिंग करने वालों से मिलें, उनसे बात करें और उसका सदुपयोग करें। हीलिंग करने वाले कैंसर का भी इलाज करते हैं। इसके लिए फिजियोथैरेपिस्ट नॉलेज टीम बनाएं। इस अवसर पर फिजियोथैरेपिस्ट सरोज कुमार झा, दीपक देव कुमार एवं पूर्व विधायक श्रीकृष्ण सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।
