UP में MSME से नए निवेश और रोजगार का रिकार्ड बना

उत्तर प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में महंगाई, स्वास्थ, बेरोजगारी, शिक्षा और जनमानस से जुड़ी सभी समस्याओं का प्राथमिकता के साथ समाधान निकालना ही शीर्ष वरीयता है। सीएम योगी ने खुद कई विभागीय मंत्रियों के साथ रूपरेखा तैयार कर विभिन्न ऐसी योजनाओं की शुरुआत की जिनका लाभ सीधा प्रदेश के जनमानस को मिला। इसी क्रम में बंधुत्व समाचार पत्र की टीम ने योगी सरकार में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (MSME) विभाग की कमान संभाल रहे मंत्री राकेश सचान से उद्यमियों के लिए विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी ली। मंत्री राकेश सचान ने इस दौरान कहा कि विभाग द्वारा उद्यमियों के लिए विभिन्न योजनाएं यूपी में संचालित की जा रही हैं और इनमे कई योजनाओं की रूपरेखा सीएम योगी के साथ मिलकर तैयार की गई है। राकेश सचान ने कहा कि मौजूदा समय में MSME सेक्टर से उद्यमियों को मिल रहे लाभ से प्रदेश के विकास को गति मिल रही है। देश के कोने-कोने से उद्यमी यूपी में निवेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वजह साफ़ है हमारे प्रदेश में स्किल्ड वर्कर के साथ ऐसी योजनाएं संचालित की जा रही हैं जिनसे इन सभी सेक्टर को अच्छा मुनाफा हो रहा है।
सवाल- मौजूदा समय में यूपी में कितनी इकाइयां हैं, और उनकी समस्याओं का किस तरह से निस्तारण किया जा रहा है ?
जवाब- मंत्री राकेश सचान ने बताया कि MSME इंडस्ट्रीज की लगभग 90 लाख इकाइयां हमारे यूपी में हैं, जिनकी सभी समस्याओं का प्राथमिकता के साथ समाधान किया गया है। उन्होंने बताया ज्यादातर संगठनों से बात करके और उनके सुझाव लेकर ऐसी नीति बनाई गई जिनसे विभाग का और उद्यमियों का लाभ हो। 2022 में पहली बार ऐसी नीति बनाई गई जिससे MSME सेक्टर से जुड़े सभी छोटे और बड़े उद्यमियों को लाभ पहुंचाने की रूपरेखा तैयार की गई। MSME मंत्री ने कहा कि लैंड, बिल्डिंग और प्लांट मशीनरी को जोड़कर एक करोड़ के नीचे की इकाइयों को 25% सब्सिडी दी जा रही है। इसके अलावा एक करोड़ का लोन लेकर जो ब्याज रहेगा उसका 50% यानी उनके लोन का आधा ब्याज 5 साल तक सरकार देगी। उन्होंने बताया कुल मिलाकर उद्यमी को आधा ब्याज ही देना होगा बाकी आधा ब्याज सरकार देगी। 90 लाख इकाइयों को ध्यान में रखते हुए MSME सेक्टर को आगे बढ़ाने के लिए रूपरेखा तैयार की गई है।
सवाल- MSME विभाग द्वारा मौजूदा समय में उद्यमियों के लिए कौन-कौन सी योजनाएं संचालित की जा रही हैं? और उनसे उद्यमियों को कितना लाभ हो रहा है ?
जवाब- मंत्री राकेश सचान ने बताया कि सीएम योगी से चर्चा करने के बाद मुख्यमंत्री सूक्ष्म उद्यमी दुर्घटना बीमा योजना की शुरुआत की गई। इस योजना के तहत 18 से 60 वर्ष तक के 40 लाख से नीचे के टर्नओवर वाली इकाइयों के उद्यमियों के दुर्घटनाग्रस्त होने पर पांच लाख रुपये की मदद दी जाएगी। पूरी प्रक्रिया आनलाइन होगी, साथ ही योजना का लाभ लेने के लिए उद्यमी को दस रुपये के स्टांप पेपर पर शपथ-पत्र ऑनलाइन अपलोड करना होगा। मंत्री राकेश सचान ने बताया कि इस योजना की शुरुआत के बाद 1,50,000 रजिस्ट्रेशन सिर्फ जून में ऑनलाइन माध्यम से बढ़े हैं। इसके अलावा उद्यम सारथी ऐप में रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद उद्यमियों को प्रमाण पत्र मिल जाता है। इससे बैंक जाने पर उद्यमियों को आसानी से लोन भी मिल जाता है। मंत्री राकेश सचान ने बताया की रजिस्ट्रेशन नंबर से टेंडर में भी सहभागिता मिल जाती है। इन सभी योजनाओं के तहत लाखों उद्यमी अपना रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं।
सवाल- MSME सेक्टर में रोजगार कैसे बढ़ाए जा रहे हैं ? और कहां-कहां से उद्यमी यूपी की और बढ़ रहे हैं ?
जवाब- मंत्री राकेश सचान ने बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में करीब 10 लाख इकाइयों ने हमारे साथ MOU साइन किया है। इसमें डेढ़ लाख करोड़ का निवेश आया है। उन्होंने बताया कृषि के बाद रोजगार के लिए सबसे बड़ा सेक्टर MSME बनकर उभरा है। विश्वकर्मा श्रम-सम्मान योजना के तहत 75,000 लोगों को ट्रेनिंग के बाद उन्हें किट भी मुहैया करवाई जाती है। इसके साथ ही इन सभी लोगों को आवश्यकता पड़ने पर लोन की व्यवस्था भी करवाई जाती है। उन्होंने कहा 90 लाख इकाइयों में अगर एक-एक व्यक्ति को जोड़ा जाए तो 90 लाख रोजगार पैदा हो जाएंगे। विभाग की पहली प्राथमिकता उद्यमियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ उनको बेहतर अवसर प्रदान करने पर है। उन्होंने कहा 40 लाख रुपए से नीचे की इकाइयों को जीएसटी की जरूरत नहीं होगी। मौजूदा समय में 1 जून से उद्यम पोर्टल में 40 लाख से नीचे वाले उद्यमियों को जोड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही मंत्री राकेश सचान ने बताया कि कई रिपोर्ट्स में साफ़ हुआ है कि उत्तर प्रदेश में कृषि के बाद सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर MSME सेक्टर में निकल रहे हैं।
