नक्सलियों ने विश्व आदिवासी दिवस को लड़ाकू दिवस के रूप में मनाने किया आह्वान
जगदलपुर, 8 अगस्त। नक्सलियों की दक्षिण सब जोनल ब्यूरो की प्रवक्ता समता ने जारी प्रेस नोट जारी कर विश्व आदिवासी दिवस को लड़ाकू दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया है। नक्सली प्रवक्ता समता ने जारी प्रेस नाेट में लिखा है कि हम सब लोग जानते हैं की 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस दुनिया भर में मनाते हैं।सभी में आदिवासी जनता रह रहे हैं ।जब दुनिया में पर्यावरण विध्वंस बढ़ रहा है तब प्रकृति के साथ सहजीवन करना बहुत जरूरी है। आदिवासी रहन सहन प्रकृति को बचा कर रखना उनकी स्वाभाविक लक्षण है, इसीलिए प्रकृति को बचा कर रखना आज भूगोल के लिए बहुत जरूरी है।
नक्सली प्रवक्ता समता ने दुनिया भर के मनुष्य को सुरक्षित स्वास्थ्य प्रदान करने की बात कहते हुए जारी प्रेस नाेट में लिखा है कि जब से दुनिया में पूंजीपति व्यवस्था अस्तित्व में आ गया तब प्रकृति का विनाश करना शुरू किया । ब्रिटिश साम्राज्यवाद ने आकर यहां के जल जंगल जमीन पर क़ब्ज़ा किया था। ब्रिटिश ने 1865 में जंगल विभाग लाकर आदिवासियों का परम्परागत हक छीन लिया। 1808 से साम्राज्यवाद के विरोध में जल -जंगल -जमीन,अस्तित्व, आत्मसम्मान ,संस्कृति, भाषा और रीति-रिवाज को बचाकर रखने के लिए आदिवासी लड़ाई शुरु हुई।